पति की हत्या की आरोपी मुस्कान को जेल में पहली रात नींद नहीं आयी

मुस्कान के माता-पिता को सौरभ की हत्या किए जाने की जानकारी थी : पीड़ित के परिजन का दावा

मेरठ: अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव के टुकड़े करने की आरोपी मुस्कान को जेल में पहली रात नींद नहीं आयी। चौधरी चरण ंिसह जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बृहस्पतिवार को पीटीआई-भाषा से कहा कि मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल को बुधवार शाम करीब छह बजे जेल में लाया गया। उन्होंने बताया कि मुस्कान को महिला बैरक (बैरक नम्बर 12) और साहिल को पुरुष बैरक (बैरक नम्बर 18) में रखा गया है।

उन्होंने कहा कि जेल आने के बाद मुस्कान गुमसुम रही और किसी से बात नहीं की और न ही उसने रात में खाना खाया। मुस्कान और उसके मित्र साहिल को बुधवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में मेरठ जेल भेज दिया।

मुस्कान के पति सौरभ राजपूत का शव पोस्टमार्टम के बाद घर लाया गया। बुधवार देर शाम शव का अंतिम संस्कार किया गया। अधिकारियों के अनुसार जांच में पता चला कि मुस्कान और साहिल बचपन से परिचित थे और पहली से आठवीं कक्षा तक साथ-साथ पढ़े थे। दोनों एक सहपाठी द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए फिर से जुड़े जिससे उनके बीच फिर से रिश्ता शुरू हुआ। जांच के अनुसार मुस्कान और सौरभ की शादी के तीन साल बाद 2019 में उनका ‘अफेयर’ शुरू हुआ।

व्हाट्सएप ग्रुप द्वारा मेरठ के एक मॉल में आयोजित पार्टी में दोनों की मुलाकात हुई, जहां से उनका प्रेम प्रसंग शुरू हुआ। पुलिस ने दावा किया कि दोनों ने सौरभ की हत्या की साजिश रची क्योंकि वे उसे अपने रिश्ते में बाधा मानते थे।

मुस्कान के माता-पिता को सौरभ की हत्या किए जाने की जानकारी थी : पीड़ित के परिजन का दावा

उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुए सौरभ कुमार हत्याकांड में आरोपी पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला से की गई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए हैं. वहीं, सौरभ के परिजनों ने आरोप लगाया है कि मुस्कान के माता-पिता का यह कहना कि उन्हें घटना के बारे में पहले से पता नहीं था, पूरी तरह गलत है.

सौरभ की मां रेणु देवी ने कहा, ”ऐसा कह कर मुस्कान के माता-पिता पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. हकीकत यही है कि मुस्कान की मां को अपराध के बारे में पहले से पता था. कानूनी कार्रवाई से खुद को बचाने के लिए ही वे पुलिस थाने गए थे.” यही नहीं रेणू देवी ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि सौरभ की छह साल की बेटी को उसकी मौत के बारे में पता था.

उन्होंने कहा, ”हमें कुछ लोगो से पता चला है कि वह (सौरभ की बेटी) कह रही थी, ‘पापा ड्रम में हैं’.” हालांकि, ‘पीटीआई-भाषा’ द्वारा इस बारे में पूछने पर पुलिस अधीक्षक (नगर) आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि इस बारे में बच्ची के परिवार वालों ने उसे बता दिया होगा या जब मुस्कान परिवार वालों को घटना की कहानी सुना रही होगी तब बच्ची वहीं मौजूद होगी.

सिंह ने कहा कि बच्ची को इस बारे में कुछ पता नहीं था. उन्होंने कहा कि मुस्कान और साहिल को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस अदालत में आवेदन करेगी. सिंह ने कहा कि मुस्कान ने पुलिस को बताया है कि वह पिछले साल नवंबर से ही अपने पति सौरभ की हत्या करने की साजिश रच रही थी. वहीं, इस मामले में यह भी सामने आया है कि साहिल शुक्ला अंधविश्वासी था.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साहिल की मां का निधन हो चुका है और इसका फायदा उठाते हुए मुस्कान ने अपने भाई के नाम से ‘स्नैपचैट’ की एक फर्जी आईडी बनाई और फिर अपने प्रेमी साहिल को कहा कि ”तुम्हारी मरी हुई मां अवतरित हुई थी और कहा कि सौरभ का वध करना पड़ेगा.” सिंह ने बताया कि दरअसल मुस्कान ने साहिल को ऐसा अनुभव कराया कि वह साहिल की मां से बात कर सकती है. इसके बाद मुस्कान ने अपने दोस्तों से ऐसी जगह के बारे में पूछा, जहां पूजा के बाद सामान दबाया जा सके.

सिंह ने बताया कि मुस्कान साजिश रच रही थी कि कोई ऐसी जगह मिल जाए जहां हत्या के बाद शव को जमीन में गाड़ा जा सके.
उन्होंने बताया कि जब मुस्कान को पता चला कि सौरभ फरवरी में आ रहा है तो उसने मुर्गा काटने के बहाने चाकू खरीदे और बेहोशी की दवाई खरीदी तथा हत्या को अंजाम दिया. पुलिस अधीक्षक के अनुसार मुस्कान को इस बात का पता था कि सौरभ की हत्या के बाद उसके परिजन उसके बारे में पूछताछ करने की कोशिश नहीं करेंगे क्योंकि सौरभ दो साल से बाहर रह रहा था.

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