हमें खुशी है कि प्रधानमंत्री ने ‘‘द केरला स्टोरी’’ को लेकर हमारे रुख का समर्थन किया: विपुल शाह

'लव जिहाद' से बचाने के लिए 100 लड़कियों को दिखाएंगे फिल्म : भाजपा नेता

मुंबई/लखनऊ/कोच्चि/कोझिकोड़. फिल्म ‘‘द केरला स्टोरी’’ के निर्माता विपुल शाह ने शुक्रवार को कहा उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके इस रुख का समर्थन किया कि यह फिल्म किसी समुदाय के नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ है. कर्नाटक के बल्लारी में एक रैली में अपने भाषण के दौरान मोदी ने फिल्म का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘इन दिनों इसकी चर्चा हो रही है. कहा जा रहा है कि यह फिल्म उस राज्य में आतंकी षड्यंत्र को उजागर करती है.’’

प्रधानमंत्री के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शाह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम आज के दिन और क्या मांग सकते हैं, जब एक ओर सुबह में केरल उच्च न्यायालय ने इतना बढ़िया निर्णय दिया और फिर माननीय प्रधानमंत्री ने हमारी फिल्म के बारे में बात की और उस मुद्दे को रेखांकित किया, जिसे हम फिल्म के जरिए रेखांकित करने का प्रयास कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम कहते रहे हैं कि यह फिल्म किसी समुदाय, धर्म के नहीं बल्कि आतंक, आतंकवाद के खिलाफ है और माननीय प्रधानमंत्री ने इस रुख का समर्थन किया है.’’

शाह ने कहा कि अदालत का आदेश उन सभी के लिए एक जवाब है, जो ‘‘हमें निशाना बनाने की कोशिश कर रहे थे” और कह रहे थे “हमने किसी एजेंडे के तहत यह फिल्म बनाई है.’’ उल्लेखनीय है कि उच्च न्यायालय ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने से शुक्रवार को इनकार कर दिया और कहा कि ट्रेलर में किसी विशेष समुदाय के लिए कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है. केरल उच्च न्यायालय ने यह भी कहा कि निर्माताओं ने फिल्म के साथ एक ‘डिस्क्लेमर’ प्रकाशित किया है कि यह फिल्म काल्पनिक है और यह घटनाओं का नाट्य रूपांतरण है और फिल्म इनकी सत्यता की पुष्टि या ऐतिहासिक घटनाओं के तथ्यों की पुष्टि नहीं करती है.

‘लव जिहाद’ से बचाने के लिए 100 लड़कियों को दिखाएंगे फिल्म : भाजपा नेता

सुदीप्तो सेन निर्देशित फिल्म ‘द केरल स्­टोरी’ को लेकर चल रहे विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उप्र इकाई के एक पदाधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि ‘लव जिहाद’ से बच्चियों के जीवन को सुरक्षित करने के लिए 100 लड़कियों को अपनी तरफ से फिल्­म दिखायेंगे. उन्­होंने दूसरों से भी ऐसा करने का आग्रह किया.

भाजपा की उप्र इकाई के सचिव अभिजात मिश्र ने शुक्रवार को ट्वीट किया ” लव जिहाद से बच्चियों के जीवन को सुरक्षित करने के लिए केरल फाइल्­स अवश्य दिखाएं.” उन्­होंने इसी टÞवीट में कहा ” मैं 100 बच्चियों को अपनी तरफ से फिल्म दिखाऊंगा, आ प भी दिखाएं. सचेत रहें, सुरक्षित रहें.” उन्होंने दो मिनट 20 सेकेंड का एक वीडियो क्लिप भी साझा किया है. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेता इस फिल्­म का प्रचार और सराहना भी कर रहे हैं.

प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा ” द कश्­मीर फाइल्­स की तरह द केरल स्­टोरी भी मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाली फिल्म है.” श्रीवास्तव ने कहा, ”यह एक ऐसी हकीकत को उजागर करती है जिस पर चर्चा करने वाले को इस्लामोफोबिक बता दिया जाता है. इस साहसी फिल्म के लिए निर्माता, निर्देशक एवं कलाकार अभिनंदन के पात्र हैं.” सुदीप्तो सेन द्वारा लिखित और निर्देशित ‘द केरला स्टोरी’ हिंदी भाषा में बनी फिल्म है. अदा शर्मा अभिनीत यह फिल्म शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई. फिल्म की कहानी केरल से कथित तौर पर गायब हुईं ‘‘लगभग 32,000 महिलाओं’’ की ‘‘खोज’’ पर आधारित है.

केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस के अनुसार, फिल्म में किया गया यह दावा सरासर गलत है कि 32,000 महिलाओं का धर्म परिवर्तन किया गया, उन्हें कट्टरपंथी बनाया गया तथा उन्हें भारत एवं दुनिया में आतंकी मिशन में तैनात किया गया.

‘द केरल स्टोरी’ के खिलाफ केरल में प्रदर्शन

विवादित फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ का शुक्रवार को केरल में विभिन युवा मंचों ने विरोध और इसके खिलाफ प्रदर्शन किया. फिल्म आज ही देश भर में रिलीज हुई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के युवा मोर्चा राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस (एनवाईसी) और फैटरनिटी मूवमेंट ने कोच्चि में स्थानीय सिनेमाघर के बाहर प्रदर्शन किया. कोच्चि केरल की व्यावसायिक राजधानी है.

हाथों में तख्तियां लिए एनवाईसी के प्रदर्शनकारियों ने सिनेमाघर के बाहर नारेबाजी की और फिल्म पर पाबंदी लगाने की मांग की. उनका आरोप है कि फिल्म में दक्षिण भारतीय राज्य की गलत छवि पेश की गई है. बाद में पुलिस ने उन्हें सिनेमाघर परिसर से बाहर निकाल दिया. फैटरनिटी मूवमेंट के कार्यकर्ताओं, महिलाओं ने कोच्चि में सिनेमाघर तक मार्च निकाला और आरोप लगाया कि फिल्म झूठ का पुंिलदा है और लोगों को भ्रमित करने के संघ परिवार एजेंडा का हिस्सा है.

प्रदर्शनकारियों ने सिनेमाघर के पास सड़क पर लगे अवरोधकों को पार करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. बाद में उन्होंने रोड पर धरना दिया और फिल्म तथा उसके निर्माताओं के खिलाफ नारे लगाए.’’ एक मुस्लिम संगठन के नेता ने कहा, ‘‘केरल ऐसा राज्य है जहां क्षेत्रों और समुदायों के लोग एकजुट होकर रह रहे हैं. ऐसी फिल्म का लक्ष्य राज्य को साम्प्रदायिक आधार पर बांटना और केरल को उत्तर भारत की तरह बनाना है.’’ संगठन ने कोझिकोड में भी ऐसा ही प्रदर्शन किया. अदा शर्मा अभिनीत इस फिल्म का लेखन और निर्देशन सुदीप्तो सेन ने किया है और यह आज ही रिलीज हुई है. केरल उच्च न्यायालय ने इस फिल्म की रिलीज पर पाबंदी लगाने से इंकार कर दिया था.

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