महाराष्ट्र: भारत में अवैध रूप से रह रहे 16 बांग्लादेशी गिरफ्तार
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे 11 बांग्लादेशियों को उनके देश वापस भेजा
मुंबई/ठाणे/नयी दिल्ली. महाराष्ट्र पुलिस ने मुंबई, ठाणे और राज्य के तीन अन्य जिलों में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेश के 16 नागरिकों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने बताया कि विशेष अभियान के तहत महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने स्थानीय पुलिस की मदद से पिछले चार दिनों में मुंबई, नासिक, नांदेड़ और छत्रपति संभाजीनगर से बांग्लादेश के नौ नागरिकों को गिरफ्तार किया है.
उन्होंने बताया कि आरोपियों में आठ पुरुष और एक महिला शामिल हैं, जिन्होंने जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर आधार कार्ड बनवाए हैं. पुलिस ने उनके खिलाफ विदेशी अधिनियम और अन्य प्रासंगिक कानूनी प्रावधानों के तहत पांच मामले दर्ज किए हैं. अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही एटीएस ने विशेष अभियान के तहत पिछले महीने 19 मामलों में 43 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया.
ठाणे जिले में एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने मंगलवार को मनकोली क्षेत्र में प्रेरणा कॉम्प्लेक्स स्थित एक गोदाम पर छापा मारा और वहां बांग्लादेश के सात व्यक्तियों को काम करते हुए पाया. नारपोली थाने के एक अधिकारी ने बताया कि उन लोगों की उम्र 26 से 54 वर्ष के बीच है और वे भारत में रहने के लिए कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं कर सके. उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनके पास से 35 हजार रुपये मूल्य के मोबाइल फोन और अन्य सामान जब्त किया है. अधिकारी ने बताया कि उनके खिलाफ विदेशी अधिनियम, पासपोर्ट अधिनियम और पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे 11 बांग्लादेशियों को उनके देश वापस भेजा
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे 11 बांग्लादेशियों को उनके देश वापस भेज दिया गया. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र चौधरी ने बताया कि महिपालपुर में एक अभियान के दौरान पाया गया कि बांग्लादेश के 11 नागरिक बिना वैध दस्तावेजों के होटल में ठहरे हुए थे.
उन्होंने बताया, ”पर्यटक वीजा की तय अवधि से अधिक समय तक भारत में रहने के लिए पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया. पूछताछ के बाद उन्हें विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय को सौंप दिया गया, जहां से उन्हें वापस बांग्लादेश भेज दिया.” अधिकारी ने बताया कि सभी की आयु 21 से 48 वर्ष के बीच थी तथा कुमिला, गाजीपुर, ढाका और सुनामगंज समेत बांग्लादेश के विभिन्न जिलों के रहने वाले थे. उन्होंने बताया कि बांग्लादेशियों ने पर्यटक वीजा पर भारत में प्रवेश करने और अवधि समाप्त होने के बाद भी दिल्ली में रहने की बात स्वीकार की.