हमास के तीन बंधकों के नाम जारी करने के बाद संघर्ष विराम लगभग तीन घंटे की देरी से हुआ प्रभावी

हमास के संघर्ष विराम में देरी के बाद गाजा में इजराइली हवाई हमले में आठ की मौत

दीर अल-बलाह. फलस्तीन के चरमपंथी समूह हमास ने उन तीन महिला बंधकों के नाम जारी कर दिए जिन्हें वह रविवार को रिहा करने की योजना बना रहा है. बंधकों के नाम जारी करने के साथ ही संघर्ष विराम को लेकर गतिरोध दूर हो गया. इजराइल ने कहा कि गाजा में संघर्ष विराम स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर प्रभावी हो गया है. स्थानीय समयानुसार संघर्ष विराम को सुबह आठ बजकर 30 मिनट पर प्रभावी होना था लेकिन हमास की ओर से बंधकों की सूची जारी नहीं किए जाने के कारण इसमें लगभग तीन घंटे की देरी हुई.

संघर्ष विराम के प्रभावी होते ही युद्ध वाली जगहों पर जश्न मनाया गया और कुछ फलस्तीन अपने घरों की ओर लौटने लगे है. इससे पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास जब तक कई फलस्तीनी कैदियों के बदले में रिहा किए जाने वाले तीन बंधकों की सूची नहीं दे देता, तब तक गाजा में संघर्ष विराम प्रभावी नहीं होगा.

नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि उन्होंने सेना को निर्देश दिया है कि स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजकर 30 मिनट पर प्रभावी होने वाला संघर्ष विराम ”तब तक प्रभावी नहीं होगा जब तक इजराइल के पास रिहा किए जाने वाले उन बंधकों की सूची नहीं आती, जिसे हमास ने उपलब्ध कराने का वादा किया था.” इजराइल की सेना ने कहा कि वह गाजा पट्टी पर ”हमले जारी रखे हुए है” क्योंकि हमास के साथ विवाद के कारण संघर्ष विराम प्रभावी होने में देरी हो रही है.

सेना के मुख्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने कहा कि जब तक हमास रविवार को रिहा किए जाने वाले तीन बंधकों के नाम नहीं सौंप देता, तब तक संघर्ष विराम प्रभावी नहीं होगा. संघर्ष विराम में देरी के बाद दक्षिणी शहर खान यूनिस में इजराइली हवाई हमले में कम से कम आठ लोगों की जान चली गई. नासेर अस्पताल ने रविवार के हमले में हताहतों की पुष्टि की, जिसके बारे में उसने कहा कि यह संघर्ष विराम के प्रभावी होने के लगभग दो घंटे बाद हुआ.

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को गाजा शहर में हमलों में तीन और मौतों की सूचना दी. हमास ने नाम सौंपने में देरी के लिए ”तकनीकी कारणों” का हवाला दिया. उसने एक बयान में कहा कि वह पिछले सप्ताह घोषित किए गए संघर्ष विराम समझौते के लिए प्रतिबद्ध है.

इस बीच, इजराइल के सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-ग्वीर की पार्टी ने कहा कि उसके कैबिनेट मंत्रियों ने संघर्ष विराम के विरोध में रविवार को अपने इस्तीफे सौंप दिए. इस बीच, इजराइल ने सूचना जारी की कि एक विशेष अभियान में 2014 के इजराइल-हमास युद्ध में मारे गए सैनिक ओरोन शॉल का शव बरामद किया गया है. शॉल और एक अन्य सैनिक हैदर गोल्डिन के शव 2014 के युद्ध के बाद गाजा में थे और मृतक सैनिकों के परिवारों के अनुरोध के बावजूद उन्हें वापस नहीं किया गया. संघर्ष विराम के प्रभावी होने से कुछ घंटे पहले यह विशेष अभियान चलाया गया.

हमास जब तक रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची नहीं देता, तब तक संघर्ष विराम प्रभावी नहीं : नेतन्याहू

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि हमास जब तक कई फलस्तीनी कैदियों के बदले में रिहा किए जाने वाले तीन बंधकों की सूची नहीं दे देता, तब तक गाजा में संघर्ष विराम प्रभावी नहीं होगा. नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि उन्होंने सेना को निर्देश दिया है कि स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजकर 30 मिनट पर प्रभावी होने वाला संघर्ष विराम ”तब तक प्रभावी नहीं होगा जब तक इजराइल के पास रिहा किए जाने वाले उन बंधकों की सूची नहीं आती, जिसे हमास ने उपलब्ध कराने का वादा किया था.” उन्होंने एक रात पहले भी इसी तरह की चेतावनी दी थी.

इजराइल की सेना ने कहा कि वह गाजा पट्टी पर ”हमले जारी रखे हुए है” क्योंकि हमास के साथ विवाद के कारण संघर्ष विराम प्रभावी होने में देरी हो रही है. सेना के मुख्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने कहा कि जब तक हमास रविवार को रिहा किए जाने वाले तीन बंधकों के नाम नहीं सौंप देता, तब तक संघर्ष विराम प्रभावी नहीं होगा. हमास ने नाम सौंपने में देरी के लिए ”तकनीकी कारणों” का हवाला दिया. उसने एक बयान में कहा कि वह पिछले सप्ताह घोषित किए गए संघर्ष विराम समझौते के लिए प्रतिबद्ध है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button