जरूरी खाद्य वस्तुओं पर जीएसटी लगाने को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा

जनता को ‘राहत’ देने का समय लेकिन उन्हें किया जा रहा है ‘आहत’: वरुण गांधी

नयी दिल्ली. कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने कई जरूरी खाद्य वस्तुओं को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाए जाने को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया है. भाजपा सांसद वरुण गांधी ने इसको लेकर अपनी ही पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि जनता को जब ‘‘राहत’’ देने का समय है तब उन्हें ‘‘आहत’’ किया जा रहा है.

वरुण गांधी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर जीएसटी लागू है. रिकार्ड तोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यम वर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा.’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब ‘राहत’ देने का वक्त था, तब हम ‘आहत’ कर रहे हैं.’’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दही, लस्सी, पनीर और कई अन्य वस्तुओं पर जीएसटी लगाए जाने से जुड़ा एक चार्ट साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘उच्च दर वाला कर, कोई रोजगार नहीं. यह उच्च कोटि का उदाहरण है कि भाजपा ने कैसे दुनिया की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक को नष्ट कर दिया.’’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ पहले पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस महंगी की. आज से आटा, अनाज, दही भी महंगा हो गया. मोदी जी के खरबपति दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए आने वाले समय में बिजली महंगी होगी.’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कुछ लोगों के लिए अंधाधुंध कमाई का इंतजाम हो रहा है, लेकिन “रेवड़ी कल्चर” बोलकर बदनाम गरीब व मध्य वर्ग को किया जा रहा है.’’ राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘”मोदी जी और उनकी सरकार ने भारत के लोगों को फिर से ठग लिया, गरीबों के इस्तेमाल में आने वाली दूध-दही इत्यादि पर 5 प्रतिशत टैक्स और अमीरों के हीरे पर 1.5 प्रतिशत टैक्स. ये कहां का न्याय है.”

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, ‘‘दही, लस्सी, छाछ, पनीर, चावल, गेहूं और आटा, गुड़, खांडसारी, सब महंगा होगा क्योंकि केंद्र सरकार जीएसटी वसूलेगी. सिफर्Þ अपने कुछ दोस्तों का विकास, बाकÞी सब का विनाश. बेरोजÞगारी, आम जनता से लूट और सिफर्Þ अंधविश्वास इस सरकार का असल नारा है.’’

जीएसटी परिषद के फैसले लागू होने के बाद सोमवार से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो गई हैं. इनमें पहले से पैक और लेबल वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, पनीर और दही शामिल हैं, जिन पर पांच प्रतिशत जीएसटी देना होगा.इस तरह 5,000 रुपये से अधिक किराये वाले अस्पताल के कमरों पर भी जीएसटी देना होगा. इसके अलावा 1,000 रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले होटल के कमरों पर 12 प्रतिशत की दर से कर लगाने की बात कही गयी है. अभी इसपर कोई कर नहीं लगता था.

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