वर्ष 2002 के दंगों की सच्चाई सामने आने से डरे हुए हैं प्रधानमंत्री मोदी: के सी वेणुगोपाल

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अभी भी 2002 के दंगों की सच्चाई सामने आने से डरे हुए हैं और बीबीसी के वृत्तचित्र को ‘‘अवरुद्ध’’ करना अलोकतांत्रिक है. विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार सच्चाई पर कितना भी ‘‘पर्दा डालने’’ की कोशिश कर ले, दुनिया सच देख ही लेती है.

कांग्रेस महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘21 साल बाद 2002 का सच सामने आने से नरेन्द्र मोदी अभी भी डरे हुए हैं. बीबीसी के उस वृत्तचित्र को अवरुद्ध करना, जो सीधे तौर पर उन्हें नरसंहार के लिए दोषी ठहराती है, एक कायरतापूर्ण, अलोकतांत्रिक कृत्य है. यह कृत्य स्पष्ट रूप से मोदी के तानाशाही रवैये को दर्शाता है.’’ ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा प्रधानमंत्री मोदी का बचाव करने के बाद, कांग्रेस सचिव आशीष दुआ ने पूछा, ‘‘क्या ऋषि सुनक ने गुजरात पर ‘काफी शोध’ कर बनाये गये बीबीसी का वृत्तचित्र देखा है.’’

कांग्रेस की एक अन्य प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने कहा, ‘‘बीबीसी के वृत्तचित्र से पता चलता है कि ब्रिटिश सरकार की जांच में 2002 के गुजरात दंगों के लिए नरेन्द्र मोदी को ‘सीधे तौर पर जिम्मेदार’ ठहराया गया था.’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा सरकार सच्चाई को कितना भी छुपाने की कोशिश कर ले, दुनिया मोदी को उसी रूप में देखती है, जो वह वास्तव में हैं.’’ भारत सरकार ने बीबीसी के इस वृत्तचित्र की निंदा की है और इसे संदिग्ध एजेंडे वाली दुष्प्रचार सामग्री करार दिया है. कार्यक्रम भारत में प्रर्दिशत नहीं किया गया है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बीबीसी के इस वृत्तचित्र पर बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली में संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि यह एक ‘गलत आख्यान’ को आगे बढ़ाने के लिए दुष्प्रचार का एक हिस्सा है. बीबीसी ने ‘इंडिया : द मोदी क्वेश्चन’ शीर्षक से दो भाग में एक श्रृंखला बनाई है. यह श्रृंखला गुजरात में 2002 में हुए दंगों के बारे में है, जब मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे.

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