वक्फ विधेयक का उद्देश्य वक्फ बोर्ड और उसकी संपत्तियों के सरंक्षण के बजाय उन्हें नष्ट करना है: ओवैसी
हैदराबाद. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर भाजपा-नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि प्रस्तावित कानून का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का संरक्षण करना नहीं, बल्कि उन्हें तहस-नहस करना है. हैदराबाद के सांसद ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से प्रस्तावित कानून को वापस लेने की मांग की.
ओवैसी ने कहा, ”इस विधेयक में वक्फ बोर्ड और वक्फ संपत्तियों का संरक्षण करने के बजाय उन्हें नष्ट करने का तरीका अपनाया गया है.” उन्होंने भाजपा पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस विधेयक में वक्फ को संरक्षण देने का कोई प्रावधान नहीं है.
ओवैसी ने आरोप लगाया कि वक्फ के संरक्षण के नाम पर नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार की मंशा इसे तहस-नहस करने की है.
ओवैसी ने आरोप लगाया, ”देश के मुसलमानों में यह संदेश गया है कि नरेन्द्र मोदी मुसलमानों से वक्फ संपत्तियां छीनना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री और सरकार इस पर विचार करें और प्रस्तावित कानून को वापस लें.” एआईएमआईएम प्रमुख ने विधेयक के विभिन्न प्रावधानों पर भी सवाल उठाए, जिसमें विवादित संपत्ति के स्वामित्व पर निर्णय लेने के लिए जिला कलेक्टर को शक्ति प्रदान करना और वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम सदस्यों को नियुक्त करना शामिल है.
उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने वक्फ (संशोधन) विधेयक से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सभी गैर-भाजपा मुख्यमंत्रियों से मिलने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि एआईएमपीएलबी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और जदयू नेताओं तथा भाजपा के अन्य सहयोगियों से मुलाकात करेगा और उन्हें विधेयक के बारे में बताएगा.