दिल्ली: अधिकतर एग्जिट पोल में भाजपा को बहुमत का अनुमान

नयी दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद आए अधिकतर एग्जिट पोल (चुनाव बाद सर्वेक्षण) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 26 साल से अधिक समय बाद राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता में वापसी की संभावना जताई गई है. हालांकि, दो सर्वेक्षणों में कहा गया है कि आम आदमी पार्टी अपनी सत्ता बरकरार रख सकती है. दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीट के लिए बुधवार को मतदान संपन्न हुआ. मतगणना आठ फरवरी को होगी.
चुनाव के बाद अधिकतर चुनाव सर्वेक्षण एजेंसियों ने भाजपा की जीत और आम आदमी पार्टी (आप) की हार का अनुमान व्यक्त किया है. कई सर्वेक्षणों में एक बार फिर संभावना जताई गई है कि कांग्रेस के लिए खाता खोलना भी मुश्किल हो सकता है. ‘मैट्रिज’ के सर्वेक्षण के अनुसार, भाजपा 39 से 35 सीट जीतकर सरकार बना सकती है. इस एजेंसी ने आप को 32 से 37 तथा कांग्रेस को शून्य से दो सीट मिलने का अनुमान जताया है.
‘पी-मार्क’ के एग्जिट पोल में संभावना जताई गई है कि भाजपा 39-49 सीट जीतकर पूर्ण बहुत की सरकार बना सकती है. इस सर्वेक्षण में आप को 21 से 31 और कांग्रेस को 0-1 सीट मिलने की संभावना जताई गई है. ‘पीपुल्स इनसाइट’ के सर्वेक्षण में कहा गया है कि भाजपा को 40-44 सीट मिल सकती हैं. उसका अनुमान है कि आप को 25-29 तथा कांग्रेस को 0-2 सीट मिल सकती हैं.
‘पीपुल्स प्लस’ के एग्जिट पोल में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया है. इसके अनुसार, भाजपा को 51-60 सीट मिल सकती हैं तो आप को सिर्फ 10-19 सीट से ही संतोष करना पड़ सकता है. इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि कांग्रेस का लगातार तीसरे विधानसभा चुनाव में खाता खुलने की संभावना नहीं है. ‘पोल डायरी’ के सर्वेक्षण का अनुमान है कि भाजपा को 42-50 सीट मिल सकती हैं तथा आप 18-25 सीट के साथ सत्ता से बाहर हो सकती है.सर्वेक्षण में कांग्रेस को 0-2 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है.
चाणक्य स्ट्रेटजीज के सर्वेक्षण में कहा गया है कि भाजपा को 39 से 44 सीटें मिलने का अनुमान है. आप को 25 से 28 और कांग्रेस को दो से तीन सीटें मिल सकती हैं. “माइंड ब्रिंक” के सर्वेक्षण में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिलने की संभावना जताई गई है. उसके अनुसार, आप को 44 से49 सीटें मिल सकती हैं तथा भाजपा को 21 से 25 और कांग्रेस को अधिकतम एक सीट मिलने का अनुमान है “वी प्रीसाइड” के एग्जिट पोल में आप को 46 से 52 मिलने की संभावना जताई गई है. इस सर्वे के मुताबिक भाजपा को 18 से 23 सीटें मिल सकती हैं तथा कांग्रेस के लिए खाता खोलना मुश्किल हो सकता है. वर्ष 1998 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था और तब से वह राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता से बाहर है.