सरकार को डर है कि चुनावी बॉण्ड पर उसके सारे राज खुल जायेंगे : कांग्रेस

संविधान बदलने के लिए '400 पार' की बात जा रही है : खरगे

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने चुनावी बॉण्ड का विवरण देने के लिए समय बढ़ाने की भारतीय स्टेट बैंक की याचिका को उच्चतम न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने का स्वागत करते हुए सोमवार को दावा किया कि सरकार को इस बात का डर है कि उसके सारे राज खुल जाएंगे.

पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह भी कहा कि बॉण्ड पर उच्चतम न्यायालय का फ.ैसला पारर्दिशता, जवाबदेही, और लोकतंत्र में बराबरी के मौक.े की जीत है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि उच्चतम न्यायालय एक बार फिर से भारतीय लोकतंत्र को सरकार की “साजिशों” से बचाने के लिए सामने आया है.

उच्चतम न्यायालय के पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से सोमवार को पूछा कि उसने चुनावी बॉण्ड योजना को पिछले महीने रद्द किए जाने से पहले राजनीतिक दलों द्वारा भुनाए गए बॉण्ड संबंधी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए अभी तक क्या कदम उठाए हैं. न्यायालय ने एसबीआई को 12 मार्च को कामकाजी अवधि समाप्त होने तक चुनावी बॉण्ड के विवरण का खुलासा करने का निर्देश दिया.

खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “चुनावी बॉण्ड (का विवरण) प्रकाशित करने के लिए एसबीआई द्वारा साढ़े चार महीने मांगने के बाद साफ. हो गया था कि मोदी सरकार अपने काले कारनामों पर पर्दा डालने की हर संभव कोशिश कर रही है.” उन्होंने कहा, “आज के माननीय उच्चतम न्यायालय के फ.ैसले से देश को जल्द चुनावी बॉण्ड से भाजपा के चंदा देने वालों की सूची पता चलेगी. मोदी सरकार के भ्रष्टाचार, घपलों और लेन-देन की कलई खुलने की ये पहली सीढ़ी है.”

खरगे का कहना है कि अब भी देश को यह पता नहीं चलेगा कि भाजपा के ”चुनिंदा पूंजीपति चंदाधारक किस-किस ठेके के लिए मोदी सरकार को चंदा देते थे, और ऐसे में उच्चतम न्यायालय को उचित निर्देश देने चाहिए.” उन्होंने दावा किया, ”खबरों से ये तो उजागर हुआ ही है कि भाजपा किस तरह ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग से छापे डलवाकर जबरन चंदा वसूलती थी.” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “उच्चतम न्यायालय का फ.ैसला पारर्दिशता, जवाबदेही, और लोकतंत्र में बराबरी के मौक.े की जीत है.” वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “उच्चतम न्यायालय एक बार फिर भारतीय लोकतंत्र को इस शासन की कुटिल साजिशों से बचाने के लिए आगे आया है.”

उन्होंने दावा किया, “एसबीआई द्वारा एक दिन के साधारण से काम के लिए समय बढ़ाने की मांग करना हास्यास्पद था. सच तो यह है कि सरकार को डर है कि उनके सारे राज. सामने आ जायेंगे.” वेणुगोपाल का कहना था, “उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रमाणित यह ‘महाभ्रष्टाचार’ का मामला, भाजपा और उसके भ्रष्ट कॉरपोरेट मित्रों के बीच अपवित्र सांठगांठ को उजागर करेगा.” कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “जो सत्ता में आए थे स्विस बैंकों के खातों को सार्वजनिक करने की बातें करके वो आज एसबीआई तक के आंकड़ों को सार्वजनिक करने में थर-थर कांप रहे हैं.”

संविधान बदलने के लिए ‘400 पार’ की बात जा रही है : खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद अनंत कुमार हेगड़े के बयान को लेकर सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा पर सामाजिक न्याय एवं धर्मनिरपेक्षता का विरोधी होने का आरोप लगाया और दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में 400 सीट की बात जा रही है, ताकि संविधान बदला जा सके.

भाजपा सांसद हेगड़े ने रविवार को कहा था कि प्रस्तावना से ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द को हटाने के लिये भाजपा संविधान में संशोधन करेगी.
उन्होंने लोगों से लोकसभा में भाजपा को दो-तिहाई बहुमत देने का आह्वान किया था, ताकि देश के संविधान में संशोधन किया जा सके.
भाजपा ने हेगड़े के बयान को उनका ‘निजी विचार’ करार दिया है.

खरगे ने संवाददाताओं से कहा, “प्रधानमंत्री एक तरफ बात करते हैं कि संविधान नहीं बदलेगा, लेकिन अपने लोगों से कहलवाते हैं कि 400 सीट दो, ताकि संविधान बदला जा सके.” उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा, “ये लोग सामाजिक न्याय के खिलाफ हैं, संविधान में ‘धर्मनिरपेक्षता’ शब्द के खिलाफ हैं…इनकी मानसिकता बुरी है और इससे देश में हंगामा मचेगा.”

उन्होंने सवाल किया, “एससी, एसटी का आरक्षण संविधान में दिया गया है. आप क्या बदलना चाहते हैं.? खरगे ने दावा किया, “वे (भाजपा) संविधान बदलना चाहते हैं, इसलिए 400 पार की बात कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, “आप सामाजिक न्याय नहीं चाहते. मैं तो कहूंगा कि आप लोग ‘मनुवादी’ हैं.”

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