पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भ्रष्टाचार के मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

इमरान अपने राजनीतिक विचारों के कारण नहीं,कई मामलों में आरोपी होने के चलते जेल में:निर्वाचन आयोग

इस्लामाबाद. पाकिस्तान की एक जवाबदेही अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया और देश की भ्रष्टाचार रोधी संस्थान की इस गुज.ारिश को खारिज कर दिया कि उसे दी गई खान की रिमांड को बढ.ाया जाए. ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने खबर दी है, इस्लामाबाद जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश मुहम्मद बशीर ने रावलपिंडी की अडियाला जेल में अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई की. इसी जेल में खान बंद हैं.

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के 71 वर्षीय प्रमुख विभिन्न मामलों में 26 सितंबर से रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली जेल में बंद हैं. उच्च सुरक्षा वाली जेल में सुनवाई के दौरान मुख्य आरोपी खान और उनकी 49 वर्षीय पत्नी बुशरा बीबी मौजूद थी. खबर में कहा गया है कि खान की बहनें अलीमा खानम और नोरीन खानम भी सुनवाई के दौरान मौजूद थीं.

न्यायाधीश बशीर ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के इस आग्रह को खारिज कर दिया कि अल-कादिर भ्रष्टाचार मामले में उसे दी गई खान की रिमांड को बढ.ाया जाए. खबर के मुताबिक, न्यायाधीश ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. एनएबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘डॉन’ अखबार को बताया कि भ्रष्टाचार रोधी निगरानी संस्था की टीम ने रविवार को अडियाला जेल में पीटीआई प्रमुख से दो घंटे से ज्यादा वक्त तक पूछताछ की थी.

मामले में खान की भूमिका की जांच के लिए जवाबदेही ब्यूरो के अधिकारी 15 नवंबर से अडियाला जेल का दौरा कर रहे हैं. अल-कादिर ट्रस्ट मामला करीब 50 अरब रुपये के लेन देन से जुड़ा है जिसे ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी ने एक पाकिस्तानी कारोबारी से वसूलने के बाद पाकिस्तान हस्तांतरित किया था.

खान उस वक्त प्रधानमंत्री थे और उन्होंने इस रकम को राष्ट्रीय कोषागार में जमा करने के बजाय कारोबारी को इस रकम को कुछ साल पहले उच्चतम न्यायालय द्वारा उस पर लगाए गए 450 अरब रुपये के जुर्माने के आंशिक भुगतान के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी.

कारोबारी ने इसके बदले खान एवं उनकी पत्नी बुशरा बीबी द्वारा गठित एक ट्रस्ट को पंजाब के झेलम जिले में सोहावा इलाके में अल-कादिर यूनिर्विसटी की स्थापना के लिए करीब 57 एकड़ जमीन कथित रूप से उपहार में दी थी. आरोपी को दिए गए नोटिस में कहा गया है कि भ्रष्टाचार रोधी संस्था ने एनएबी कानूनों के तहत परिभाषित भ्रष्टाचार और भ्रष्ट आचरण के अपराधों का संज्ञान लिया है. मामले में खान की पत्नी बुशरा बीबी भी आरोपी हैं.

बुशरा बीबी को भेजे एनएबी के पूर्व के नोटिस में कहा गया है, ”अवैध रूप से और बेईमानी से किए गए इस एहसान के बदले में ‘बहरिया टाउन लिमिटेड’ ने अल-कादिर यूनिर्विसटी ट्रस्ट, जिसमें आप (बुशरा बीबी) न्यासियों में से एक हैं, को दान की आड़ में 458 कनाल भूमि, 28.5 करोड़ रुपये, इमारतें और अन्य प्रकार के भौतिक और मौद्रिक लाभ दिए. आपने बहरिया टाउन के साथ दान की पावती पर हस्ताक्षर किए.” शुक्रवार को पिछली सुनवाई के दौरान अदालत ने मामले में पूर्व प्रधानमंत्री से पूछताछ के लिए भ्रष्टाचार निरोधक निकाय को चार और दिन का समय दिया था.

खान पांच अगस्त से जेल में हैं जब उन्हें तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किया गया था. सितंबर में उन्हें अटक जेल से अदियाला जेल भेज दिया गया था. पूर्व क्रिकेटर से नेता बने खान अप्रैल 2022 में विश्वासमत हार गए थे. पद और सत्ता से हटने के बाद से उनके खिलाफ 150 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं.

इमरान अपने राजनीतिक विचारों के कारण नहीं,कई मामलों में आरोपी होने के चलते जेल में:निर्वाचन आयोग

पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अपने राजनीतिक विचारों के कारण नहीं, बल्कि एक राजनयिक दस्तावेज के दुरूपयोग सहित कई मामलों में आरोपी होने के चलते जेल में हैं. पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने आठ फरवरी को देश में आम चुनाव से पहले अपने 24-सूत्री ‘मांग पत्र’ में खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की टिप्पणियों के जवाब में यह बयान दिया.

