‘इंडिया’ गठबंधन को साझा न्यूनतम कार्यक्रम की जरूरत नहीं, देश के लिए नया दृष्टिकोण पेश करे: सिब्बल

नयी दिल्ली. राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने सोमवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) को अगले लोकसभा चुनाव के लिए साझा न्यूनतम कार्यक्रम की जरूरत नहीं है, बल्कि उसे देश के भविष्य के लिए नया दृष्टिकोण पेश करने की जरूरत है.

उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि इस गठबंधन के घटक दलों में किसी तरह के मनमुटाव से यह गठबंधन नहीं टूटेगा. सिब्बल मुंबई में हुई ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में शामिल हुए थे. सिब्बल ने अपने ‘यूट्यूब’ कार्यक्रम ‘दिल से’ में यह भी कहा कि अडाणी समूह का मामला एक ‘घोटाला’ है, लेकिन विपक्ष के पास इसे साबित करने के लिये आंकड़े नहीं हैं.

उन्होंने कहा, ”मुझे नहीं पता कि यह (अडाणी मुद्दा) लोगों को कितना प्रभावित करेगा. लेकिन इस मामले की सच्चाई यह है कि एक गठबंधन के रूप में, हमें बड़े मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है, जो आने वाली पीढि.यों को उम्मीद दें.” दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस नेताओं द्वारा पार्टी नेतृत्व से अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन न करने का आग्रह करने सहित विपक्षी गठबंधन में दरार के बारे में पूछे जाने पर, सिब्बल ने कहा, ह्लहमें इसे दो अलग-अलग दृष्टिकोण से देखना चाहिए, एक ‘इंडिया’ गठबंधन राजग का सामना कैसे करेगा, दूसरा ‘इंडिया’ गठबंधन की आंतरिक राजनीति है, जो पूरी तरह से अलग बात है.” उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव के लिए साझा न्यूनतम कार्यक्रम की जरूरत नहीं है, बल्कि उसे देश के भविष्य के लिए नया दृष्टिकोण पेश करने की जरूरत है.

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