एलओसी से लेकर एलएसी तक हर दुस्साहस का कड़ा जवाब दिया गया : राष्ट्रपति मुर्मू
गुलामी के हर निशान, मानसिकता से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार प्रयासरत
नयी दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि सरकार का स्पष्ट मानना है कि स्थायी शांति तभी संभव है, जब हम राजनीतिक और रणनीतिक रूप से सशक्त होंगे एवं इसीलिए देश अपनी सैन्य शक्ति के आधुनिकीकरण पर निरंतर बल दे रहा है.
राष्ट्रपति ने बजट सत्र के पहले दिन ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए अपने पारंपरिक अभिभाषण में यह बात कही. उनकी यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ भारत के सीमा विवाद और जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से पाकिस्तान सर्मिथत आतंकवाद की चुनौतियों के बीच आई है.
किसी देश का नाम लिए बिना राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लेकर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक हर दुस्साहस का कड़ा जवाब दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरी सरकार ने देशहित को सदैव सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति में संपूर्ण परिवर्तन की इच्छाशक्ति दिखाई. र्सिजकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कठोर प्रहार तक, एलओसी से लेकर एलएसी तक हर दुस्साहस के कड़े जवाब तक, अनुच्छेद 370 को हटाने से लेकर तीन तलाक तक, मेरी सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार की रही है.’’
भारत ने सितंबर 2016 में, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाते हुए र्सिजकल स्ट्राइक की थी. पिछले दिनों, कांग्रेस नेता दिग्विजय ंिसह ने र्सिजकल स्ट्राइक पर सवाल करते हुए विवादित टिप्पणी की थी. हालांकि, पार्टी नेता राहुल गांधी ने उनकी टिप्पणियों को “हास्यास्पद” बताया था.
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी सीमावर्ती क्षेत्रों में अभूतपूर्व बुनियादी ढांचा बीते सालों में तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दशकों से राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा बन चुकी वामपंथी ंिहसा भी अब कुछ जिलों तक ही सीमित रह गई है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरी सरकार का साफ मानना है कि स्थाई शांति तभी संभव है, जब हम राजनीतिक और रणनीतिक रूप से सशक्त होंगे. इसीलिए अपनी सैन्य शक्ति के आधुनिकीकरण पर हम निरंतर बल दे रहे हैं.’’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मेरी सरकार की नयी पहल के परिणामस्वरूप हमारा रक्षा निर्यात छह गुना हो गया है.’’
उन्होंने पहले स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत आईएनएस विक्रांत को सेना में शामिल किए जाने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘ आज के युग में हमारी सेनाओं का भी युवाशक्ति के संदर्भ में समृद्ध होना, युद्धशक्ति में निपुण होना, टेक्नोलॉजी के पावर से लैस रहना, बहुत अहम है. इन सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए अग्निवीर योजना शुरू की गई है. इससे देश की युवाशक्ति को सेनाओं के माध्यम से राष्ट्र की सेवा का अधिकतम अवसर मिलेगा.’’
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारतीय सेना के परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर अंडमान निकोबार के 21 द्वीपों का नामकरण भी किया गया है. उन्होंने कहा कि एक तरफ राष्ट्रीय समर स्मारक आज राष्ट्रीय शौर्य का प्रतीक बन गया है, वहीं नौसेना को भी छत्रपति वीर शिवाजी महाराज का दिया प्रतीक चिह्न मिला है.
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्वोत्तर और जम्मू कश्मीर में तो दुर्गम परिस्थितियों के साथ-साथ अशांति और आतंकवाद भी विकास के सामने बहुत बड़ी चुनौती थी. मेरी सरकार ने स्थायी शांति के लिए अनेक सफल कदम उठाए हैं और भौगोलिक चुनौतियों को भी चुनौती दी है.’’ उन्होंने कहा कि इसी का परिणाम है कि पूर्वोत्तर और हमारे सीमावर्ती क्षेत्र, विकास की एक नयी गति का अनुभव कर रहे हैं.
