केवल कांग्रेस ही संविधान की रक्षा कर सकती है, आदिवासियों को शिक्षा, अन्य अधिकार दे सकती है: राहुल

‘भारत जोड़ो’ यात्रा ‘असली’ राहुल को सामने लाई है: जयराम रमेश

वाशिम. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संविधान पर प्रतिदिन हमला करती है क्योंकि वह यह स्वीकार नहीं करना चाहती कि दलितों, आदिवासियों और गरीबों को अधिकार मिलने चाहिए. गांधी ने हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर पर अंग्रेजों के लिए “काम करने’’ को लेकर निशाना साधा.

गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का आज 69वां दिन है और यात्रा मंगलवार को हिंगोली से महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के वाशिम जिले पहुंची. गांधी ने कहा कि केवल कांग्रेस ही संविधान की रक्षा कर सकती है, आदिवासियों को शिक्षा दे सकती है और उनकी जमीन और अधिकारों की रक्षा कर सकती है.

गांधी आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती पर महाराष्ट्र के वाशिम जिले में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे जिसे जनजातीय गौरव दिवस के तौर पर मनाया जाता है. रैली में आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए. उन्होंने बिरसा मुंडा और सावरकर के बीच तुलना करने का प्रयास करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा अपने आदर्शों के लिए दृढ़ थे.

गांधी ने कहा, ‘‘वह (मुंडा) एक इंच भी पीछे नहीं हटे. वह शहीद हो गए. ये आपके (आदिवासी) प्रतीक हैं और आपको रास्ता दिखाते हैं. भाजपा-आरएसएस के प्रतीक सावरकर हैं. वह दो-तीन साल तक अंडमान में जेल में रहे. उन्होंने दया याचिकाएं लिखनी शुरू कर दीं.’’ गांधी ने दावा किया कि सावरकर ने खुद पर एक अलग नाम से एक किताब लिखी और बताया कि वह कितने बहादुर थे. उन्होंने कहा, ‘‘वह अंग्रेजों से पेंशन लेते थे, उनके लिए काम करते थे और कांग्रेस के खिलाफ काम करते थे.’’ केरल से लोकसभा सांसद गांधी ने कहा कि आदिवासी ‘‘देश के मूल मालिक’’ हैं और उनके अधिकार सबसे पहले आते हैं.

गांधी ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा द्वारा बिरसा मुंडा के आदर्शों पर चारों तरफ से हमला किया जा रहा है. गांधी ने दावा किया, ‘‘भाजपा हर रोज संविधान पर हमला करती है क्योंकि वह यह स्वीकार नहीं करना चाहती कि दलितों, आदिवासियों और गरीबों को अधिकार मिलना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस आदिवासियों के लिए ‘आदिवासी’ शब्द का इस्तेमाल करती है, वहीं भाजपा-आरएसएस उन्हें ‘वनवासी’ कहकर संबोधित करते है.

उन्होंने कहा, ‘‘वे (भाजपा-आरएसएस) कहते हैं कि आप आदिवासी नहीं हैं और आप यहां सबके पहले नहीं रहते थे. उन्होंने नाम (वनवासी) बदल दिया है, लेकिन यह कोई छोटी घटना नहीं है, यह गंभीर है. वे उस पर हमला कर रहे हैं जिसके लिए बिरसा मुंडा ने संघर्ष किया था.’’ कांग्रेस सांसद ने ‘आदिवासी’ (भूमि के मूल निवासी) और ‘वनवासी’ के बीच अंतर करने का प्रयास किया.

गांधी ने कहा कि जंगल सिकुड़ रहे हैं और 20 से 30 साल में खत्म हो जाएंगे. उन्होंने कहा, ‘‘वे (भाजपा) कह रहे हैं कि आपको कोई अधिकार नहीं मिलना चाहिए. जब जंगल खत्म हो जाएंगे तो वनवासियों का कोई अधिकार नहीं रहेगा. उनका यही मतलब है.’’ गांधी ने कहा कि कांग्रेस का दृढ़ विश्वास है कि आदिवासी देश के मूल मालिक हैं. उन्होंने कहा, ‘‘देश (जमीन) आपसे लिया गया था, इसलिए जब यह आपसे लिया गया , तो आपको बदले में कुछ वापस मिलना चाहिए. इसलिए आपको अपना अधिकार, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और देश की संपत्ति में हिस्सा मिलना चाहिए. आदिवासी, अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़ा वर्ग कैसे संरक्षित हैं? ये संविधान के माध्यम से हैं.’’

सांसद ने कहा कि वह डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर थे जिन्होंने संविधान तैयार किया था और कांग्रेस ने भी इस कवायद में योगदान दिया था. गांधी ने दावा किया कि उस समय भाजपा नेताओं ने कहा था कि किसी संविधान की जरूरत नहीं है. भाजपा पर निशाना साधते हुए गांधी ने आरोप लगाया कि यह सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को बंद कर रही है और शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा का निजीकरण कर रही है.

