गुजरात देश का शीर्ष राज्य इसलिए है क्योंकि जनता ने झूठे प्रचार, लुभावने वादों को खारिज किया: मोदी

सत्ता से बेदखल लोग वापसी के लिए यात्रा निकाल रहे : मोदी का राहुल पर तंज

नवसारी/सुरेंद्रनगर/नयी दिल्ली,. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि सूखे और अन्य समस्याओं का सामना करने वाला गुजरात देश का शीर्ष राज्य बन जाएगा लेकिन प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनकर और झूठे प्रचार व लुभावने वादों को खारिज करके ऐसा सुनिश्चित कर दिखाया.

प्रधानमंत्री दक्षिण गुजरात के इस शहर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे. अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार के सिलसिले में प्रधानमंत्री गुजरात के विभिन्न इलाकों में प्रचार कर रहे हैं. आज लगातार तीसरे दिन उन्होंने राज्य में चुनाव प्रचार किया. भाजपा लगतार सातवीं बार चुनाव जीतकर सत्ता में बने रहने का प्रयास कर रही है.

प्रधानमंत्री बनने से पहले गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके मोदी ने कहा, ‘‘पूर्व में लोग कहा करते थे कि गुजरात प्रगति नहीं कर सकता है क्योंकि यहां प्राकृतिक संसाधनों की कमी है और यहां तटरेखा बहुत लंबी है. एक तरफ रेगिस्तानी इलाका है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान है. वे यह भी कहा करते थे कि गुजरात में अक्सर सूखा भी पड़ता रहता था. इसके अतिरिक्त गुजरात को अक्सर साम्प्रदायिक दंगों और कर्फ्यू का भी सामना करना पड़ता था.’’ राज्य की 182 विधानसभा सीटों के लिए एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में मतदान होने हैं. पहले चरण के तहत 89 सीटों पर मतदान होगा.

उन्होंने कहा, ‘‘पहले कभी किसी ने कल्पना नहीं की थी कि गुजरात विकास के मामले में देश का नंबर एक राज्य बन सकता है. और आज यह संभव हो गया है. आज गुजरात में सर्वश्रेष्ठ सड़कें हैं, चौबीसों घंटे बिजली उपलब्ध है, नल से जल मिल रहा है, और भी कई सारी बुनियादी सुविधाएं लोगों को मिल रही है.’’ उन्होंने कहा कि गुजरात आज देश का शीर्ष राज्य इसलिए बन सका है कि क्योंकि यहां की जनता ने अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए भाजपा को चुना और वह भी ‘‘बगैर किसी झूठे प्रचार या लुभावने वादों के चक्कर में पड़े’’. मोदी ने कहा कि नवसारी का प्रसिद्ध चीकू आज दिल्ली में बिकता है.

प्रधानमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कहा, ‘‘दिल्ली में नेताओं को नवसारी का चीकू खाते अक्सर देखा जाता है. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि वे यहां का चीकू खाकर जब यहां आते हैं तो हमें ही गाली देते हैं.’’ उन्होंने गुजरात की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर मछुआरों के लिए कुछ भी नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा इसलिए था क्योंकि ‘‘इसमें मलाई शामिल नहीं थी’’.
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने मछुआरों के समग्र कल्याण और उनके विकास के लिए राज्य में सागर खेड़ू योजना की शुरुआत की और साथ ही उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड का फायदा भी पहुंचाया.

उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही में हमने ड्रोन नीति शुरु की है. इससे भी मछुआरों को फायदा मिलेगा. वे ड्रोन के माध्यम से तटीय इलाकों से मछलियों का परिवहन कर सकेंगे. इससे शहरों में मछली भी ताजा मिलेगी और मछुआरों की आय में भी वृद्धि होगी.’’

सत्ता से बेदखल लोग वापसी के लिए यात्रा निकाल रहे : मोदी का राहुल पर तंज

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों को सत्ता से बेदखल कर दिया गया है, वे अब सत्ता में आने के लिए यात्रा निकाल रहे हैं. चुनावी राज्य गुजरात के सुरेंद्रनगर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि विपक्षी दल कांग्रेस चुनावों में विकास की बात ना करके उन्हें ‘‘औकात’’ दिखा देने की बात कर रही है.

