राहुल के स्वदेश लौटते ही भाजपा ने बोला चौतरफा हमला; माफी की मांग के साथ घेरा

नयी दिल्ली. लंदन में भारतीय लोकतंत्र के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर मचे राजनीतिक बवाल के बीच बृहस्पतिवार को संसद पहुंचे राहुल गांधी पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चौतरफा हमला बोला और उन पर ‘भारत विरोधी ताकतों की भाषा’ बोलने तथा ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के साथ खड़े होने का आरोप लगाया.

भाजपा नेताओं ने कहा कि विदेशी धरती से भारतीय लोकतंत्र व संसद को ‘‘गाली देने’’ के बाद स्वदेश लौटे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के मुंह से अपनी टिप्पणियों के लिए खेद स्वरूप एक भी शब्द न निकलना उनके अहंकार को दर्शाता है. ज्ञात हो कि ब्रिटेन यात्रा से लौटने के बाद पहली बार संसद पहुंचे राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की और उनसे संसद में अपना पक्ष रखने का मौका देने की अपील की.

इसके बाद राहुल के खिलाफ संसद भवन परिसर में तीन केंद्रीय मंत्रियों ने, तो संसद के बाहर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू और पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मोर्चा संभाला. संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही लगातार चौथे दिन हंगामे की भेंट चढ़ने के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और प्र‘‘ाद जोशी ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि कांग्रेस नेता को अपने बयानों के लिए पहले सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए.

कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए गोयल ने कहा कि वह ऐसे व्यवहार कर रहे हैं मानों ‘‘देशभक्ति का कोई महान कार्य’’ करने के बाद वह भारत लौटे हों. गोयल ने कहा कि गांधी ने अब तक माफी नहीं मांगकर अपनी और कांग्रेस की छोटी मानसिकता का प्रदर्शन किया है.

संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने कहा, ‘‘भारत की प्रतिष्ठा पर पहले कभी इस तरह से हमला नहीं हुआ है. राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन विदेशी शक्तियों से हस्तक्षेप की मांग करने से बड़ा कोई अपराध नहीं हो सकता. जिस भारत को पूरी दुनिया लोकतंत्र की जननी के रूप में देखती है उसके लिए राहुल गांधी ने गंभीर अपमानजनक टिप्पणी की है, और इससे पूरे देश में गुस्सा है.’’ उन्होंने कहा कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए क्योंकि सांसद और देश यही मांग कर रहे हैं. जोशी ने जोर देकर कहा कि भाजपा के अलावा अन्य दल भी गांधी से माफी की मांग कर रहे हैं.

ज्ञात हो कि हाल ही में लंदन में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर ‘‘बर्बर हमला’’ हो रहा है. उन्होंने अफसोस जताया कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस पर ध्यान देने में नाकाम रहे हैं. राहुल ने व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं.

संसद भवन परिसर में ही पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि ‘‘परदेशी’’ घर आ गये हैं और अब विदेशी सरजमीं से ‘‘भारत की छवि खराब करने के अपने कृत्यों ’’पर वह माफी मांग लें. उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने विदेशी सरजमीं से देश को अपमानित करने का काम किया है. ये टुकड़े-टुकड़े व देश का नामोनिशान मिटाने के सपने देखने वाले गैंग के साथ खड़े होते हैं. अपनी पार्टी में शामिल करते हैं. अब विदेश में जाकर भारत को बदनाम करने का काम, झूठ बोलने का काम, संसद का अपमान करने का काम किया है. उन्हें सदन में आकर माफी मांगनी चाहिए.’’

केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने अपने आवास पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर एक संसद सदस्य के ‘भारत विरोधी कृत्य’ की निंदा सांसद नहीं करेंगे तो लोग उनसे सवाल पूछेंगे कि वे संसद में क्या कर रहे थे ? रीजीजू ने कहा कि अगर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष देश को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं, तो भाजपा ना चुप बैठेगी और ना ही उन्हें माफ करेगी.

रीजीजू ने कहा कि भारत विरोधी ताकतों और एक ‘गिरोह’ ने विदेशी जमीन पर भारत को बदनाम करने की साजिश रची थी. उन्होंने कहा, ‘‘हम जनता के हित में बोलते हैं लेकिन भारत विरोधी ताकÞतें जितनी भी हैं उन सभी की भाषा और लाइन एक है, जो श्रीमान राहुल गांधी बोलते हैं. वही भाषा भारत के अंदर और वही भाषा भारत के बाहरङ्घ भारत के विरोध में काम करने वाले बोलते हैं.

उन्हें संसद में माफी मांगनी होगी. यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनसे माफी मांगने को कहें.’’ भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर विदेशी धरती से भारतीय लोकतंत्र को पटरी से उतारने और नीचा दिखाने को अपनी आदत बना लेने का आरोप लगाया.