कांग्रेस नेता गांधी ने कहा, ‘‘क्या होगा यदि सभी सरकारी स्कूल बंद हो जाएंगे? (वंचित) लोग अशिक्षित रहेंगे और यह भाजपा है जो इससे लाभान्वित होगी. वे सभी रास्ते बंद कर रहे हैं. रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के दरवाजे बंद हो रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस ही थी जो वन अधिकार अधिनियम जैसे प्रमुख कानून लेकर आयी, लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा आदिवासियों के अधिकारों को “छीनने” पर उतारू है. उन्होंने कहा, ‘‘केवल कांग्रेस ही संविधान, आदिवासियों की शिक्षा, उनकी भूमि और उनके अधिकारों की रक्षा कर सकती है. केवल कांग्रेस ही (अपने राजनीतिक विरोधियों को) टक्कर दे सकती है. कांग्रेस लड़ती है, लेकिन उसे और मजबूती से लड़ना चाहिए.’’

‘भारत जोड़ो’ यात्रा ‘असली’ राहुल को सामने लाई है: जयराम रमेश

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि भारत जोड़ो यात्रा ने “असली” राहुल गांधी को सामने ला दिया है और कांग्रेस सांसद की छवि को पूरी तरह से बदल दिया है. महाराष्ट्र के वाशिम में एक संवाददाता सम्मेलन में पूछे गए एक सवाल के जवाब में रमेश ने कहा कि गांधी के अगुवाई में पूरे देश में की जा रही यात्रा का किसी भी राज्य के चुनाव से कोई संबंध नहीं है और अगर इसके प्रभाव का आकलन करना है तो यह 2024 के लोकसभा चुनाव में ही किया जा सकता है. यात्रा 69वें दिन वाशिम पहुंची है.

कांग्रेस के महासचिव, संचार प्रभारी रमेश ने कहा कि गांधी “डेटॉल या फेविकोल ब्रांड नहीं हैं” कि उन्हें फिर से ‘रीब्रांडेड’ करना पड़े और केरल से लोकसभा सदस्य के अहम मुद्दों पर अपने विचार हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ भारत जोड़ो यात्रा से पहले भाजपा ने उनकी खास छवि बना दी थी, खासकर सोशल मीडिया पर. इसने कभी भी सही राहुल गांधी को चित्रित नहीं किया. भारत जोड़ो यात्रा नए राहुल गांधी को नहीं, असली राहुल गांधी को दिखा रही है.’’

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘ भारत जोड़ो यात्रा से उनकी छवि में पूरी तरह से बदलाव आया है. आज मीडिया या सोशल मीडिया में राहुल गांधी वैसे नहीं हैं जो 70 दिन पहले थे.’’ उन्होंने कहा कि 3,570 किलोमीटर लंबी यात्रा का फायदा यह है कि वह (राहुल) बिना किसी बिचौलिए के, लोगों के साथ सीधे संपर्क में हैं. ‘‘इसका नतीजा यह है कि असली राहुल गांधी सबके सामने हैं.’’ कांग्रेस की ‘‘भारत जोड़ो’’ यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और अब तक छह राज्यों के 28 जिलों से गुजर चुकी है. इसने सात नवंबर को महाराष्ट्र के देगलुर में प्रवेश किया था और अब तक राज्य के नांदेड़ और ंिहगोली जिलों से गुजर चुकी है.

यह यात्रा करीब 150 दिनों में 12 राज्यों में 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद जनवरी में जम्मू कश्मीर में समाप्त होगी.
रमेश ने कहा कि यात्रा का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है और यह एक अलग पहल है. उन्होंने कहा, ‘‘यह एक राजनीतिक दल की यात्रा है और हम समाज में आर्थिक असमानता, ध्रुवीकरण जैसी राजनीतिक चुनौतियों से लड़ रहे हैं. यात्रा में शामिल नब्बे प्रतिशत लोग राजनीतिक हैं.’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि 70 दिनों में एक चीजÞ स्पष्ट रूप से दिखाई दी है, ‘‘ हम किस तरह से एकजुट हुए हैं और किस तरह से हमने समय पर यात्रा शुरू की है. एक भारतीय मानक समय होता है और एक कांग्रेस मानक समय है.’’ उन्होंने कहा कि यात्रा का प्रभाव पार्टी पर निर्भर करेगा न कि गांधी पर. रमेश ने कहा कि महाराष्ट्र में अब तक जहां जहां यात्रा पहुंची है वहां सेवा दल के कार्यकर्ता घर घर जाकर पर्चे बांट कर पार्टी का संदेश दे रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘ यह घर घर जाकर प्रचार करना है. कई सालों से ऐसा नहीं हुआ है जबकि यह कांग्रेस की खासियत हुआ करती थी. लेकिन हम इसे भूल गए क्योंकि हम कई सालों से सत्ता में थे. बहरहाल, आज एक नई शुरुआत हुई है.” भाषा

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