मास्टर प्लान 2021 का उल्लंघन कर केजरीवाल के आवास का सौंदर्यीकरण किया गया : मीनाक्षी लेखी

नयी दिल्ली. केंद्रीय मंत्री और नयी दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद मीनाक्षी लेखी ने बुधवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरंिवद केजरीवाल के आधिकारिक आवास का सौंदर्यीकरण मास्टर प्लान 2021 का उल्लंघन करते हुए किया गया और इसके लिए कई पेड़ काट दिए गए.

आरोपों पर केजरीवाल नीत सरकार या सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. बुधवार को केजरीवाल के 6, फ्लैगस्टाफ रोड आवास के पास प्रदेश भाजपा के अनिश्चितकालीन धरने में शामिल होने वालीं लेखी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के आवास का 45 करोड़ रुपये की लागत से कराए गए सौंदर्यीकरण कार्य में ‘‘घोटाला’’ हुआ है. भाजपा की दिल्ली इकाई ने सोमवार को सिविल लाइंस में केजरीवाल के सरकारी आवास के पास धरना शुरू किया. पार्टी ने 2020-22 में कराए गए कार्य में ‘‘घोटाले’’ का भी आरोप लगाया है.

मंत्री ने कहा कि 500 गज का एक नया बंगला लगभग 4-5 करोड़ रुपये के साथ बनाया जा सकता है, जबकि केजरीवाल ने अपने आवास के सौंदर्यीकरण पर तब 45 करोड़ रुपये खर्च किए और वह भी उस समय जब कोविड महामारी फैली हुई थी. विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘वही केजरीवाल जो सत्ता में आने से पहले कहा करते थे कि वह सरकारी आवास और वाहन नहीं लेंगे, उन्होंने अब मुख्यमंत्री के रूप में अपने लिए 7 सितारा सुविधाओं की व्यवस्था की है.’’

उन्होंने आरोप लगाया कि मामला उजागर ना हो इस कारण से कोई निविदा नहीं मंगाई गई थी. लेखी ने आरोप लगाया, ‘‘यह कार्य 45 करोड़ की एक निविदा के रूप में नहीं किया गया, बल्कि इसे पांच भागों में विभाजित किया गया था ताकि पीडब्ल्यूडी सचिव की मंजूरी को दरकिनार किया जा सके. दिल्ली मास्टर प्लान-2021 का उल्लंघन कर मुख्यमंत्री आवास का सौंदर्यीकरण किया गया.’’

लेखी ने कहा, ‘‘यह लुटियंस दिल्ली जैसा इलाका है और आप बिना अनुमति के किसी ढांचे में एक ईंट भी नहीं जोड़ सकते. सौंदर्यीकरण मास्टर प्लान 2021 का उल्लंघन करते हुए किया गया था. दिल्ली शहरी कला आयोग से भी कोई अनुमति नहीं ली गई थी.’’ लेखी ने यह भी आरोप लगाया कि सौंदर्यीकरण कार्य के लिए हटाए गए पेड़ों के स्थान पर नए पेड़ नहीं लगाए गए और कई पुराने वृक्ष जो स्थानांतरित किए गए थे वे बचे नहीं.

लेखी ने कहा, ‘‘उच्च अधिकारियों की अनुमति से बचने और मामला उजागर ना हो, एक समय में 10 से कम पेड़ों को हटाया गया था. हटाए गए पेड़ों के लिए 260 पेड़ लगाया जाना तय किया गया. उन्हें मेटकाफ हाउस के पास 260 पेड़ लगाने थे लेकिन केवल 83 पौधे रोपे गए और 167 लगाए जाने बाकी हैं.’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘गलत तरीके से पेड़ों को हटाने के कारण सैंकड़ों साल पुराने बरगद के 11 बड़े वृक्ष नष्ट हो गए और केवल एक बच पाया.’’ उन्होंने कहा कि केजरीवाल को दिल्ली के लोगों के लिए अपने आवास के द्वार खोल देने चाहिए ताकि वे खुद देख सकें कि वहां क्या है, नहीं तो कानून आखिरकार उन्हें पकड़ेगा और उन्हें उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा.

आम आदमी पार्टी (आप) प्रधानमंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के आवासों पर खर्च का हवाला देते हुए भाजपा के आरोपों का आक्रामक रूप से जवाब दे रही है. आप का आरोप है कि नरेंद्र मोदी नीत सरकार के कार्यकाल में देश के विभिन्न मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए भाजपा इसे मुद्दा बना रही है.

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