प्रसाद ने संसद में बोलने की अनुमति देने या नहीं देने संबंधी राहुल गांधी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी लोकतंत्र की सफलता या विफलता का ‘पैमाना’ नहीं बन सकती. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने भारत में लोकतंत्र की स्थिति के खिलाफ टिप्पणी करने और अमेरिका तथा यूरोप के हस्तक्षेप की मांग करने से इनकार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा कांग्रेस नेता के खिलाफ अभियान जारी रखेगी और देश तथा उसके लोगों का अपमान करने के लिए उनसे माफी मांगने को कहेगी.

प्रसाद ने कहा, ‘‘आज उनके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकला कि हमने जो भारत के लोकतंत्र के बारे में कहा था, उसका मुझे खेद है. आज देश उनके अहंकार से दुखी है.’’ इससे पहले, राहुल गांधी ने कहा था कि उनके खिलाफ सरकार के चार मंत्रियों ने आरोप लगाए गए हैं, इसलिए उन्हें लोकसभा में अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए. उन्होंने यह दावा भी किया कि अडाणी समूह से जुड़े मामले से ध्यान भटकाने के लिए सरकार की ओर से संसद में पूरा तमाशा खड़ा किया गया है .

संसद और संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ किया जा रहा है सुनियोजित दुष्प्रचार: नकवी

पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि भारत के संविधान, संसद और संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ सुनियोजित दुष्प्रचार हो रहा है. उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि ‘यह सब ‘‘बाई चांस नहीं, बाई च्वाईस” (संयोगवश नहीं, बल्कि जानबूझकर) हो रहा है.

नकवी ने कहा, ‘‘2015 में जब 54 अफ्रीकी देशों के राष्ट्राध्यक्ष, मंत्री भारत में दुनिया के आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक मुद्दों पर चर्चा कर रहे होते हैं तो ऐसे ही लोग “अवार्ड वापसी” अभियान चलाने लगते हैं. 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति भारत में होते हैं तो ‘शाहीन बाग’ होने लगता है. अब जब भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है तो भारत के लोकतंत्र, संसदीय प्रणाली एवं देश की पारदर्शी संस्थाओं पर हमला हो रहा है.’’

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कांग्रेस को आड़े-हाथों लेते हुए कहा, ‘‘दुनिया भर में बढ़ती भारत की धमक, मोदी की धाक को धक्का देने की धूर्तता वाले खुद धूल में मिल गए हैं. भारतीय राजनीति, परिवार के पालने की विरासत को पछाड़ कर परिश्रम के परिणाम की सियासत में परिर्वितत हो गई है.’’

राहुल की टिप्पणी लोकतंत्र की सफलता या विफलता का ‘पैमाना’ नहीं बन सकती: भाजपा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राहुल गांधी के इस दावे की बृहस्पतिवार को आलोचना की कि उन्हें संसद में बोलने दिया जाता है या नहीं, यह लोकतंत्र की परीक्षा है और कहा कि उनकी टिप्पणी लोकतंत्र की सफलता या विफलता का !‘पैमाना’ नहीं बन सकती.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर विदेशी धरती से भारतीय लोकतंत्र को पटरी से उतारने और नीचा दिखाने की आदत डाल लेने का आरोप लगाया.

उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस नेता ने भारत में लोकतंत्र की स्थिति के बारे में की गई अपनी टिप्पणी और अमेरिका तथा यूरोप के हस्तक्षेप की मांग करने से इनकार नहीं किया है. प्रसाद ने कहा कि भाजपा ने ब्रिटेन में की गयी गांधी की टिप्पणियों का वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने विदेशी ताकतों से भारत में लोकतंत्र के ‘गिरते स्तर’ का ‘संज्ञान’ लेने का आग्रह किया था.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता के खिलाफ भाजपा अपना अभियान जारी रखेगी और देश तथा देशवासियों का अपमान करने के लिए उनसे माफी मांगने को कहेगी. प्रसाद ने कहा कि इसी लोकतंत्र ने उन्हें वायनाड से लोकसभा के लिए चुना और हाल ही में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई, लेकिन जब चुनाव में उनकी पार्टी की हार होती है तो वह उस पर सवाल भी उठाते हैं.

उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में हाल में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली है. प्रसाद ने कहा कि लोग गांधी या उनकी पार्टी को उनके गलत कामों के कारण वोट नहीं देते हैं और उन्हें इसके लिए लोगों का अपमान नहीं करना चाहिए.

इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि देश में अगर लोकतंत्र बरकरार है तो उन्हें संसद में अपनी बात रखने का अवसर मिलना चाहिए, क्योंकि उनके खिलाफ सरकार के चार मंत्रियों ने सदन के भीतर आरोप लगाए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र के लिए एक इम्तेहान भी होगा कि उन्हें भी चार मंत्रियों की तरह ही सदन में बोलने का पूरा अवसर मिलता है या फिर चुप होने के लिए कहा जाता है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अडाणी समूह से जुड़े मामले से ध्यान भटकाने के लिए सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से संसद में पूरा ‘तमाशा’ खड़ा किया गया है.

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