मोदी अवैध प्रवासियों के मामले में वही करेंगे, ‘जो सही है’: ट्रंप
ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर किए हस्ताक्षर, ट्रांसजेंडर सैनिकों पर लग सकता है प्रतिबंध

वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अवैध प्रवासियों के मामले पर भारत के साथ बातचीत जारी है तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस मामले में वही करेंगे, ”जो सही होगा.” राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार को फ्लोरिडा से ‘ज्वाइंट बेस एंड्रयूज’ लौटते समय ‘एयर फोर्स वन’ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह कहा.
ट्रंप ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के फरवरी में अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ आने की संभावना है. ‘व्हाइट हाउस’ ने दोनों नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत का ब्यौरा देते हुए कहा कि ट्रंप की मोदी के साथ फोन पर ”सार्थक” बातचीत हुई जिसमें द्विपक्षीय व्यापारिक संबंध तथा भारत-अमेरिका सहयोग को और अधिक गहरा करने की दिशा में काम करने पर जोर दिया गया.
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार को फ्लोरिडा में रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों से कहा कि अमेरिका उन देशों पर शुल्क लगाएगा जो अमेरिका को ”नुकसान” पहुंचाते हैं. उन्होंने चीन, भारत और ब्राजील को उच्च शुल्क वाले देशों की श्रेणी में रखा. उन्होंने कहा, ”हम उन अन्य देशों और बाहरी लोगों पर शुल्क लगाने जा रहे हैं जो हमें वास्तव में नुकसान पहुंचाना चाहते हैं… देखिए अन्य देश क्या करते हैं. चीन अत्यधिक शुल्क लगाता है और भारत एवं ब्राजील और कई अन्य देश भी ऐसा करते हैं. इसलिए हम अब और ऐसा नहीं होने देंगे क्योंकि हम अमेरिका को प्राथमिकता देंगे.” इस बीच, ‘व्हाइट हाउस’ ने मोदी एवं ट्रंप की बातचीत का ब्यौरा देते हुए बताया कि दोनों नेताओं ने मोदी की अमेरिका यात्रा की योजना पर भी चर्चा की.
ट्रंप से ‘एयरफोर्स वन’ में पत्रकारों ने पूछा कि ”क्या वह (मोदी) अवैध प्रवासियों को लेने के लिए सहमत हुए हैं” जिसके जवाब में राष्ट्रपति ने कहा, ”वह (मोदी) वही करेंगे जो सही है. हम बातचीत कर रहे हैं.” ट्रंप ने ‘एयरफोर्स वन’ में पत्रकारों से कहा, ”मैंने आज सुबह (सोमवार को) उनसे लंबी बातचीत की. वह संभवत? अगले महीने फरवरी में ‘व्हाइट हाउस’ आएंगे. भारत के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं.” ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ सोमवार को फोन पर हुई बातचीत के बारे में पूछे जाने पर कहा, ”(मोदी के साथ फोन पर बातचीत के दौरान) सभी विषयों पर चर्चा हुई.” फोन पर बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा की योजना बनाई गई. यह राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में मोदी की पहली अमेरिका यात्रा होगी. राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप के पहले कार्यकाल में उनकी आखिरी विदेश यात्रा भारत की थी.
ट्रंप और मोदी के बीच अच्छे मित्रवत संबंध हैं. दोनों ने सितंबर 2019 में ‘ूस्टन और फरवरी 2020 में अहमदाबाद में दो अलग-अलग रैलियों में हजारों लोगों को संबोधित किया था. नवंबर 2024 में ट्रंप की शानदार चुनावी जीत के बाद मोदी उनसे बात करने वाले विश्व के तीन शीर्ष नेताओं में शामिल थे. ‘व्हाइट हाउस’ ने फोन पर हुई बातचीत की जानकारी देते हुए कहा कि ट्रंप ने भारत से अमेरिका में निर्मित सुरक्षा उपकरणों की खरीद में वृद्धि करने और उचित द्विपक्षीय व्यापार संबंध की दिशा में आगे बढ़ने का आग्रह किया.
उसने कहा, ”आज राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ एक सार्थक बातचीत की. दोनों नेताओं ने सहयोग बढ़ाने और उसे गहरा करने पर चर्चा की. उन्होंने हिंद-प्रशांत, पश्चिम एशिया और यूरोप में सुरक्षा समेत कई क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की.” ‘व्हाइट हाउस’ ने कहा, ”राष्ट्रपति ने अमेरिका में निर्मित सुरक्षा उपकरणों की भारत द्वारा खरीद बढ़ाने और उचित द्विपक्षीय व्यापार संबंधों की दिशा में आगे बढ़ने के महत्व पर जोर दिया.” इसमें कहा गया, ”नेताओं ने दोनों देशों के बीच मित्रता और रणनीतिक संबंधों की मजबूती को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के ‘व्हाइट हाउस’ आने की योजनाओं पर चर्चा की.”
मोदी और ट्रंप ने ”अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी और हिंद-प्रशांत ‘क्वाड’ (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) साझेदारी को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया. भारत इस साल के अंत में पहली बार क्वाड नेताओं की मेजबानी करेगा.” अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया क्वाड के सदस्य देश हैं. वे क्षेत्र में चीन के बढ़ते सैन्य और आर्थिक दबदबे के बीच रक्षा और ऊर्जा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा रहे हैं.
कई अन्य देशों की तरह भारत में भी आव्रजन और शुल्कों के प्रति ट्रंप प्रशासन के दृष्टिकोण को लेकर कुछ चिंताएं हैं. ट्रंप ब्रिक्स समूह पर ”100 प्रतिशत शुल्क” लगाने की बात पहले ही कर चुके हैं. इस समूह में भारत भी शामिल है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान व्यापार और आव्रजन से संबंधित मामलों पर अमेरिका के साथ भारत की बातचीत का उल्लेख किया और आशा व्यक्त की कि दोनों पक्ष किसी भी मुद्दे का समाधान करने में सक्षम होंगे.
जायसवाल ने कहा कि मजबूत और बहुआयामी भारत-अमेरिका संबंधों में व्यापार का विशेष स्थान है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में 23 जनवरी को भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा था कि भारत अवैध रूप से रह रहे भारतीयों की वैध वापसी के लिए हमेशा तैयार रहा है.
ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर किए हस्ताक्षर, ट्रांसजेंडर सैनिकों पर लग सकता है प्रतिबंध
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ को ट्रांसजेंडर सैनिकों संबंधी पेंटागन की नीति को संशोधित करने का निर्देश दिया है. ट्रंप के इस कार्यकारी आदेश से भविष्य में अमेरिकी सेना में ट्रांसजेंडर सैनिकों की भर्ती पर प्रतिबंध लग सकता है. उन्होंने उन सैनिकों को भी बहाल करने का आदेश दिया जिन्हें कोविड-19 टीके लेने से इनकार करने के कारण हटा दिया गया था. ट्रंप के कार्यकारी आदेश में अमेरिका के लिए मिसाइल रक्षा कवच की तैनाती का प्रावधान किया गया है.
रक्षा मंत्री के रूप में अपने पहले दिन ही पीट हेगसेथ को राष्ट्रपति के कई कार्यकारी आदेशों का अनुपालन करने की दिशा में काम करते हुए देखा गया. ट्रंप और हेगसेथ दोनों ने पूरे दिन प्रत्याशित आदेशों के कुछ हिस्सों का वर्णन किया, लेकिन इन कार्यकारी आदेशों की स्पष्टता सोमवार देर शाम तक सामने नहीं आई थी.