यूक्रेन ने मारियुपोल में समर्पण की रूस की मांग ठुकराई
ल्वीव/यरूशलम/कीव. यूक्रेन ने मारियुपोल में नागरिकों के लिए सुरक्षित मानवीय गलियारे के बदले इस बंदरगाह शहर में सेना के हथियार डालने की रूस की मांग को ठुकरा दिया है. रूसी सेना ने मारियुपोल में यूक्रेन की सेना पर दबाव बनाने के लिए बमबारी तेज कर दी है और अन्य शहरों पर भी लगातार हमले किए जा रहे हैं. वहीं, यूक्रेन की राजधानी कीव में रूसी सेना की गोलाबारी में एक शॉंिपग सेंटर ध्वस्त हो गया. हमले में कम से कम आठ लोग मारे गए.
अजोव सागर के पास स्थित दक्षिणी शहर मारियुपोल तीन सप्ताह से अधिक समय से रूसी सेना के भीषण हमलों का सामना कर रहा है. यूक्रेन के अधिकारियों के मुताबिक, रूसी सेना ने एक कला विद्यालय पर बमबारी करने के कुछ घंटे बाद गलियारा खोलने का प्रस्ताव दिया था. इस विद्यालय में लगभग 400 लोगों ने शरण ले रखी थी. हालांकि, यूक्रेन ने रूस के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है.
यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरिना वेरेश्चुक ने कहा, ‘‘आत्मसमर्पण करने, हथियार डालने का सवाल ही नहीं उठता. हमने रूसी पक्ष को पहले ही इस बात की जानकारी दे दी है. हमने उनसे कहा है कि वे आठ पन्नों की चिट्ठी लिखने पर वक्त बर्बाद करने के बजाय गलियारे खोलें.’’ मारियुपोल के मेयर पियोत्र आंद्रस्चेन्को ने भी प्रस्ताव ठुकराने की पुष्टि की. रूसी कर्नल जनरल मिखाइल मिंिजत्सेव ने कहा था कि वह मारियुपोल से प्रस्थान के लिए दो निकासी गलियारा बनाने की अनुमति देंगे, जिनमें से एक पूर्व में रूस की तरफ तो दूसरा पश्चिम में यूक्रेन के अन्य हिस्सों की ओर जाएगा.
मारियुपोल के अधिकारियों को इस प्रस्ताव पर जवाब देने के लिए सोमवार सुबह पांच बजे तक का समय दिया गया था. हालांकि, रूस ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि यूक्रेन के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद वह क्या कार्रवाई करेगा. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘आरआईए नोवोस्ती’ की खबर के अनुसार, रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यूक्रेन नहीं माना तो मारियुपोल के अधिकारियों को एक सैन्य न्यायाधिकरण का सामना करना पड़ सकता है.
मारियुपोल और यूक्रेन के अन्य शहरों से लोगों की निकासी की कई कोशिशें नाकाम रही हैं या आंशिक सफलता ही मिल पाई है. मारियुपोल के अधिकारियों ने बताया कि रूसी हमलों के कारण शहर में कम से कम 2,300 लोग मारे गए हैं, जिनमें से कुछ को सामूहिक कब्रों में दफनाया गया है. इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश जारी कर बताया कि रूसी सेना ने एक कला विद्यालय पर बमबारी की, जिसमें लगभग 400 लोगों ने शरण ले रखी थी.
उन्होंने कहा, ‘‘वहां मौजूद लोग मलबे में दब गए हैं. हमें नहीं पता कि उनमें से कितने बच पाए हैं. लेकिन हम यह जरूर जानते हैं कि हम कला विद्यालय पर बम बरसाने वाले पायलट को निश्चित तौर पर मार गिराएंगे.’’ मारियुपोल पर कब्जे से दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन में रूसी सेना को एकजुट होने में मदद मिलेगी. इससे पहले, मारियुपोल के एक सिनेमाघर पर भी बम बरसाए गए थे, जहां एक हजार से अधिक लोगों ने शरण ले रखी थी. शहर में तीन हफ्ते से अधिक समय से बमबारी हो रही है और इसने युद्ध के कुछ सबसे भयानक मंजर देखे हैं.
मॉस्को-कीव के बीच मध्यस्थ बनने के प्रयास में इजराइल
इजराइली प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष विराम को लेकर जारी वार्ता में प्रगति के बावजूद दोनों पक्षों के बीच ‘बड़ा फासला’ अब भी बरकरार है. नफ्ताली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोमवार को कहा कि इजराइल दुनिया के अन्य साथियों के साथ दूरियां कम करने और युद्ध समाप्त करने के लिए प्रयास करता रहेगा. नफ्ताली बेनेट ने युद्ध में शामिल दोनों देशों के बीच मध्यस्थ के रूप में काम किया है.
इजराइल के यूक्रेन और रूस, दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं. यूक्रेन पर फरवरी में रूसी हमले के बाद से इजराइल ने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थ का काम किया. इजराइली प्रधानमंत्री ने हाल के हफ्तों में दोनों नेताओं से टेलीफोन पर कई बार बातचीत की है. इस महीने की शुरुआत में बेनेट ने मॉस्को का दौरा करके रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत की थी. बेनेट ने यरूशल में एक शिखर सम्मेलन आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है. येदिओथ अहरोनोथ समाचारपत्र की प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अभी लंबा रास्ता तय करना बाकी है, क्योंकि, जैसा कि मैंने कहा था, यहां कई विवादास्पद मुद्दे हैं जिनमें से कुछ मूलभूत हैं.’’
रूस यूक्रेन बमबारी रासायनिक संयंत्र रूस ने रासायनिक संयंत्र पर की बमबारी: यूक्रेन
यूक्रेन के महाअभियोजक ने कहा कि सूमी शहर के बाहरी इलाके में स्थित एक रासायनिक संयंत्र पर भी रूसी गोला गिरा है. संयंत्र पर सोमवार की रात तीन बजे बम गिराया गया जिससे एक टैंक में रखी गई 50 टन अमोनिया गैस का स्राव होने लगा.
महाअभियोजक ने बताया कि गैस पर काबू पाने में कई घंटे लग गए.
उधर, रूसी सेना के प्रवक्ता इगोर कोनाशेंकोव ने दावा किया कि गैस स्राव यूक्रेन की ओर से योजनबद्ध उकसावे की कार्रवाई है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन की सेना रूस पर रासायनिक हमला करने का झूठा आरोप लगा रही है. कोनाशेंकोव ने यह भी कहा कि रात में किये गये क्रूज मिसाइल हमले में यूक्रेन के रिवने क्षेत्र में स्थित सैन्य प्रशिक्षण केंद्र को निशाना बनाया गया. उन्होंने कहा कि इस दौरान 80 विदेशी और यूक्रेनी सैनिक मारे गये.