हिमाचल प्रदेश: दूसरों को खतरे से आगाह करने वाले ग्राम प्रधान की भूस्खलन से मौत

शिमला: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला स्थित काशन में जब बहुत भारी बारिश हुई, तो ग्राम प्रधान खेम ंिसह ने व्हाट्सएप ग्रुप पर संदेश भेजकर लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा। लेकिन अपने परिवार के सात अन्य लोगों के साथ ग्राम प्रधान खुद ही भूस्खलन के चपेट में आ गये।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सोमवार को मंडी जिले में बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद घोषणा की कि प्रशासन द्वारा ंिसह के घर का पुर्निनर्माण किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश में शनिवार को भारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ की 36 घटनाओं में 22 लोगों की मौत हो गई, 12 घायल हो गए और लापता पांच लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है।

ठाकुर ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार भूस्खलन और बाढ़ में जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूस्खलन की सूचना मिलने पर बिना समय गंवाए तुरंत ही बचाव दल को गांव के लिए रवाना किया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।

मुख्यमंत्री ने माना कि बचाव दल को गांव पहुंचने में कई घंटे लग गए, क्योंकि गांव की ओर जाने वाले सभी रास्ते बहुत अधिक क्षतिग्रस्त हो गए थे। ठाकुर ने काशन गांव के दौरे के दौरान ंिसह के रिश्तेदारों से मुलाकात की और संवेदना व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बारिश से प्रभावित जिलों के उपायुक्तों को क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत, बिजली और पानी की आपूर्ति को बहाल करने के लिए तेजी से कार्य करने का निर्देश दिया है।

इस बीच, तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने ठाकुर को एक पत्र लिखा है, जिसमें राज्य में भारी बारिश के कारण हुए जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया गया है। यह जानकारी उनके कार्यालय ने दी। मुख्यमंत्री का गृह जिला मंडी सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ, जहां भारी बारिश के कारण आई अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से 13 लोगों की मौत हो गई और लापता बताए जा रहे पांच अन्य लोगों की भी मौत की आशंका जताई जा रही है।

मंडी में शनिवार को मंडी-कटोला-प्रसार मार्ग पर बागी नाले में अचानक आई बाढ़ से एक ही परिवार के छह सदस्य लापता हो गए। इनमें से एक लड़की का शव उसके घर से कुछ दूरी पर बरामद किया गया था। लेकिन परिवार के बाकी पांच सदस्य अब भी लापता हैं।

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