भुट्टो की ‘गिरी हुई हरकत’ ने पाकिस्तान की ‘कलंक गाथा’ में नया अध्याय जोड़ा: भाजपा

भुट्टो का बयान 1971 के युद्ध में हार के दर्द को दर्शाता है, वह पाकिस्तान के ‘पप्पू’ हैं: भाजपा

नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो की ओर से की गई टिप्पणी को ‘निंदनीय और अभद्र’’ करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि पड़ोसी देश के विदेश मंत्री की ‘‘गिरी हुई इस हरकत’’ ने विश्व पटल पर पाकिस्तान की ‘‘कलंक गाथा’’ में एक नया अध्याय जोड़ दिया है.

पार्टी ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि वह भुट्टो के ‘‘शर्मनाक बयान’’ के खिलाफ शनिवार को देश भर में ‘‘जोरदार धरना-प्रदर्शन’’ करेगी और उसके कार्यकर्ता पाकिस्तान और पाकिस्तानी विदेश मंत्री के पुतले जलाएंगे. भाजपा ने कहा, ‘‘हताश, निराश और दिवालिये पाकिस्तान के बचकाने विदेश मंत्री से और क्या उम्मीद की जा सकती है?’’ भुट्टो की टिप्पणी के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को राजधानी दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग के निकट प्रदर्शन किया.

भाजपा ने कहा कि सत्ता में बने रहने के स्वार्थ के बीच पाकिस्तान की बदहाल होती आर्थिक स्थिति, वहां की अराजकतापूर्ण स्थिति, सेना में मनमुटाव, दुनिया के देशों से खराब होते उसके रिश्ते और आतंकवाद को पाल-पोस कर बड़ा करने की नीति से दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने ऐसा ‘‘कायरतापूर्ण, और गिरा हुआ’’ बयान दिया है. भाजपा ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विश्व पटल पर भारत की धाक जम रही है, वहीं दूसरी ओर हर मोर्चे पर पाकिस्तान की खिल्ली उड़ रही है.

उसने कहा, ‘‘एक ओर भारत की विदेश नीति की सर्वत्र सराहना हो रही है, दूसरी ओर पाकिस्तान को छोटे से छोटा देश आंखें दिखा रहा है. रूस-यूक्रेन युद्ध में पाकिस्तान के छात्र तो तिरंगे के सहारे सुरक्षित निकल पाए थे, ये तो सबने देखा है.’’ भाजपा ने कहा, ‘‘भुट्टो ने मोदी के खिलाफ जिस तरह के निंदनीय और अभद्र शब्दों का प्रयोग किया है, उसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है.’’ देश की सत्ताधारी पार्टी ने कहा कि ऐसा बयान देकर भुट्टो ने न केवल सार्वजनिक जीवन की मर्यादा को तार-तार किया है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की हर मर्यादा को भी लांघ दिया है.

उसने कहा, ‘‘क्या बिलावल भुट्टो की इतनी हैसियत है कि वह हमारे प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी करे! बिलावल भुट्टो की गिरी हुई इस हरकत ने विश्व पटल पर पाकिस्तान की कलंक गाथा में एक नया अध्याय जोड़ दिया है.’’ इससे पहले, केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं ने भी भुट्टों की आलोचना करते हुए कहा कि पड़ोसी देश के विदेश मंत्री ‘‘नैतिक, बौद्धिक और आर्थिक रूप से दिवालिया’’ देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और आतंकवाद को समर्थन देने के कारण, उसकी (पाकिस्तान की) कोई विश्वसनीयता नहीं है.

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भुट्टो की यह टिप्पणी इस दिन भारत से मिली हार पर पाकिस्तान के दर्द का नतीजा हो सकती है. उनका इशारा 1971 के युद्ध में आज ही के दिन पाकिस्तान पर हुई भारत की जीत की ओर था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री का बयान बहुत ही घृणित और शर्मनाक है.

उन्होंने कहा, ‘‘यह आज के ही दिन भारत से हारने के पाकिस्तान के दर्द का नतीजा हो सकता है. हार के बाद उनके नाना जोर-जोर से रोए. इसके बावजूद पाकिस्तान की धरती लगातार आतंकियों को संरक्षण देने की कोशिश कर रही है. चाहे वह जम्मू-कश्मीर में हो या भारत के विभिन्न हिस्सों में, यह दुनिया से छिपा नहीं है.’’ मोदी पर की गई टिप्पणी के लिए भुट्टो की आलोचना करते हुए विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि पाकिस्तान से इससे बेहतर की उम्मीद नहीं की जा सकती, क्योंकि ये वे लोग हैं जिन्होंने बलूचिस्तान में लोगों की हत्या की है.

उन्होंने कहा, ‘‘आम तौर पर किसी भी संप्रभु देश के विदेश मंत्री इस तरह से नहीं बोलते हैं. लेकिन यह पाकिस्तान है. आप इससे क्या उम्मीद कर सकते हैं? ये वो लोग हैं, जिन्होंने बलूचिस्तान में लोगों की हत्या की है. ये वे लोग हैं, जिन्होंने कश्मीर में लोगों को मारा है. ये पंजाब के कसाई हैं. ये कराची के कसाई हैं.’’ भुट्टो ने यह टिप्पणी भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में आतंकवाद को समर्थन देने को लेकर पाकिस्तान पर तीखा हमला करने के बाद की. भाजपा के विदेश मामलों से संबंधित विभाग के प्रमुख विजय चौथाईवाले ने कहा कि पाकिस्तान में भी भुट्टो की टिप्पणियों को कोई गंभीरता से नहीं लेता.

उन्होंने कहा, ‘‘वह पाकिस्तान के पप्पू हैं और एक ही हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान नैतिक, बौद्धिक और आर्थिक रूप से दिवालिया देश है. अपने स्वयं के कृत्यों के कारण, जिसमें आतंकवादियों को समर्थन देना और सीमा पार आतंकवाद को एक नीति बनाना शामिल है, उन्होंने सभी प्रकार की विश्वसनीयता खो दी है, जो उनके पास हो सकती थी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भुट्टो की टिप्पणी स्पष्ट रूप से ंिनदनीय है. लेकिन विश्व मंच पर उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है और उनसे इससे बेहतर की उम्मीद नहीं की जा सकती.’’ लेखी ने कहा कि पाकिस्तानी मंत्री की टिप्पणी उनकी खुद की ‘‘मानसिक कमी और दिवालियेपन’’ को दर्शाती है.

उन्होंने कहा, ‘‘भारत स्टार्टअप और इनक्यूबेशन पर काम कर रहा है, जबकि पाकिस्तान को आतंकवाद के लिए इनक्यूबेटर के रूप में जाना जाता है. एक दिवालिया देश का प्रतिनिधित्व बौद्धिक रूप से दिवालिया लोगों द्वारा किया जाता है, जो यह भी नहीं जानते कि पाकिस्तान कितनी बार वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की ग्रे सूची में शामिल रहा है.’’.

Related Articles

Back to top button