दक्षिण कश्मीर के पुंछ में लश्कर के दो ‘हाइब्रिड’ आतंकी गिरफ्तार

श्रीनगर/किश्तवाड़/जम्मू. जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के दो ”हाइब्रिड आतंकवादियों” को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि यह ”बड़ी सफलता” है. ”हाइब्रिड आतंकवादी” वो होते हैं जो आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध नहीं होते हैं लेकिन वे इतने कट्टरपंथी हो चुके होते हैं कि आतंकवादी हमलों को अंजाम दे सकते हैं. ये लोग आम लोगों के बीच रहते हैं और जब भी उन्हें मौका मिलता है हमले को अंजाम देकर फिर से सामान्य जीवन बिताने लगते हैं.
अभियान का ब्योरा देते हुए अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने पुंछ के बसकुचन इलाके में बुधवार रात को विशेष सूचना के बाद घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया. उन्होंने कहा, ”इलाके की प्रभावी रूप से घेराबंदी की गई और पास के एक बागान में आतंकवादियों की गतिविधि देखी गई. सुरक्षा बलों द्वारा त्वरित और रणनीतिक कार्रवाई के कारण लश्कर-ए-तैयबा के दो ”हाइब्रिड” आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया, जिससे संभावित मुठभेड़ टल गई.” उन्होंने बताया कि दोनों की पहचान इरफान बशीर और उजैर सलाम के रूप में हुई है.
उनके कब्जे से दो एके-56 राइफल, चार मैगजीन, 102 कारतूस, दो हथगोले, दो पाउच, 5,400 रुपये नकद, एक मोबाइल फोन, एक स्मार्टवॉच और एक आधार कार्ड बरामद किया गया. अधिकारियों ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में जन सुरक्षा अधिनियम में दो लोग हिरासत में
जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में आतंकवादियों के लिए काम करने वाले एक व्यक्ति समेत दो लोगों को जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लिया गया है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें एक आतंकवादियों के लिए काम करने वाला रूस्तम अली (हंजाला निवासी) तथा दूसरा कुख्यात अपराधी अरशद हुसैन (गुरयान निवासी) है.
अधिकारियों ने बताया कि किश्तवाड़ के जिलाधिकारी राजेश कुमार श्रवण ने अली और हुसैन को हिरासत में लेने के लिए जम्मू-कश्मीर लोक सुरक्षा अधिनियम के तहत वारंट जारी किया था. उसी के तहत उन्हें हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया. संबंधित प्रशासन किश्तवाड़ के जिलाधिकारी द्वारा तैयार किए गए डोजियर में अली के आचरण को क्षेत्र की सुरक्षा के लिए नुकसानदेह पाया गया. यह सामने आया था कि वह आतंकवादियों को सहायता प्रदान करता है.
अली को जिले में आतंकवादी गतिविधियों को बहाल करने और उसकी राह सुगम बनाने में भी लिप्त पाया गया. दूसरे बंदी हुसैन के खिलाफ भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. राष्ट्रविरोधी तत्वों और अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए किश्तवाड़ के जिलाधिकारी ने अब तक कुल आठ लोगों को हिरासत में पहुंचाया है. जिलाधिकारी ने संवाददाताओं से कहा,”राष्ट्रीय महत्व की सरकारी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा डालने वालों समेत कोई भी असामाजिक तत्व बख्शा नहीं जाएगा.”