ट्रंप के शपथग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे विदेश मंत्री एस. जयशंकर
विदेश मंत्री जयशंकर 13 से स्पेन की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे

नयी दिल्ली. अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री एस. जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे. विदेश मंत्रालय ने रविवार को बताया कि वाशिंगटन यात्रा के दौरान जयशंकर अमेरिका के आगामी ट्रंप प्रशासन के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें भी करेंगे. पिछले वर्ष नवंबर में अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में ट्रंप ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को हराया था.
जयशंकर ने पिछले महीने कहा था कि ट्रंप का भारत के प्रति सकारात्मक राजनीतिक दृष्टिकोण रहा है और भारत उनके प्रशासन के साथ ”गहरे” संबंध बनाने और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ.ाने के लिए कई अन्य देशों की तुलना में अधिक लाभप्रद स्थिति में है.
विदेश मंत्रालय ने कहा, ”ट्रंप-वेंस शपथग्रहण समिति के निमंत्रण पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे.” जे डी वेंस अमेरिका के नए उपराष्ट्रपति होंगे.
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ”विदेश मंत्री (जयशंकर) इस यात्रा के दौरान अमेरिका के भावी प्रशासन के प्रतिनिधियों के साथ ही समारोह में शामिल होने के लिए अमेरिका आने वाले कुछ अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ भी बैठकें करेंगे.” ट्रंप प्रशासन की शुल्क, जलवायु परिवर्तन और रूस-यूक्रेन संघर्ष एवं पश्चिम एशिया की स्थिति की पृष्ठभूमि में समग्र विदेश नीति प्राथमिकताओं सहित कई संवेदनशील मुद्दों पर नीति को लेकर कई देशों में चिंताएं हैं. ट्रंप अमेरिका के दूसरी बार राष्ट्रपति बनेंगे. वह जनवरी, 2017 से जनवरी 2021 तक अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर चुके हैं.
विदेश मंत्री जयशंकर 13 से स्पेन की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे
विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों की समग्र प्रगति की समीक्षा के लिए 13 जनवरी से स्पेन की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे.
यह यात्रा स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज की भारत यात्रा के करीब ढाई महीने बाद होगी. विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि जयशंकर स्पेन के नेतृत्व से मुलाकात करेंगे और अपने स्पेनिश समकक्ष मैनुअल अल्बेरेस के साथ द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे. विदेश मंत्री के रूप में यह उनकी पहली स्पेन यात्रा होगी.
विदेश मंत्रालय ने बताया, ”यात्रा के दौरान विदेश मंत्री स्पेन के नेतृत्व से मिलेंगे और अपने समकक्ष विदेश मंत्री मैनुअल अल्बेरेस के साथ द्विपक्षीय संबंधों और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों के संपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे.” विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ”उनका स्पेनिश राजदूतों के 9वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करने और भारतीय समुदाय से मिलने का भी कार्यक्रम है.” स्पेन के राष्ट्रपति सांचेज ने 28 और 29 अक्टूबर को भारत की यात्रा की थी और इस दौरान उन्होंने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ संयुक्त रूप से सी-295 सैन्य परिवहन विमान के उत्पादन संयंत्र का उद्घाटन किया था. वार्ता के दौरान मोदी और सांचेज ने रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का भी निर्णय लिया.
उन्होंने यूरोपीय संघ-भारत संपर्क साझेदारी के उद्देश्यों को पूर्णत: प्राप्त करने के लिए सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की तथा संपर्क बढ़ाने के लिए भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) परियोजना की क्षमता को मान्यता दी. विदेश मंत्री जयशंकर और उनके स्पेनिश समकक्ष अल्बेरेस द्वारा मोदी-सांचेज बैठक में लिए गए निर्णयों के कार्यान्वयन की समीक्षा किए जाने की संभावना है.