मौर्य के बयान से अखिलेश यादव सहमत नहीं हैं तो उन्हें पार्टी से बर्खास्त करें : केशव मौर्य
लखनऊ/बलिया. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को श्रीरामचरितमानस को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर निशाना साधते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव को चुनौती दी कि वह स्पष्ट करें कि इस बयान का विरोध करते हैं या समर्थन और अगर विरोध करते हैं तो उन्हें स्वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी से बर्खास्त कर देना चाहिए.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा मुस्लिम तुष्टीकरण की घटिया राजनीति कर रही है, विशेष रूप से हिंदू भावनाओं को आहत करने का बयान दिलाने का काम कर रही है.
स्वामी प्रसाद का नाम लिए बिना केशव मौर्य ने कहा कि कई घाटों का पानी पीकर सपा में गये एक नये नवेले नेता, जिनकी पार्टी में कोई हैसियत भी नहीं है, उनका श्रीरामचरित मानस पर बयान देना, सपा के ही कुछ नेताओं से इसका विरोध कराना और अखिलेश यादव का चुप रहना सवाल खड़ा करता है.
श्रीरामचरित मानस पर विवादित टिप्पणी करने वाले सपा नेता मौर्य पर मुकदमा दर्ज
श्रीरामचरित मानस पर विवादास्पद टिप्पणी करने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) नेता एवं विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में मंगलवार को राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस ने इसकी जानकारी दी.
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि यह मुकदमा बाजार खाला थाना क्षेत्र के ऐशबाग निवासी शिवेन्द्र मिश्र की तहरीर पर दर्ज किया गया है.
तहरीर में आरोप लगाया गया है कि गत 22 जनवरी को मौर्य द्वारा मीडिया को दिया गया बयान धार्मिक भावनाओं को आहत करता है.
मौर्य के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 295 क (धार्मिक भावनाओं को भड़काना), 298 (धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर आहत करना) और 153 क (धार्मिक आस्था पर हमला करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
इस बीच, लखनऊ स्थित ‘लेटे हुए हनुमान’ मंदिर में मौर्य के दाखिले पर पाबंदी लगा दी गयी है. मंदिर के बाहर एक बैनर लगाया गया है जिस पर लिखा है, ”अधर्मी स्वामी प्रसाद मौर्य का मंदिर में प्रवेश र्विजत.”
स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए : स्वामी आनंद स्वरूप
शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने रामचरितमानस के संबंध में समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की अपमानजनक टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की. स्वामी आनंद स्वरूप ने मौर्य को विदेशी षड्यंत्रकारियों का मुखौटा भी करार दिया. उन्होंने सोमवार रात बलिया के बिल्थरा रोड में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कोई मुसलमान और मौलाना भी हिंदू धार्मिक ग्रंथों के संबंध में अनर्गल टिप्पणी नहीं करता.
मौर्य की टिप्पणी पर नाराजगी जाहिर करते हुए स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा, ‘‘सस्ती लोकप्रियता व विशेष समुदाय का वोट हासिल करने के लिए ओछी हरकत नहीं करना चाहिए. कोई मुसलमान और बड़ा मौलाना भी रामचरितमानस और गीता जैसे हिंदू धार्मिक ग्रंथों का विरोध नहीं करता है.’’