सरकारी कदमों से बालिकाओं की ‘‘ड्रॉप आउट’’ दर में बहुत कमी आई : राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि सरकार बेटियों की पढ़ाई से लेकर उनके करियर तक हर बाधा को दूर करने का प्रयास कर रही है और ऐसे कदमों से बालिकाओं की ‘‘ड्रॉप आउट’’ दर में बहुत कमी आई है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरी सरकार बेटियों की पढ़ाई से लेकर उनके करियर तक हर बाधा को दूर करने का प्रयास कर रही है. देश के सरकारी स्कूलों में बेटियों के लिए अलग शौचालयों का निर्माण हो या फिर सैनिटेरी पैड से जुड़ी योजना हो, इससे बेटियों की, स्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ देने की दर में बहुत कमी आई है.’’
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा जितनी भी कल्याणकारी योजनाएं शुरु की गई हैं, उनके केंद्र में महिलाओं का जीवन आसान बनाना, महिलाओं को रोजगार-स्वरोजगार के नए अवसर देना और महिला सशक्तिकरण रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘महिला उत्थान में जहां पुरानी धारणाओं और पुरानी मान्यताओं को तोड़ना भी पड़ा, उससे भी सरकार पीछे नहीं हटी है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की सफलता आज हम देख रहे हैं. सरकार के प्रयासों से समाज में जो चेतना आई, उससे बेटियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है. देश में पहली बार पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक हुई है एवं महिलाओं का स्वास्थ्य भी पहले के मुकाबले और बेहतर हुआ है.’’
सरकार ने आदिवासी गौरव के लिए अभूतपूर्व फैसले किए हैं : राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आदिवासी लोगों के कल्याण के लिए शुरू की गई विभिन्न योजनाओं को रेखांकित करते हुए मंगलवार को कहा कि सरकार ने उनके गौरव के लिए अभूतपूर्व फैसले किए हैं. उन्होंने बजट सत्र के प्रथम दिन संसद के दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मेरी सरकार ने अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की आकांक्षा को जगाया है. ये वही वर्ग हैं जो विकास के लाभ से सबसे अधिक वंचित थे. अब जब मूल सुविधाएं इस वर्ग तक पहुंच रही हैं, तब ये लोग नए सपने देखने में सक्षम हो पा रहे हैं. आदिवासी गौरव के लिए तो मेरी सरकार ने अभूतपूर्व फैसले किए हैं.’’
अनुसूचित जाति के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिए डॉक्टर आंबेडकर उत्सव धाम, अमृत जलधारा और युवा उद्यमी योजना जैसे शुरु किए गए कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए मुर्मू ने संसद के केंद्रीय कक्ष में अपने अभिभाषण में कहा, ‘‘पहली बार देश ने भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना शुरु किया. हाल में ही मानगढ़ धाम में सरकार ने आदिवासी क्रांतिवीरों को पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर श्रद्धांजलि दी.’’
मोदी सरकार निडर एवं निर्णायक, भेदभाव के बिना सभी के लिए कर रही है काम
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि देश में ‘‘स्थिर, निडर और निर्णायक सरकार’’ है, जिसने ‘विकास’’ एवं ‘‘विरासत’’ पर जोर देते हुए, कोई भेदभाव किए बिना सभी वर्गों के लिए काम किया है. साथ ही उन्होंने अगले 25 वर्ष में भारत को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य भी देश के समक्ष रखा.
राष्ट्रपति ने यह बात आज बजट सत्र के पहले दिन संसद के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए अपने पहले अभिभाषण में कही. उन्होंने कहा, ‘‘हमें ऐसा भारत बनाना है जो आत्मनिर्भर हो और जो अपने मानवीय दायित्वों को पूरा करने में समर्थ हो.’’ उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता के 100 वर्ष 2047 में पूरे होंगे और सरकार ने इन 100 साल के अंतिम 25 वर्षों को ‘‘अमृत काल’’ की संज्ञा दी है.
