अडाणी मामले में JPC गठित करने की मांग, राज्यसभा में हंगामा, बैठक कल तक के लिए स्थगित

नयी दिल्ली. सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के हंगामे की वजह से बृहस्पतिवार को राज्यसभा की बैठक दो बार के स्थगन के बाद शाम पांच बज कर 25 मिनट पर कल तक के लिए स्थगित कर दी गई. उच्च सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का आज भोजनावकाश के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया. उस दौरान सदन में कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्य अडाणी समूह पर “हिंडनबर्ग रिपोर्ट’’ में लगाए गए आरोपों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित किए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे.
हंगामे के बीच ही प्रधानमंत्री ने चर्चा का जवाब दिया. इसके बाद कुछ विपक्षी सदस्यों द्वारा लाए गए संशोधनों को ध्वनिमत से खारिज कर दिया गया तथा राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए धन्यवाद प्रस्ताव को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी गई.
इसी बीच सत्ता पक्ष के सदस्यों ने ‘‘मोदी मोदी’’ के नारे लगाने शुरू कर दिये. सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में वर्ष 2023-24 के बजट पर चर्चा शुरू करने के लिए कांग्रेस सदस्य शक्ति सिंह गोहिल का नाम पुकारा. गोहिल ने कहा कि सदन में व्यवस्था नहीं है और ऐसे में वह अपनी बात नहीं रख सकते. उन्होंने कहा कि पहले सदन में व्यवस्था बनाई जानी चाहिए.
सभापति ने सदस्यों से शांत रहने और कार्यवाही चलने देने की अपील की. लेकिन अपनी बात का असर न होते देख उन्होंने तीन बज कर करीब 57 मिनट पर बैठक साढ़े चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी. एक बार के स्थगन के बाद साढ़े चार बजे बैठक पुन: शुरू होने पर सदन में वही नजारा था. सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के हंगामे के बीच सभापति ने सदन के नेता और नेता प्रतिपक्ष को अपने कक्ष में आने के लिए कहा तथा बैठक पांच बज कर पंद्रह मिनट तक के लिए स्थगित कर दी.
दो बार के स्थगन के बाद जब सवा पांच बजे बैठक पुन: शुरू हुई तब कांग्रेस सदस्य शक्ति सिंह गोहिल ने 2023-24 के बजट पर चर्चा शुरू की. लेकिन सत्ता पक्ष के कुछ सदस्यों ने ‘‘मोदी मोदी’’ के नारे शुरू किए और विपक्षी सदस्यों ने सरकार विरोधी नारेबाजी आरंभ कर दी.
इस पर अप्रसन्नता जाहिर करते हुए सभापति ने कहा कि बार बार समझाने के बावजूद सदन की कार्यवाही बाधित की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष में बैठे एक वरिष्ठ सदस्य नियमों की जानकारी होने पर भी सदन में तख्ती दिखा रहे हैं जो ठीक नहीं है.
उन्होंने कहा कि वह इस स्थिति में सदन नहीं चलाएंगे. उन्होंने पांच बज कर 24 मिनट पर बैठक को कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
क्या एनएसई और सेबी पर अडाणी समूह पर नरमी बरतने का दबाव था: कांग्रेस
कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’ (एनएसई) अडाणी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने में विफन रहा है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया कि क्या भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) और एनएसई पर किसी तरह का ‘‘दबाव’’ था कि उसने इस कारोबारी के साथ नरमी बरती है? रमेश ने कांग्रेस की ‘हम अडाणी के हैं कौन’ श्रृंखला के तहत पिछले कुछ दिनों की तरह बृहस्पतिवार को भी सरकार और प्रधानमंत्री से कुछ सवाल किए.
उन्होंने दावा किया कि सेबी जैसे बाजार नियामक भारतीय पूंजी बाजार की रक्षा करने में विफल रहे हैं जिससे न सिर्फ इनकी छवि धूमिल हुई, बल्कि भारत के वित्तीय बाजार की गरिमा पर सवाल खड़े हो गए हैं. कांग्रेस नेता का कहना है कि अडाणी समूह के खिलाफ स्टॉक में हेराफेरी के गंभीर आरोप लगे हैं.
अमेरिका की वित्तीय शोध कंपनी ‘ंिहडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह पर फर्जी लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद समूह के शेयर की कीमतों में गिरावट आई है. वहीं, अडाणी समूह ने कहा है कि वह सभी कानूनों और सूचना प्रकट करने संबंधी आवश्यकताओं का अनुपालन करता है.
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