पंजाब सरकार जल्द ही जेल में ‘वीआईपी संस्कृति’ को खत्म करेगी: मुख्यमंत्री मान

चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य की जेलों में ‘‘वीआईपी सेल’’ को प्रशासनिक खंड में परिर्वितत करके जल्द ही ‘‘वीआईपी संस्कृति’’ को समाप्त कर देगी. मान ने एक वीडियो संदेश में कहा कि जेलों को सही मायने में ‘सुधार गृह’ में परिर्वितत किया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने जेल प्रशासन में सुधार के लिए अपनी सरकार की मंशा व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले 50 दिनों में तलाशी अभियान के दौरान विभिन्न जेलों से 700 से अधिक मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिनका इस्तेमाल गैंगस्टर और जेल में अपराधियों द्वारा किया जा रहा था. मान ने कहा कि उनकी पार्टी ने वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद वह जेलों से सक्रिय गैंगस्टर और अपराधियों के नेटवर्क को खत्म कर देगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि जेलों में बंद लोगों को कानून का उल्लंघन करने के लिए अदालतों ने दंडित किया है और वे जेलों में विभिन्न सुविधाओं का आनंद नहीं ले सकते.

उन्होंने सवाल किया, ‘‘यह आश्चर्यजनक है कि जेल में कोई वीआईपी कैसे बन सकता है जब एक अदालत उसे (अपराध के लिए) सजा देती है.’’ मुख्यमंत्री ने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘हम जेलों में मौजूद वीआईपी संस्कृति को खत्म करेंगे. लोग सोचते हैं कि वे (आरोपी) जेल में हैं लेकिन आरोपी वहां आराम करते हैं, बैडंिमटन और टेनिस खेलते हैं और टीवी देखते हैं. हम इस संस्कृति को रोकने जा रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘जेल में वीआईपी कमरे या वीआईपी हिस्से को प्रशासनिक खंड में बदल दिया जाएगा.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि जेलों में फोन पहुंचाए जाने में शामिल जेल अधिकारियों और कर्मचारियों की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी.

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