कांग्रेस ने अमित शाह के बयान को लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की

बेंगलुरु. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने यहां पुलिस में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान को लेकर बृहस्पतिवार को उनके खिलाफ शिकायत दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बन गई तो राज्य ‘दंगों की चपेट में रहेगा.’ मुख्य विपक्षी दल के नेताओं ने आरोप लगाया कि शाह के बयान का मकसद प्रदेश के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना था. उन्होंने उनके और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है.

कांग्रेस महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने ‘हाई ग्राउंड्स’ थाने में शिकायत दी. कांग्रेस नेताओं ने शिकायत में आरोप लगाया है कि शाह ने गत 25 अप्रैल को कांग्रेस के खिलाफ फर्जी और निराधार आरोप लगाए ताकि उसकी छवि धूमिल की जा सके. उन्होंने दावा किया कि बयान का एकमात्र उद्देश्य लोगों के बीच सांप्रदायिक वैमनस्य का माहौल पैदा करना था.

कांग्रेस ने शाह के साथ भाजपा के कुछ उन नेताओं और गृह मंत्री की सभा के आयोजकों के खिलाफ भी शिकायत दी है. शिकायत में दावा किया गया है कि शाह ने कांग्रेस और उसके नेताओं के खिलाफ जानबूझकर फर्जी और सांप्रदायिक आरोप लगाए तथा इसका इसका मकसद पूरे राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना था. कांग्रेस का कहना है कि शाह की टिप्पणियां भारतीय दंड संहिता की धारा 505 और कुछ दूसरे प्रावधानों के तहत दंडनीय हैं.

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गत मंगलवार को एक चुनावी सभा में कहा था कि अगर कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में आई तो राज्य में परिवारवाद की राजनीति चरम पर होगी और वह ‘‘दंगों की चपेट में रहेगा.’’ शाह ने यह भी कहा था कि कांग्रेस के सरकार बनाने पर राज्य में अभी तक हुआ विकास ‘रिवर्स गियर’ में चला जाएगा.

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