बेटियों के आत्मनिर्भर होने से बनेगा आत्मनिर्भर भारत: मुर्मू

नयी दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कहा कि आत्मनिर्भर भारत और नए भारत के निर्माण का लक्ष्य तभी पूरा होगा जब हमारी बेटियां आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास की भावना के साथ आगे बढ़ेंगी. ‘भुला दे डर, जी बेफिकर’ थीम पर दैनिक समाचार पत्र नवभारत टाइम्स द्वारा कनॉट प्लेस में आयोजित आॅल वुमेन बाइक रैली को राष्ट्रपति मुर्मू ने आॅनलाइन झंडा दिखाने के दौरान वीडियो संदेश में कहा कि ‘मैं चाहूंगी कि प्रत्येक मां और बहन अपने बेटे और भाई को सभी महिलाओं को सम्मान देने के संस्कार दें तभी हमारी बेटियां बेहतर वातावरण में आगे बढ़ सकेंगी.’

राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संदेश में कहा, ‘‘आत्मनिर्भर भारत और नए भारत के निर्माण का लक्ष्य तभी पूरा होगा जब हमारी बेटियां आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास की भावना के साथ आगे बढ़ेंगी और पूरी उम्मीद है कि ऐसे आयोजनों का संदेश हमारे देश के गांव-गांव और नगर- नगर तक पहुंचेगा. दूर-सुदूर गांवों में रहने वाली हमारी बेटियां सदैव निडर महसूस करें तथा आत्मविश्वास के साथ जीवन में आगे बढ़ें.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहूंगी कि प्रत्येक मां और बहन अपने बेटे और भाई को सभी महिलाओं को सम्मान देने के संस्कार दें तब हमारी बेटियां बेहतर वातावरण में आगे बढ़ सकेंगी तथा देश और समाज को और अधिक योगदान देने में समर्थ बन पाएंगी.’’ वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाइक रैली के आयोजन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए शुभकामना संदेश में कहा कि ‘नारी निर्णय शक्ति, निश्चय, निष्ठा और नेतृत्व की प्रतिंिबब है. सेना में अपने शौर्य और पराक्रम से महिलाएं देश का मान बढ़ा रही हैं.’ रैली में महिलाएं अलग-अलग थीम की पोशाक में तैयार होकर समूहों में पहुंची. इस दौरान दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना, केंद्रीय राज्यमंत्री दर्शना जरदोश, फिल्म अभिनेत्री सानिया मल्होत्रा बतौर खास मेहमान शामिल हुए.

रैली में दो हजार से ज्यादा महिलाओं के अलावा बीएसएफ की महिला बाइकर्स टीम ‘‘सीमा भवानी’’ और दिल्ली पुलिस की महिला बाइकर्स टीम ने भी शिरकत की. केंद्रीय राज्यमंत्री दर्शना ने भी रैली में बाइक चलाई. कार्यक्रम में 18 से 95 साल तक की उम्र की महिलाओं ने हिस्सा लिया. राष्ट्रपति ने बाइक रैली में भाग लेने वाली महिलाओं की सराहना की.

उन्होंने साथ ही कहा कि मीडिया से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने विज्ञापनों, समाचारों और कार्यक्रमों में महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा के प्रति पूरी संवेदनशीलता रखें और संविधान के अनुसार भारत के प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह ऐसी प्रथाओं को छोड़े जो महिलाओं की गरिमा के विरुद्ध हैं.

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ मीडिया से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने विज्ञापनों, समाचारों और कार्यक्रमों में महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा के प्रति पूरी संवेदनशीलता रखें.’’ उन्होंने कहा कि इस मौलिक कर्तव्य को निभाने के लिए आवश्यक है कि प्रत्येक नागरिक की सोच नारी के प्रति सम्मानपूर्ण हो. मुर्मू ने कहा कि महिलाओं के प्रति सम्मानपूर्ण आचरण की नींव परिवार में ही रखी जा सकती है.

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