भारत तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था, जल्द तीसरे स्थान पर पहुंचने की उम्मीद: राष्ट्रपति
नयी दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और जल्द ही इसके तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है. मुर्मू ने दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक चुनौतियों के सामने मजबूत प्रदर्शन कर रही है और 2047 तक देश की अर्थव्यवस्था दस गुना बढ़ने की संभावना है.
उन्होंने कहा, ”भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और जल्द ही इसके तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है.” विश्व बैंक के ताजा अनुमान के अनुसार भारत ने 2023 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि में 16 प्रतिशत का योगदान दिया. राष्ट्रपति ने भारतीय व्यापार सेवा और भारतीय लागत लेखा सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, ”हमारी अर्थव्यवस्था 2047 तक दस गुना बढ़ने की संभावना है.” ये अधिकारी राष्ट्रपति भवन में मुर्मू से मुलाकात के लिए आये थे. उन्होंने कहा कि 2023-24 में 8.2 प्रतिशत की तीव्र आर्थिक वृद्धि के साथ, भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक स्तर पर चुनौतियों के सामने मजबूती का प्रदर्शन कर रही है.
मुर्मू ने कहा कि भारत को प्रति व्यक्ति आय के स्तर को बढ़ाने और वैश्विक चुनौतियों के बीच वृद्धि के उच्च स्तर को बनाये रखने के लिए निजी निवेश आर्किषत करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की नीतियां निवेशकों के अनुकूल है. ज्यादातर क्षेत्र स्वचालित मार्ग के तहत 100 प्रतिशत एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) के लिए खुले हैं.
मुर्मू ने कहा, ”सरकार की कई पहल वृद्धि के लिए एक सक्षम परिवेश का निर्माण कर रही हैं. अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप वाला देश है.” उन्होंने अधिकारियों से कृत्रिम मेधा की प्रगति के बारे में सीखते रहने और खुद को अद्यतन करते रहने को कहा. साथ ही भारत की वैश्विक क्षमता को बढ़ाने में योगदान देने के लिए अपने कामकाज में संबंधित प्रौद्योगिकियों का बेहतर उपयोग करने के लिए भी कहा.
मुर्मू ने कहा, ”सरकार का विनिर्माण को बढ़ावा देने पर जोर है…ऐसे में सीमापार व्यापार बढ़ाने के लिए एक अनुकूल परिवेश और बुनियादी ढांचे के निर्माण की सुविधा प्रदान करना आपकी जिम्मेदारी होगी.” राष्ट्रपति ने कहा, ”जीएसटी प्रणाली के क्रियान्वयन में आपके ऑडिट, राजस्व की चोरी का पता लगाने और अनुपालन उपायों को बढ़ाने में सहायक रहे हैं.”
उन्होंने कहा, ”आपको हमेशा बेहतरी के लिए प्रयास करना चाहिए. इस तथ्य से अवगत रहें कि आप जो कुछ भी करते हैं उसका कमजोर और वंचित वर्ग के लोगों के कल्याण पर अंतिम प्रभाव पड़ता है.” राष्ट्रपति ने कहा कि अधिकारी ऐसे समय पर सेवा में शामिल हुए हैं जब वे भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में योगदान दे सकते हैं. उन्होंने कहा, ”नए, उभरते और जीवंत भारत की गाथा असाधारण होने वाली है और आप इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहे हैं.”