समान नागरिक संहिता अस्वीकार्य, खाने के आधार पर भेदभाव का कड़ा विरोध: शत्रुघ्न सिन्हा

नयी दिल्ली. तृणमूल कांग्रेस के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा यह कहा है कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) उसे अस्वीकार्य है और वह, लोग क्या खाते हैं, इस आधार पर भेदभाव का “कड़ा विरोध” करते हैं. यहां जारी एक बयान में पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद ने कहा कि वह और उनकी पार्टी ऐसे किसी भी कानून का “कड़ा विरोध” करती है जो लोगों के साथ उनके खाने के आधार पर भेदभाव करता है.
अभिनेता से राजनेता बने सिन्हा ने कहा, “मेरी पार्टी ‘ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस’ ने हमेशा यह कहा है कि भाजपा की समान नागरिक संहिता की योजना हमें अस्वीकार्य है, क्योंकि उस पार्टी की राजनीति और विचारधारा पूरी तरह भेदभाव और ध्रुवीकरण पर आधारित है.” उन्होंने कहा, “हम सरकार के विचारों को सुनने के लिए तैयार हैं, लेकिन हम ऐसे किसी भी कानून का कड़ा विरोध करते हैं जो लोगों के साथ उनके खाने-पीने, उनके धर्म के पालन और वे किसे चुनते हैं, के आधार पर भेदभाव करता हो.” यह बयान उन खबरों के एक दिन बाद आया है जिनमें कहा गया था कि सिन्हा ने मांसाहारी भोजन पर प्रतिबंध लगाने की वकालत की है और उत्तराखंड सरकार द्वारा लाए गए समान नागरिक संहिता का समर्थन किया है.