टोगो के खिलाफ भारत जीता, विश्व ग्रुप एक में रहेगी टीम, करण ने पदार्पण में किया प्रभावित

नयी दिल्ली. एन श्रीराम बालाजी और रित्विक चौधरी बोलीपल्ली की जोड़ी ने रविवार को यहां टोगो के खिलाफ युगल मैच में जीत दर्ज की जिससे भारत डेविस कप टेनिस विश्व ग्रुप एक में बना रहेगा. भारत की विश्व ग्रुप एक प्ले-ऑफ मुकाबले में जीत तय होने के बाद करण सिंह ने उलट एकल में डेविस कप के अपने पदार्पण मैच को जीत कर टीम की बढ.त को 4-0 कर दिया. इसके बाद दोनों टीमों ने अंतिम पांचवां मैच नहीं खेलने का फैसला किया.
भारत रविवार को मुकाबले में 2-0 की बढ.त के साथ उतरा था और उसे मुकाबला जीतने के लिए तीन मैच में से केवल एक में जीत की जरूरत थी. बालाजी और रित्विक की जोड़ी ने मलापा टिंगौ अकोमोलो और होडाबालो इसाक पेडियो के खिलाफ पहले ही पुरुष युगल मैच में जीत हासिल की. भारतीय जोड़ी ने डीएलटीए परिसर में पुरुष युगल मुकाबला केवल 57 मिनट में 6-2, 6-1 से जीता.
टोगो ने हाथ की चोट के कारण अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थॉमस सेतोदजी की जगह अकोमोलो को खिलाया लेकिन टीम को इसका नुकसान हुआ क्योंकि वह मैच में एक बार भी अपनी र्सिवस नहीं बचा सके.
मुकाबले का परिणाम तय होने के बाद भारत ने उम्मीद के मुताबिक पहले उलट एकल में युवा करण सिंह को पदार्पण का मौका मिलेगा. अपने कोच आदित्य सचदेवा की निगरानी में 21 वर्षीय खिलाड़ी ने पेडियो पर 6-2, 6-3 से जीत हासिल की. करण ने बहुत अच्छी र्सिवस की और अपने रिटर्न पर आक्रामक दिखे. उन्होंने ड्रॉप शॉट्स का भी समझदारी से इस्तेमाल किया. अमेरिका के कॉलेजिएट र्सिकट में खेलने वाले पाडियो ने गेंद को अच्छी तरह से हिट किया लेकिन करण ने बेहतर नियंत्रण दिखाते हुए एकतरफा जीत दर्ज की.
करण ने डीएलटीए में अब बंद हो चुके नेशनल टेनिस सेंटर (एनटीसी) में भी प्रशिक्षण लिया है. उन्होंने इस मैच में काफी संयम दिखाया और बड़े मुकाबले का दबाव खुद पर हावी नहीं होने दिया. पूरे मैच के दौरान करण ने एकमात्र गलती दूसरे सेट के पांचवें गेम में अपनी र्सिवस गंवा कर की. बालाजी ने अपनी र्सिवस पर शानदार प्रदर्शन करते हुए सिर्फ एक अंक गंवाया.
पिछले साल एक साथ मिलकर चैलेंजर खिताब जीतने वाले बालाजी और रित्विक ने पूरे मैच के दौरान दबदबा बनाए रखा. रित्विक थोड़े दबाव में थे जब वह पदार्पण करते हुए अपनी पहली ही र्सिवस में हाफ वॉली पर चूक गए और स्कोर 30-30 हो गया. भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि अपनी र्सिवस बचाई और उसके बाद पूरा मुकाबला एकतरफा रहा.
तीसरे गेम में अकोमोलो की र्सिवस पर भारतीय जोड़ी ने पहली बार र्सिवस ब्रेक हासिल किया. रित्विक ने 15-15 के स्कोर पर शानदार फोरहैंड रिटर्न लगाया जो दोनों खिलाड़ियों के ऊपर से निकल गया लेकिन लाइन के अंदर जा गिरा. इसके बाद बालाजी ने शानदार र्सिवस रिटर्न के साथ दो ब्रेक प्वाइंट हासिल किए. पहले ब्रेक प्वाइंट पर रोमांचक वॉली रैली हुई लेकिन आखिरकार अकोमोलो का शॉट बेसलाइन के ऊपर से निकल गया जिससे भारत ने 3-1 की बढ.त हासिल की. बालाजी ने मजबूत र्सिवस से एक और गेम जीतकर स्कोर 4-1 कर दिया.
रित्विक भी जल्द ही लय में आ गए और उन्होंने बेहतर र्सिवस की. अकोमोलो सेट में बने रहने के लिए र्सिवस कर रहे थे लेकिन 15-15 के स्कोर पर उन्होंने लगातार दो डबल फॉल्ट करके भारत को दो सेट प्वाइंट दिए. टोगो ने पहला सेट प्वाइंट बचा लिया लेकिन दूसरे प्वाइंट पर रित्विक ने ओवरहेड वॉली विनर लगाकर पहला सेट भारत के नाम किया.
भारतीय जोड़ी ने दूसरे सेट में भी जल्द ही टोगो की जोड़ी की र्सिवस तोड़कर मेहमान टीम की वापसी की संभावना खत्म की.
अकोमोलो की दूसरी र्सिवस पर 30-30 के स्कोर पर टोगो के खिलाड़ी ने आसान फोरहैंड लगाने का मौका गंवाया जिससे भारतीय जोड़ी को ब्रेक प्वाइंट मिला जिसे मेजबान टीम ने जीत लिया. बालाजी ने पांचवें गेम में डबल फॉल्ट से अपनी र्सिवस पर पहला अंक गंवाया लेकिन भारत 4-1 की बढ.त बनाने में सफल रहा. दबाव में आकर पेडियो ने भी अपनी र्सिवस गंवा दी और रित्विक ने अपनी र्सिवस बचाकर मेजबान टीम की जीत सुनिश्चित की.