आज की राजनीति के ‘मीर जाफर’ हैं राहुल गांधी, माफी मांगनी ही होगी : भाजपा

नयी दिल्ली. लंदन में भारतीय लोकतंत्र के संबंध में की गई टिप्पणियों के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमलावर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को उन्हें मौजूदा भारतीय राजनीति का ‘मीर जाफर’ करार दिया, और आरोप लगाया कि भारत में ‘नवाब’ बनने के लिए वह विदेशी ताकतों से मदद मांगने के लिए विदेश गए थे. भाजपा ने कहा कि राहुल को अपने बयानों के लिए माफी मांगनी ही होगी.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “मीर जाफर ने जो किया था नवाब बनने के लिए… और जो राहुल गांधी ने लंदन में किया है… वह बिल्कुल वही है.” उन्होंने कहा, “शहजादा नवाब बनना चाहता है… आज के मीर जाफर को माफी मांगनी ही पड़ेगी.” राहुल गांधी पर विदेशी धरती से भारत का अपमान करने का आरोप लगाते हुए पात्रा ने दावा किया कि देश के खिलाफ बोलना कांग्रेस नेता के लिए बहुत साधारण बात है.

उन्होंने कहा, “ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी बिना माफÞी मांगे निकल जाएंगे… माफÞी तो उन्हें मांगनी ही पड़ेगी, हम मंगवा कर रहेंगे.” उन्होंने कहा कि राफेल मामले में भी राहुल गांधी को माफÞी मांगनी पड़ी थी और आज उन्हें संसद में भी माफÞी मांगनी पड़ेगी.” भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “यह कहना गलत नहीं होगा कि राहुल गांधी वर्तमान में भारतीय राजनीति के मीर जाफर हैं.” मीर जाफर बंगाल के नवाब सिराज उद-दौला के तहत बंगाल सेना का कमांडर था. उसने प्लासी की लड़ाई में सिराज उद-दौला को धोखा दिया था. इसने भारत में अंग्रेजों के शासन का रास्ता खोला था. अगर अंग्रेज भारत में पैर जमा पाए तो उसके पीछे मीर जाफर की गद्दारी और नमक -हरामी सबसे बड़ी वजह मानी जाती है.

संसद में अपना माइक्रोफोन बंद किए जाने संबंधी गांधी की टिप्पणी पर पात्रा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ज्यादातर समय विदेश में रहते हैं. उन्होंने कहा कि संसद में गांधी की उपस्थिति 52 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय औसत 78 प्रतिशत है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि केरल के सांसदों की उपस्थिति औसतन 84 प्रतिशत है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद ने संसद में अब तक केवल छह बहसों में भाग लिया है और 2019 से केवल 92 प्रश्न पूछे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘आप (गांधी) सवाल नहीं पूछते क्योंकि आपके पास सवाल नहीं हैं. आपके पास सिर्फ एक टेप रिकॉर्डर है जिसे आप हर जगह खोलते हैं. आप वाद-विवाद और चर्चाओं में भाग नहीं लेते क्योंकि आपके पास बहस करने के लिए कुछ भी नहीं है. संसद में आपकी उपस्थिति सबसे कम है.’’ गांधी द्वारा इस मुद्दे पर लोकसभा में बोलने की अनुमति मांगे जाने पर पात्रा ने पूछा कि उन्हें ऐसा करने से कौन रोक रहा है.

उन्होंने वायनाड के सांसद पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘वह तभी बोलेंगे जब वह संसद में आएंगे.’’ सूत्रों के अनुसार गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर लंदन में लोकतंत्र संबंधी अपनी टिप्पणी को लेकर सदन में बोलने की अनुमति मांगी है.
कांग्रेस सांसद ने ब्रिटेन से लौटने के बाद पिछले सप्ताह बिड़ला से मुलाकात की थी.

संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण गत सोमवार, 13 मार्च से शुरू हुआ है और तब से ही भाजपा राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र के बारे में लंदन में दिए गए बयान को लेकर माफी मांगने की मांग पर अड़ी हुई है जबकि कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल अडाणी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने पर जोर दे रहे हैं. विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण पिछले सप्ताह लोकसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही बाधित रही और अन्य कामकाज भी नहीं हो सका. सोमवार को भी दोनों सदनों में इन मुद्दों पर हंगामा हुआ और कोई कामकाज नहीं हो सका.

ज्ञात हो कि हाल ही में लंदन में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर ‘‘बर्बर हमला’’ हो रहा है. उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा था कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस पर ध्यान देने में नाकाम रहे हैं.
राहुल ने व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष की इन टिप्पणियों से देश में एक नया राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है.

भाजपा जहां उन पर विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करने और विदेशी हस्तक्षेप की मांग करने का आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विदेशों में भारत की आंतरिक राजनीति का मुद्दा उठाने के कथित उदाहरण देते हुए सत्तारूढ़ पार्टी पर पलटवार कर रही है.

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