गुलामी के हर निशान, मानसिकता से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार प्रयासरत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि आजÞादी के अमृतकाल में देश ‘पंच प्राणों’ की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है और सरकार गुलामी के हर निशान, हर मानसिकता से मुक्ति दिलाने की दिशा में भी निरंतर प्रयासरत है. उन्होंने संसद के बजट सत्र के पहले दिन, केंद्रीय कक्ष में हुई लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक में दिए गए अपने प्रथम अभिभाषण में कहा कि जो कभी राजपथ था, वह अब कर्तव्यपथ बन चुका है. उन्होंने कहा कि आज कर्तव्यपथ पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा हर भारतीय को गौरवान्वित कर रही है, तो अंडमान निकोबार में भी नेताजी और आजÞाद हिंद फौज के शौर्य को हमने सम्मान दिया है.
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘आजÞादी के अमृतकाल में देश ‘पंच प्राणों’ की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है और सरकार गुलामी के हर निशान, हर मानसिकता से मुक्ति दिलाने की दिशा में भी निरंतर प्रयासरत है.’’
राष्ट्रपति के अभिभाषण में संसद के नये भवन के साथ अयोध्या धाम निर्माण का भी उल्लेख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में नये संसद भवन, केदारनाथ धाम, काशी विश्वनाथ धाम और महाकाल लोक के निर्माण के साथ साथ अयोध्या धाम के निर्माण का भी उल्लेख किया. उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण सहित अयोध्या धाम का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है.
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा, ‘‘ हमारी विरासत हमें जड़ों से जोड़ती है और हमारा विकास हमें आसमान को छूने का हौसला देता है. इसलिए मेरी सरकार ने विरासत को मजबूती देने और विकास को प्राथमिकता देने की राह चुनी है.’’ उन्होंने कहा कि आज एक तरफ देश में अयोध्या धाम का निर्माण हो रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ आधुनिक संसद भवन भी बन रहा है.
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘‘ एक तरफ हमने केदारनाथ धाम, काशी विश्वनाथ धाम और महाकाल महालोक का निर्माण किया, तो वहीं हर जिले में हमारी सरकार मेडिकल कॉलेज भी बनवा रही है.’’ उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार देश में तीर्थों और ऐतिहासिक धरोहरों का विकास कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ भारत दुनिया की बड़ी अंतरिक्ष ताकत बन रहा है. उन्होंने कहा कि भारत ने पहला निजी सैटेलाइट भी प्रक्षेपित किया है.
जल जीवन मिशन के तहत 11 करोड़ परिवारों को नल से पानी की आपूर्ति हो रही : मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हर घर तक जल पहुंचाने के लिए सरकार ने ‘जल जीवन मिशन’ शुरू किया था और इसके तहत तीन साल में करीब 11 करोड़ परिवारों को नल से जल की आपूर्ति होने लगी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने साढ़े तीन करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को पक्का घर बनाकर दिया है. राष्ट्रपति मुर्मू बजट सत्र के पहले दिन ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रही थीं.
उन्होंने अपने पारंपरिक अभिभाषण में कहा, ‘‘मैं सामान्य नागरिकों के जीवन से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण संसाधन – पानी का उदाहरण सामने रखना चाहूंगी. सरकार ने ‘हर घर जल’ पहुंचाने के लिए ‘जल जीवन मिशन’ शुरू किया.’’ राष्ट्रपति ने कहा कि उससे पहले, सात दशकों में देश में करीब सवा तीन करोड़ घरों तक ही पानी का कनेक्शन पहुंचा था. ‘‘लेकिन, जल जीवन मिशन के तहत तीन वर्षों में करीब 11 करोड़ परिवार नल से जल की आपूर्ति से जुड़ चुके हैं.’’