उन्होंने कहा, कांग्रेस अब चुनाव में विकास की बात नहीं करती है. इसकी जगह कांग्रेस के नेता मुझे औकात दिखाने की बात करते हैं. उनका घमंड देखिए. निश्चित तौर पर वे एक शाही परिवार से हैं जबकि मैं जन सेवक हूं. मेरी कोई औकात नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहले भी कांग्रेस ने मेरे लिए ‘मौत का सौदागर’, ‘नीच आदमी’ और ‘नाली का कीड़ा’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है. मैं आपसे (कांग्रेस) अनुरोध करता हूं कि औकात की बात करने की जगह आप लोग विकास की बात करें.’’ मोदी ने कहा कि वह ऐसी चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं क्योंकि उनका ध्यान भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में केंद्रित है.

गुजरात की 182-सदस्यीय विधानसभा के लिए राज्य में दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को मतदान होने हैं. प्रधानमंत्री ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘कुछ लोग सत्ता में लौटने के लिए पैदल यात्रा कर रहे हैं. वे ऐसे लोगों को साथ लेकर चल रहे हैं जिन्होंने कानूनी याचिकाओं के माध्यम से नर्मदा बांध परियोजना को रोकने का काम किया और 40 वर्ष तक गुजरात को प्यासा रखा. इस चुनाव में गुजरात की जनता पदयात्रा करने वालों को सबक सिखाकर रहेगा. जनता उन्हें भी सबक सिखाएगी जिन्होंने नर्मदा परियोजना का विरोध किया था.’’ प्रधानमंत्री का इशारा नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता रही मेधा पाटकर की ओर था. पाटकर हाल में राहुल गांधी की अगुवाई में जारी भारत बचाओ यात्रा में शामिल हुई थीं. मोदी ने कहा कि एक समय था जब इस क्षेत्र की जनता को पानी के संकट का सामना करना पड़ता था.

उन्होंने कहा, ‘‘उस समय मैंने यह स्थिति सुधारने का प्रण लिया था. मैंने कहा था कि नर्मदा परियोजना से अगर किसी को सबसे अधिक फायदा होगा तो वह सुरेंद्रनगर जिले को होगा. और आज मेरी बात सच साबित हुई है क्योंकि यह क्षेत्र इस परियोजना से सर्वाधिक लाभांवित हो रहा है.’’ राहुल गांधी पर एक और तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो पदयात्रा पर निकले हैं उन्हें मूंगफली और बिनौला (कपास के बीज) फसलों का फर्क नहीं पता है.

बिना किसी का नाम लिए मोदी ने कहा कि कुछ लोग गुजरात में निर्मित ‘‘नमक’’ खाकर भी गुजरात को गाली देते हैं. उन्होंने कहा कि देश के कुल नमक उत्पादन का 80 प्रतिशत हिस्सा गुजरात में होता है लेकिन कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने कभी नमक उत्पादन करने वालों की ओर ध्यान नहीं दिया. नमक बनाने का काम करने वाले समुदाय को अगरिया कहा जाता है. मोदी ने कहा कि 2017 के चुनाव में सुरेंद्रनगर जिले की जनता ने कुछ सीटें कांग्रेस को देकर गलती की थी क्योंकि विपक्षी विधायक ने क्षेत्र के विकास के लिए कोई काम नहीं किया.

चिरंजीवी के समृद्ध काम व अच्छे स्वभाव ने उन्हें फिल्म प्रेमियों का प्रिय बनाया: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिनेता चिरंजीवी को ‘इंडियन फिल्म पर्सनालिटी ऑफ द ईयर अवार्ड’ प्राप्त करने पर सोमवार को बधाई दी और कहा कि उनकी विविधतापूर्ण भूमिकाओं और अच्छे स्वभाव ने उन्हें अनेक पीढ़ी के फिल्म प्रेमियों का प्रिय बनाया है. 53वें भारत अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में चिरंजीवी को रविवार को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ चिरंजीवी गारू उत्कृष्ट हैं. उनके समृद्ध काम, विविधतापूर्ण भूमिकाओं और अच्छे स्वभाव ने उन्हें अनेक पीढ़ी के फिल्म प्रेमियों का प्रिय बनाया है. आईएफएफआई गोवा में ‘इंडियन फिल्म पर्सनालिटी आॅफ द ईयर अवार्ड’ से सम्मानित होने के लिए उन्हें बधाई.’’ चिरंजीवी (67) ने चार दशक से अधिक समय के अपने फिल्मी कॅरियर में 150 से अधिक फिल्मों में काम किया जिनमें अधिकतर फिल्में तेलुगू में और कुछ हिंदी, तमिल तथा कन्नड़ में भी थीं.

 

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