सावरकर के बारे में हमसे सवाल करने के बजाय शिवाजी पर अपना रुख स्पष्ट करे भाजपा

फाटा: पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने बृहस्पतिवार को भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह ंिहदुत्व विचारक वी डी सावरकर को लेकर कांग्रेस से आए दिन सवाल करने के बजाय छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर अपना रुख स्पष्ट करे। रमेश ने शिवाजी को लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत ंिसह कोश्यारी और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी के विवादास्पद बयानों का जिक्र करते हुए उस वक्त यह बात कही, जब भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सावरकर पर राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर भाजपा की ओर से कांग्रेस पर लगातार हमले जारी हैं।

कांग्रेस के संचार, प्रचार और मीडिया विभाग के प्रभारी महासचिव रमेश ने खंडवा जिले के दुल्हार फाटा में भारत जोड़ो यात्रा के दोपहर विश्राम के दौरान संवाददाताओं से कहा,”आप (भाजपा) हमसे सावरकर के बारे में हमेशा सवाल करते हैं। मैं भाजपा नेताओं, महाराष्ट्र के राज्यपाल (कोश्यारी) और भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी से पूछना चाहता हूं कि छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में भाजपा की क्या राय है? शिवाजी के बारे में इन लोगों ने आखिर क्या-क्या नहीं कहा है।” रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस की ओर से सावरकर का अध्याय पहले ही समाप्त हो चुका है और यात्रा के मुख्य उद्देश्य के मद्देनजर यह पार्टी के लिए वैसे भी “साइड इश्यू” (गौण मुद्दा) है।

उन्होंने कहा,”हम भारत जोड़ो यात्रा के जरिये देश को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन सावरकर ने हमेशा भारत तोड़ने का प्रयास किया तथा भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी आज यही प्रयास कर रहे हैं।” पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल की “राजनीतिक तानाशाही” के साथ ही आर्थिक विषमताओं और सामाजिक ध्रुवीकरण के कारण भारत टूट रहा है।

रमेश ने खंडवा की कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान की मशहूर कविता “खूब लड़ी मर्दानी, वह तो झांसी वाली रानी थी” का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य ंिसधिया पर निशाना भी साधा। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रानी लक्ष्मी बाई पर केंद्रित इस कविता में तत्कालीन ंिसधिया शासकों को “अंग्रेजों के मित्र” कहकर संबोधित किया गया है।

उन्होंने कहा,”मैं बता दूं कि खंडवा से ताल्लुक रखने वाली सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता “खूब लड़ी मर्दानी, वह तो झांसी वाली रानी थी” में ंिसधिया के बारे में विशेष उल्लेख किया गया है।” रमेश से पूछा गया था कि क्या राहुल गांधी नीत भारत जोड़ो यात्रा के चलते कांग्रेस मध्यप्रदेश में साल भर बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में वह सत्ता दोबारा हासिल कर सकेगी जो ंिसधिया की सरपरस्ती में कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के भाजपा में शामिल होने से मार्च 2020 में छिन गई थी। उन्होंने जवाब दिया कि यह “चुनाव जीतो या चुनाव जिताओ यात्रा” नहीं है।

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