चीन ने नयी दिल्ली में हुई क्वाड बैठक की आलोचना की

बीजिंग. चीन ने शुक्रवार को एक बार फिर क्वाड समूह की बैठक की आलोचना की और कहा कि देशों के बीच बातचीत का मकसद शांति और विकास को आगे बढ़ाना होना चाहिए. क्वाड पर निशाना साधते हुए चीन ने कहा कि देशों को विशिष्टता पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय आपसी विश्वास और क्षेत्रीय स्थिरता में योगदान देना चाहिए.

क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने शुक्रवार को एक मुक्त एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रति इस चतुष्पक्षीय संवाद समूह की प्रतिबद्धता दोहराई. क्वाड- भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान का एक समूह है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर की अध्यक्षता में हुई क्वाड बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, उनके जापानी समकक्ष योशिमाशा हयाशी और ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वॉन्ग शामिल हुए. यह बैठक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता को लेकर जारी वैश्विक चिंताओं की पृष्ठभूमि में हुई है.

क्वाड बैठक पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, ‘‘हम सोचते हैं कि देशों को क्षेत्रीय स्तर पर आपसी विश्वास, शांति और स्थिरता में योगदान देने के लिए और अधिक प्रयास करना चाहिए.’’

सीमा मुद्दों को ‘उचित स्थान’ पर रखते हुए स्थिति सामान्य बनाने पर काम किया जाए: चीनी विदेश मंत्री
चीन के विदेश मंत्री किन गांग ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से कहा है कि भारत और चीन को द्विपक्षीय संबंधों में सीमा मुद्दे को ‘‘उचित स्थान’’ पर रखना चाहिए और अपनी सीमाओं पर स्थिति सामान्य बनाने के लिए यथाशीघ्र मिलकर काम करना चाहिए. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी.

किन ने नयी दिल्ली में आयोजित जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर बृहस्पतिवार को जयशंकर से हुई व्यक्तिगत मुलाकात के दौरान यह बात कही. उन्होंने पूर्वी लद्दाख में 34 महीने से अधिक समय से जारी सीमा विवाद के बीच यह बात कही है. किन को दिसंबर में वांग यी की जगह चीन का विदेश मंत्री बनाया गया था. भारत कहता रहा है कि जब तक सीमावर्ती इलाकों में शांति कायम नहीं होती तब तक चीन से उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते.

जयशंकर ने किन से कहा कि भारत-चीन संबंधों की स्थिति “असामान्य” है. भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि उनकी वार्ता द्विपक्षीय संबंधों में व्याप्त चुनौतियों, विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति व स्थिरता पर केंद्रित रही. उन्होंने कहा, ‘‘जी20 में क्या हो रहा है, इस पर भी हमने संक्षिप्त चर्चा की. लेकिन बैठक में वास्तव में हमारे द्विपक्षीय संबंधों और उनके समक्ष खड़ीं चुनौतियों, विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति व स्थिरता पर जोर रहा.’’

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने विदेश मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के हवाले से कहा, ‘‘किन ने जयशंकर से कहा कि दोनों पक्षों को दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति को लागू करना, संवाद बनाए रखना, विवादों को सही ढंग से सुलझाना, और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार को बढ़ावा देना व लगातार मजबूत बनाना चाहिए.’’ किन ने कहा, ” द्विपक्षीय संबंधों में सीमा मुद्दे को उचित स्थान पर रखा जाना चाहिए.” उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी हो सके, सीमाओं पर स्थिति को सामान्य बनाना चाहिए.

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