चुनावी हार स्वीकार नहीं कर पा रहे राहुल, विदेशी धरती से भारत को कर रहे हैं बदनाम: अनुराग ठाकुर

राहुल के ‘मतिभ्रम’ पर हम क्या कह सकते हैं: जासूसी के आरोपों पर भाजपा का तंज

नयी दिल्ली. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर खुफिया एजेंसियों की निगरानी में होने के उनके दावों को लेकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि लगातार चुनावी हार का सामना करने के बाद वह विदेशी धरती से भारत की छवि खराब कर रहे हैं.

ठाकुर ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि पेगासस जासूसी मुद्दे की जांच करने वाली उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त तकनीकी समिति को राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं को अपने फोन सौंपने से किसने रोका था. राहुल गांधी ने मशहूर कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिए व्याख्यान में दावा किया था कि उनके और कई अन्य विपक्षी नेताओं के फोन में पेगासस स्पाइवेयर था और गुप्तचर अधिकारियों ने खुद उन्हें बताया था कि बातचीत करते हुए वह सावधान रहें क्योंकि उनकी बातों को रिकॉर्ड किया जा रहा है.

उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि भारत में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं. ठाकुर ने राहुल गांधी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘विदेशी धरती पर फिर एक बार राहुल गांधी रोने धोने का काम कर रहे हैं. नतीजे क्या आएंगे उनको पता था और पेगासस का मुद्दा उनके दिलो-दिमाग पर बैठा हुआ है.’’ उन्होंने सवाल उठाया कि पेगासस मामले में राहुल गांधी की ऐसी क्या मजबूरी थी कि उन्होंने अपना मोबाइल फोन जमा नहीं करवाया?

उन्होंने कहा, ‘‘वो नेता जो भ्रष्टाचार के चलते जमानत पर है. ऐसा क्या था उनके फोन में कि उनको छिपाने की जरूरत पड़ गई. उन्होंने और अन्य नेताओं ने अपना मोबाइल फोन क्यों जमा नहीं करवाया?’’ पेगासस एक स्पाइवेयर है जिसे इजराइली साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ग्रुप टेक्नॉलॉजीज ने बनाया है. यह एक ऐसा प्रोग्राम है जिसे अगर किसी स्मार्टफोन में डाल दिया जाए, तो कोई हैकर उस स्मार्टफोन के माइक्रोफोन, कैमरा, आॅडियो और टेक्सट मेसेज, ईमेल और लोकेशन तक की जानकारी हासिल कर सकता है.

ठाकुर ने आरोप लगाया कि बार-बार झूठ बोलना और विदेशी धरती, दोस्तों और एजेंसियों का इस्तेमाल करना कांग्रेस नेता की एक आदत सी बन गई है. उन्होंने कहा, ‘‘भारत को बदनाम करने की आदत सी बन गई है उनकी. ये नफरत राहुल गांधी की प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ तो हो सकती है लेकिन देश को बदनाम करने की ये साजिश बार-बार जो विदेशी धरती से होती है…कभी विदेशी दोस्तों के माध्यम से होती है, यह अपने आप में प्रश्नचिह्न खड़ा करती है कि कांग्रेस का एजेंडा क्या है.’’

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है और आज दुनिया के बड़े-बड़े नेता उनके नेतृत्व का लोहा मान रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी किसी और की नहीं, कम से कम इटली की प्रधानमंत्री और उनके नेताओं की ही सुन लेते.’’ ज्ञात हो कि भारत दौरे पर आई इटली की प्रधानमंत्री ज्यॉर्जिया मेलोनी ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की थी और उन्हें ‘दुनियाभर में सबसे चहेते नेता’ के रूप में संबोधित किया.

ठाकुर ने कहा कि दुनिया के नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा किए जाने को राहुल गांधी और कांग्रेस स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनादेश और चुनावों में लगातार मिलती हार को भी स्वीकार नहीं कर पाई है. त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय के चुनावी नतीजों का जिक्र करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि यह अपने आप में दिखाते हैं कि कैसे जनता बार-बार नरेन्द्र मोदी को आशीर्वाद देती है.

राहुल के ‘मतिभ्रम’ पर हम क्या कह सकते हैं: जासूसी के आरोपों पर भाजपा का तंज

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस आरोप का मजाक उड़ाया कि उनकी जासूसी की जा रही है. पार्टी ने दावा किया कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ‘भ्रमित’ हैं और इस प्रकार के दावे इसलिए करते हैं क्योंकि वह जहां भी जाते हैं, वहां सुर्खियां बटोरना चाहते हैं.

भाजपा प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम राहुल गांधी के मतिभ्रम के लिए क्या कह सकते हैं. अगर वह चीन के साथ अपने (कांग्रेस के) समझौता ज्ञापन को सार्वजनिक करते हैं, तो हमें भी दिलचस्पी होगी और भारत के लोग भी जानना चाहेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘टेलीफोन पर हुई उनकी बातचीत में कौन दिलचस्पी रखता है.’’

उन्होंने कहा कि गांधी ने पेगासस मुद्दे में उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्देशित जांच के दौरान निरीक्षण के लिए अपना मोबाइल फोन भी नहीं दिया था. भाजपा प्रवक्ता ने सवाल किया कि उन्हें किस बात का भय था? उन्होंने कहा, ‘‘वह विदेशों में भारतीयों पर हमले को लेकर सवाल क्यों नहीं उठा रहे हैं. यह कनाडा और आॅस्ट्रेलिया में हुआ है. मुद्दा यह है कि वह जहां भी जाते हैं सुर्खियां बटोरना चाहते हैं और इस प्रक्रिया में वह भारत में वोट गंवा देते हैं क्योंकि भारत के लोग जाग गए हैं.’’

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