पीएम-किसान के लाभार्थियों में तीन करोड़ महिलाएं, अभी तक 54,000 करोड़ रुपये दिए गए: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पीएम-किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों में लगभग तीन करोड़ महिलाएं हैं और इन्हें कुल 54,000 करोड़ रुपये से अधिक की मदद दी गई है. राष्ट्रपति ने बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ”पीएम-किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सवा दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की मदद दी गई है. खास बात ये है कि इन लाभार्थियों में लगभग तीन करोड़ लाभार्थी महिलाएं हैं.”
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत अभी तक महिला किसानों को लगभग 54,000 करोड़ रुपये मिल चुके हैं. राष्ट्रपति ने कहा, ”मेरी सरकार की प्राथमिकता में देश के 11 करोड़ छोटे किसान भी हैं. ये छोटे किसान दशकों से सरकार की प्राथमिकता से वंचित रहे थे. अब इन्हें सशक्त और समृद्ध करने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है.”
आयुष्मान भारत योजना के कारण 50 करोड़ से अधिक लोगों का मुफ्त उपचार हुआ : राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रव्यापी आयुष्मान भारत योजना गरीबों के लिए बेहद मददगार साबित हुई है और इसके तहत 50 करोड़ से अधिक देशवासियों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई है. बजट सत्र के पहले दिन संसद की संयुक्त बैठक में अपने पहले अभिभाषण में मुर्मू ने यह भी कहा कि भारत ने कोविड महामारी से बचाव के लिए दो साल में कोविड रोधी टीके की 220 करोड़ से अधिक खुराक लोगों को दी हैं.
उन्होंने अपने अभिभाषण में कहा, ‘‘गरीबी हटाओ- अब केवल नारा नहीं रह गया है. अब मेरी सरकार द्वारा गरीब की ंिचताओं का स्थायी समाधान करते हुए, उसे सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है.’’ राष्ट्रपति ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है और उनके 80 हजार करोड़ रुपए बीमारियों के इलाज पर खर्च होने से बचाए हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘गरीबी का एक बहुत बड़ा कारण बीमारी होती है. गंभीर बीमारी की वजह से गरीब परिवार का हौसला पूरी तरह से टूट जाता है, और इलाज पर भारी भरकम खर्च की वजह से उसकी पीढ़ियां कर्ज में डूब जाती हैं. गरीब को इस ंिचता से मुक्त करने के लिए राष्ट्रव्यापी आयुष्मान भारत योजना शुरु की गई. इसके तहत 50 करोड़ से अधिक देशवासियों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई.’’
रेलवे आधुनिक अवतार में सामने आ रही, अनेक दुर्गम क्षेत्र भी इसके नेटवर्क से जुड़ रहे : मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारतीय रेलवे अपने आधुनिक अवतार में सामने आ रही है और देश के रेलवे मानचित्र में कई दुर्गम क्षेत्र भी जुड़ गए हैं. उन्होंने बजट सत्र के प्रथम दिन संसद के दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारतीय रेलवे अपने आधुनिक अवतार में सामने आ रही है और देश के रेलवे मानचित्र में अनेक दुर्गम क्षेत्र भी जुड़ रहे हैं. जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर के दुर्गम क्षेत्रों को भी रेलवे से जोड़ा जा रहा है.’’
मुर्मू ने संसद के केंद्रीय कक्ष में अपने अभिभाषण में कहा, ‘‘वंदे भारत एक्सप्रेस के रूप में एक आधुनिक और सेमी हाईस्पीड ट्रेन भारतीय रेल का हिस्सा बन चुकी है. देश के बड़े रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाया जा रहा है. भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़ा बिजली से चलने वाला रेलवे नेटवर्क बनने की दिशा में तेजÞी से अग्रसर है.’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय रेल को सुरक्षित बनाने के लिए स्वदेशी तकनीक ‘‘कवच’’ का भी तेजी से विस्तार किया जा रहा है.