बिहार का जनादेश को सुशासन की जीत, भाजपा शासित राज्यों ने सत्ता विरोधी लहर का मिथक तोड़ा: साय

रायपुर. छत्तीसग­ढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव के जनादेश को लोकतंत्र और सुशासन की जीत बताया तथा कहा कि भाजपा शासित राज्यों ने ‘इस मिथक को तोड़ दिया है’ कि सत्तारू­ढ़ दल को चुनावों में सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ता है.

साय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”दुनिया को लोकतंत्र की शिक्षा देने वाले बिहार का जनादेश, लोकतंत्र और सुशासन की जीत है. बिहार की जनता ने यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को इस बार अन्य तमाम चुनावों से अधिक बड़ी जीत दी है.” साय ने कहा है, ”ऐसा देखा जाता है कि कई बार सत्ता में रहने में बाद सत्ताधारी दल को ‘एंटी इंकम्बेंसी’ झेलना पड़ता है. भाजपा शासित राज्यों ने इस मिथक को भी तोड़ दिया है. भाजपा नीत गठबंधन ने यह साबित किया है कि जनता की उम्मीदों पर खरा उतर कर आप बार-बार आशीर्वाद पा सकते हैं. बिहार की जनता को धन्यवाद. बिहार में भी डबल इंजन की सरकार आगे और तेजी से प्रदेश का विकास करे, यही शुभकामना है.” उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों को ‘ऐतिहासिक’ बताया और कहा कि यह देश की राजनीति को एक नई दिशा देगा.

उन्होंने कहा, ”बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम ऐतिहासिक है. यह सुशासन और विकास पर बिहार की जनता का मुहर है. महागठबंधन के सारे प्रोपेगेंडा को नकारते हुए बिहार की जनता ने विकास और सुशासन को समर्थन दिया है. मैं बिहार की जनता को बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं.” साव ने कहा कि यह जीत देश की राजनीति को नई दिशा देगा, नई ऊंचाई देगा तथा विकसित भारत के निर्माण की दिशा मजबूत होगी.

उन्होंने बिहार की जनता को उनके जनादेश के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी. निर्वाचन आयोग के अनुसार, बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 55 सीट जीती हैं और 35 अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रही है. उसकी सहयोगी जदयू ने 33 सीट हासिल की हैं और 51 अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रही है. राजग की सहयोगी पार्टी लोजपा (आरवी) ने सात सीट जीती हैं और 12 अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रही है. इसी गठबंधन के एक अन्य घटक दल, हम (एस) ने एक सीट जीती है और चार अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रही है. राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने एक सीट जीती है और तीन अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रही है.

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