पार्टी ने अपने महासचिव उमर अयूब खान द्वारा छह नवंबर को आयोग को भेजे गए मांग पत्र में पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान को उनके राजनीतिक विचारों के चलते जेल में बंद किया गया कैदी बताया था. इसमें यह भी कहा गया था कि पार्टी को निशाना बनाया जा रहा है.

‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के अनुसार, निर्वाचन आयोग ने आरोप को खारिज कर दिया और कहा कि इस कथित प्रताड़ना में उसकी ”कोई भूमिका नहीं है.” आयोग ने 22 नवंबर को मांग पत्र पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा,”पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान राजनयिक दस्तावेज लीक मामले सहित विभिन्न मामलों में जेल में हैं.” पार्टी ने खान को एक ऐसा कैदी बताया है जिन्हें उनके उन राजनीतिक या धार्मिक विचारों के लिए जेल में डाल दिया गया है, जिसे राष्ट्र सहन नहीं कर पा रहा. खान विभिन्न मामलों में 26 सितंबर से रावलपिंडी की कड़ी सुरक्षा वाली अडियाला जेल में बंद हैं.

खान की पार्टी ने आयोग से उसे राजनीतिक बैठकें आयोजित करने की अनुमति देने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी करने का आग्रह किया था. आयोग ने अपने जवाब में कहा, ”आगामी चुनावों के दौरान सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर प्रदान किया जाएगा.” पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के शीर्ष नेता नवाज शरीफ का नाम लिए बिना, खान की पार्टी ने एक दोषी और भगोड़े कैदी को सार्वजनिक बैठकें आयोजित करने की अनुमति दिए जाने पर आपत्ति जताई थी. आयोग ने कहा कि इस मुद्दे पर गौर किया जाएगा.

पाकिस्तान की शीर्ष भ्रष्टाचार रोधी संस्था ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से पूछताछ की

पाकिस्तान की भ्रष्टाचार रोधी निगरानी संस्था ने कई अरब रुपये के भ्रष्टाचार के मामले में देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से जेल में पूछताछ की. सोमवार को मीडिया में इस बारे में खबर आई. राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने ‘डॉन’ अखबार को बताया कि भ्रष्टाचार रोधी निगरानी संस्था की टीम रविवार को अदियाला जेल में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख से पूछताछ करने पहुंची थी.

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (71) विभिन्न मामलों में 26 सितंबर से रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली जेल में हैं. खबर के अनुसार, एनएबी की टीम ने अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में खान से दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की जिसमें वह 50 अरब रुपये के भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं. अल-कादिर ट्रस्ट मामला करीब 50 अरब रुपये के लेन देन से जुड़ा है जिसे ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी ने एक पाकिस्तानी कारोबारी से वसूलने के बाद पाकिस्तान हस्तांतरित किया था.

खान उस वक्त प्रधानमंत्री थे और उन्होंने इस रकम को राष्ट्रीय कोषागार में जमा करने के बजाय कारोबारी को इस रकम को कुछ साल पहले उच्चतम न्यायालय द्वारा उस पर लगाए गए 450 अरब रुपये के जुर्माने के आंशिक भुगतान के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी. कारोबारी ने इसके बदले खान एवं उनकी पत्नी बुशरा बीबी द्वारा गठित एक ट्रस्ट को पंजाब के झेलम जिले में सोहावा इलाके में अल-कादिर यूनिर्विसटी की स्थापना के लिए करीब 57 एकड़ जमीन कथित रूप से उपहार में दी थी.

जवाबदेही ब्यूरो के अधिकारी मामले में पीटीआई प्रमुख की भूमिका की जांच के लिए 15 नवंबर से अदियाला जेल का दौरा कर रहे हैं.
आरोपी को दिए गए नोटिस में कहा गया है कि भ्रष्टाचार रोधी संस्था ने एनएबी कानूनों के तहत परिभाषित भ्रष्टाचार और भ्रष्ट आचरण के अपराधों का संज्ञान लिया है. मामले में खान की पत्नी बुशरा बीबी भी आरोपी हैं.

बुशरा बीबी को भेजे एनएबी के पूर्व के नोटिस में कहा गया है, ”अवैध रूप से और बेईमानी से किए गए इस एहसान के बदले में ‘बहरिया टाउन लिमिटेड’ ने अल-कादिर यूनिर्विसटी ट्रस्ट, जिसमें आप (बुशरा बीबी) न्यासियों में से एक हैं, को दान की आड़ में 458 कनाल भूमि, 28.5 करोड़ रुपये, इमारतें और अन्य प्रकार के भौतिक और मौद्रिक लाभ दिए. आपने बहरिया टाउन के साथ दान की पावती पर हस्ताक्षर किए.”

खान पांच अगस्त से जेल में हैं जब उन्हें तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किया गया था. सितंबर में उन्हें अटक जेल से अदियाला जेल भेज दिया गया था. पूर्व क्रिकेटर से नेता बने खान अप्रैल 2022 में विश्वासमत हार गए थे. पद और सत्ता से हटने के बाद से उनके खिलाफ 150 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं.

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