अन्याय के चलते देश में बढ़ रही है नफरत : राहुल गांधी
केंद्र सरकार समाज के वंचित वर्गों की 73 प्रतिशत आबादी की उपेक्षा कर रही है : राहुल गांधी

ग्वालियर/पटना/नयी दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को अपनी यात्रा के दौरान ‘न्याय’ शब्द के महत्व पर जोर दिया और देश में नफरत बढ़ने के लिए मौजूदा अन्याय को जिम्मेदार ठहराया. मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में स्थित मोहना में एक सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने आर्थिक व सामाजिक असमानता और किसानों तथा युवाओं के साथ कथित दुर्व्यवहार को प्रमुख चिंताओं के रूप में चिह्नित किया.
अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान गांधी ने यहां वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और नोटबंदी जैसी नीतियों के प्रतिकूल प्रभावों की आलोचना की और इन्हें बेरोजगारी दर में वृद्धि की वजह बताया. उन्होंने दावा किया कि बेरोजगारी दर 40 साल में सबसे ज्यादा है.
कांग्रेस सांसद ने दावा किया, ”जीएसटी और नोटबंदी के कारण बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ी है. अब बेरोजगारी दर पिछले 40 वर्षों में सबसे अधिक है.” कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि भारत की युवा बेरोजगारी दर पाकिस्तान जैसे देशों से भी अधिक है. उन्होंने इसके लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया, जिसने छोटे व्यवसायों पर बुरा असर डाला है.
राहुल गांधी ने कहा कि अपनी यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत करते समय उन्होंने ”न्याय” शब्द को शामिल किया , क्योंकि आर्थिक व सामाजिक क्षेत्रों में अन्याय और किसानों तथा युवाओं के खिलाफ अन्याय के कारण देश में नफरत फैल रही है. उन्होंने सैनिकों, विशेष रूप से ‘अग्निपथ’ योजना के तहत भर्ती युवाओं के लिए कम होते लाभों पर अफसोस जताया. इनके बारे में गांधी ने दावा किया कि उन्हें आवश्यक सहायता से वंचित किया जा रहा है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘अग्निवीरों’ को देश के लिए अपनी जान गंवाने पर शहीद का दर्जा नहीं मिलेगा. उन्होंने दावा किया कि इन्हें पेंशन और कैंटीन की सुविधा भी नहीं मिलेगी. राहुल गांधी ने अन्य पिछड़ा वर्ग, आदिवासियों और दलितों सहित 73 प्रतिशत आबादी के कथित तौर पर हाशिए पर होने का दावा करते हुए इन्हें शासन और व्यापार के अवसरों से वंचित करने का आरोप लगाया.
उन्होंने केंद्र सरकार पर किसानों के बजाय उद्योगपतियों को अनुचित लाभ देने का आरोप लगाते हुए चुनिंदा उद्योगपतियों के बड़े पैमाने पर ऋण माफ करने की आलोचना की. लोकसभा चुनाव से पहले गांधी के नेतृत्व में यात्रा ने शनिवार दोपहर को मुरैना जिले से मध्य प्रदेश में प्रवेश किया. यह राज्य के शिवपुरी, गुना, राजगढ़, शाजापुर, उज्जैन, धार और रतलाम जिलों से होकर गुजरेगी.
केंद्र सरकार समाज के वंचित वर्गों की 73 प्रतिशत आबादी की उपेक्षा कर रही है : राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार समाज के वंचित वर्गों की 73 प्रतिशत आबादी की उपेक्षा कर रही है. बिहार की राजधानी पटना में आयोजित राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की ‘जनविश्वास’ रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने आरोप लगाया कि देश में किसानों, युवाओं और वंचितों के साथ अन्याय हो रहा है.
कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार की ‘अग्निवीर’ योजना को देश के युवाओं के खिलाफ बताते हुए कहा कि इसके तहत नौकरी पाने वालों की शहादत पर उन्हें अन्य शहीदों की तर्ज पर सरकारी सहायता नहीं मिल पाएगी. उन्होंने कहा, ”देश में जब भी कोई (राजनीतिक) बदलाव आता है तो उसकी आंधी बिहार से शुरू होती है और यह तूफान देश के अन्य हिस्सों में भी फैल गया है. बिहार देश का राजनीतिक केंद्र है.” कांग्रेस सांसद ने कहा कि आज देश में विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है और एक तरफ नफरत, हिंसा, अहंकार है, तो दूसरी तरफ लोगों में प्यार, भाईचारा और एक-दूसरे के प्रति सम्मान है.
राहुल गांधी ने कहा कि एक पार्टी नफरत पैदा करने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम ”नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान सजा रहे हैं.” पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित इस रैली को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, माकपा नेता सीताराम येचुरी, भाकपा नेता डी. राजा और राजद के युवा नेता तेजस्वी यादव ने भी संबोधित किया.
रेलवे की नीतियां केवल अमीरों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं: राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को आरोप लगाया कि सरकार भारतीय रेलवे के लिए नीतियां केवल अमीरों को ध्यान में रखकर बना रही है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विश्वास ”धोखे की गारंटी” है. राहुल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”हवाई चप्पल” पहनने वालों को ”हवाई जहाज” से यात्रा के सपने दिखाकर प्रधानमंत्री उन्हें ”गरीबों की सवारी” रेलवे से भी दूर कर रहे हैं.”
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा,” किराए में प्रति वर्ष 10 प्रतिशत बढ़ोतरी, मांग के अनुसार घटता-बढ़ता किराया, बढ़ते रद्दीकरण शुल्क और महंगे प्लेटफॉर्म टिकट के जरिए लूट की जा रही है. लोगों को ‘एलीट ट्रेन’ की तस्वीर दिखाकर लुभाया जा रहा है जिस पर गरीब पैर भी नहीं रख सकते.” उन्होंने दावा किया, ”सरकार ने पिछले तीन वर्ष में वरिष्ठ नागरिकों से 3,700 करोड़ रुपए वसूले हैं और ये काम उसने वरिष्ठ नागरिकों को दी गई छूट को ‘छीन कर’ किया है. राहुल गांधी ने कहा कि रेलवे की प्राथमिकताओं में गरीब और मध्यम वर्ग के यात्री कहीं नहीं हैं.
उन्होंने कहा,” एसी डिब्बों की संख्या बढ़ाने के लिए सामान्य डिब्बों की संख्याओं को घटाया जा रहा है. इन (सामान्य) डिब्बों में न केवल मजदूर और किसान बल्कि छात्र और नौकरी पेशा लोग भी यात्रा करते हैं. एसी डिब्बों का उत्पादन भी सामान्य डिब्बों से तीन गुना तक बढ़ा दिया गया है.” उन्होंने कहा,” असल में, अलग से रेल बजट पेश करने की प्रथा को समाप्त करना इस शोषण को छिपाने की साजिश है.” उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे के लिए नीतियां केवल अमीरों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं और यह यात्रा के इस माध्यम पर निर्भर भारत की 80 प्रतिशत जनता से ‘धोखे’ जैसा है. राहुल गांधी ने दावा किया,”मोदी पर भरोसा ‘धोखे की गारंटी’ है”.