‘शीश महल’ विवाद : ‘आप’ और भाजपा के बीच टकराव, आप नेताओं को मुख्यमंत्री आवास में जाने से रोका गया
नयी दिल्ली. दिल्ली के सिविल लाइंस में छह, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास के बाहर बुधवार को उस समय नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला जब आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं ने बंगले में प्रवेश करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. यह बंगला पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आधिकारिक आवास था.
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बाद में लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री के सरकारी आवास तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें फिर से रोक दिया. जिसके बाद आप नेताओं ने धरना दिया. इसके बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मीडिया को मुख्यमंत्री आतिशी को आवंटित एबी17 मथुरा रोड बंगले पर लेकर गए और दिखाया कि उनके पास पहले से ही सरकारी आवास है. भाजपा ने जानना चाहा कि आतिशी सरकारी आवास आवंटित होने के बावजूद अलग बंगला क्यों मांग रही हैं.
आप नेता संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज को फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगले में प्रवेश नहीं करने दिया गया, जिसके बाद उन्होंने उसके बाहर धरना दिया. भाजपा द्वारा ”शीश महल” के मुद्दे पर तंज किए जाने के जवाब में ‘आप’ ने मीडिया को मुख्यमंत्री आवास का दौरा कराने के लिए आमंत्रित किया था. पुलिस ने ‘आप’ नेताओं को परिसर में जाने से रोकने के लिए छह, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगले के सामने अवरोधक लगा दिए और जवानों को तैनात किया था. इसके बाद वे प्रधानमंत्री आवास की ओर बढ.े और रोके जाने पर तुगलक रोड पुलिस थाने के पास धरना दिया. आप नेताओं ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर प्रधानमंत्री आवास के निरीक्षण से भागने का आरोप लगाया. आप नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास के नवीनीकरण में अत्यधिक लागत आई है.
संजय सिंह ने कहा, ” भाजपा का झूठ आज पूरे देश के सामने उजागर हो गया है. भाजपा ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर सोने से बना मिनी बार, स्विमिंग पूल और कमोड है. हालांकि, उन्होंने हमें अंदर जाने और जनता को सच्चाई दिखाने की अनुमति नहीं दी.” संजय सिंह ने प्रधानमंत्री आवास के नजदीक प्रदर्शन के दौरान कहा, ”अब वे हमें प्रधानमंत्री आवास की वास्तविकता बताने से भी रोक रहे हैं, जो 2,700 करोड़ की लागत से बना है.” ‘आप’ नेताओं ने मीडिया को मुख्यमंत्री आवास का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया था. भाजपा लगातार दावा करती आ रही है कि अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल के दौरान उनके आधिकारिक आवास को ”शीश महल” में बदल दिया गया.
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने आवास पर आने की अनुमति मांगी थी तो सिंह और भारद्वाज ने संवाददाताओं से कहा, ”हमें मुख्यमंत्री के आवास में प्रवेश करने की अनुमति क्यों चाहिए?” उन्हें आवास में प्रवेश करने की अनुमति के लिए अधिकारियों से बात करते देखा गया.
भारद्वाज को एक अधिकारी से कहते हुए सुना गया, ”आपको हमें रोकने का निर्देश किसने दिया? मैं एक मंत्री हूं और मैं यहां मुआयना करने के लिए आया हूं. आप मुझे कैसे रोक सकते हैं और किसके आदेश पर? क्या आपको उपराज्यपाल से निर्देश मिले हैं?” इससे पहले सिंह और भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वे पत्रकारों को प्रधानमंत्री आवास पर भी ले जाएंगे. प्रधानमंत्री आवास को ‘आप’ ने ”राज महल” करार दिया और दावा किया कि इसे 2,700 करोड़ की लागत से बनाया गया है.
भारद्वाज ने कहा, ”जैसा कि वादा किया था, हम सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास छह, फ्लैगस्टाफ रोड पर जाएंगे और भाजपा के दावे के अनुसार वहां ‘गोल्डन कमोड’, ‘स्विमिंग पूल’ और ‘मिनी बार’ खोजने की कोशिश करेंगे.” उन्होंने कहा, ”इस बात पर गौर किया जाना चाहिए ये दोनों (मुख्यमंत्री आवास और प्रधानमंत्री आवास) संपत्तियां सरकारी आवास हैं. इन्हें करदाताओं के पैसे से बनाया गया है और कोविड-19 महामारी के दौरान यह निर्माण हुआ. अगर धन के दुरुपयोग के आरोप हैं, तो दोनों की जांच होनी चाहिए.” आप ने यह भी कहा कि वह पत्रकारों को प्रधानमंत्री के आवास पर ले जाएगी, जिसे उसने ‘राज महल’ नाम दिया है.
भाजपा के तंज की प्रतिकिया में ‘आप’, प्रधानमंत्री आवास को मुद्दा बनाकर उसे (भाजपा को) घेरने की कोशिश कर रही है. ‘आप’ का कहना है कि प्रधानमंत्री आलीशान जीवन जीते हैं और पार्टी ने उनके आधिकारिक आवास को ”राज महल” करार दिया है.
इसके जवाब में भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा मीडिया को लेकर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को आवंटित एबी 17 मथुरा रोड स्थित बंगले पर पहुंचे.
सचदेवा ने आप पर आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव से पहले आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद वह पूर्व मुख्यमंत्री के बंगले पर नाटक कर रही है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ”आप नेता संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज पहले शीश महल क्यों नहीं गए?” पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल अक्टूबर में छह, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगला खाली कर दिया था. तब से यह बंगला कथित रूप से महंगी फिटिंग और अन्य सामानों को लेकर विवाद का केंद्र बना हुआ है.
भाजपा, विधानसभा चुनाव के अपने प्रचार अभियान में ”शीश महल” के मुद्दे पर ‘आप’ को घेरने में लगी है. भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया है कि केजरीवाल के बंगला खाली करने के बाद ”गोल्डन कमोड” सहित कई कीमती सामान गायब हो गए हैं. मंगलवार को ‘आप’ ने भाजपा को चुनौती दी कि वह प्रधानमंत्री आवास को मीडिया के लिए खोलकर हकीकत दिखाए. साथ ही आप ने पत्रकारों को मुख्यमंत्री आवास का दौरा कराने की पेशकश भी की.