आतिशी और भाजपा उम्मीदवार बिधूड़ी के रिश्तेदार के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज

नयी दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले मंगलवार को पुलिस ने कालकाजी में आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन के आरोप में तीन प्राथमिकी दर्ज कीं. इनमें से एक प्राथमिकी मुख्यमंत्री आतिशी, दूसरी आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्यों और तीसरी भाजपा के दो नेताओं के खिलाफ दर्ज की गई है.
पुलिस ने कहा कि आतिशी आम आदमी पार्टी (आप) के समर्थकों के साथ थीं जिन्होंने फतेह सिंह मार्ग पर एक अधिकारी को कथित रूप से उसका कर्तव्य पालन करने से रोका. पुलिस ने बताया कि पुलिस कांस्टेबल पर हमला करने के आरोप में आप के दो सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ने कालकाजी से भाजपा के उम्मीदवार रमेश विधूड़ी के एक रिश्तेदार मनीष बिधूड़ी और एक अन्य व्यक्ति रवि दायमा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की.
पुलिस ने ‘आप’ की शिकायत पर भाजपा नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की. ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आतिशी ने कहा कि मनीष, रमेश बिधूड़ी का भतीजा है. उन्होंने आरोप लगाया कि उसे सोमवार देर रात कालकाजी में “घूमते” देखा गया था, जबकि वह क्षेत्र का मतदाता भी नहीं है.
शिकायत पर प्रतिक्रिया देते हुए, पुलिस ने कहा कि उसने मनीष बिधूड़ी और रवि दायमा को कथित तौर पर आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन करते हुए पाया. पुलिस ने बताया कि उनके खिलाफ गोविंदपुरी थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है.
एक अन्य मामले में पुलिस ने लगभग 10 वाहनों के साथ ‘आप’ कार्यकर्ताओं की बड़ी भीड़ देखी.
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) रवि कुमार सिंह ने कहा कि बार-बार तितर-बितर हो जाने के अनुरोध के बावजूद, ‘आप’ सदस्यों ने निषेधाज्ञा और एमसीसी का उल्लंघन किया. डीसीपी ने कहा, उड़न दस्ते की टीम की शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई की.
पुलिस ने कहा कि जब उन्होंने घटनास्थल की वीडियोग्राफी शुरू की, तो ‘आप’ के कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर एक हेड कांस्टेबल से मारपीट और दुर्व्यवहार किया, उसका फोन छीन लिया और उसे घायल कर दिया. पुलिस ने हमले के संबंध में एक अलग प्राथमिकी दर्ज की है.
यह पूछे जाने पर कि क्या आतिशी का नाम विशेष रूप से प्राथिमिकी में है, तो डीसीपी सिंह ने पुष्टि की कि उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई, जो मौके पर मौजूद थे और निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर रहे थे. आतिशी ने उनके खिलाफ पुलिस प्राथमिकी के लिए निर्वाचन आयोग की आलोचना की.
उन्होंने दावा किया कि कालकाजी से उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी और उनके परिवार के सदस्य खुलेआम “गुंडागर्दी” कर रहे थे, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. जवाब में, रमेश बिधूड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी “आसन्न हार” से घबरा रही हैं. बिधूड़ी ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद की “गरिमा को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए.”