जम्मू-कश्मीर में सर्दियों से पहले और अधिक आतंकवादियों को घुसपैठ कराने की कोशिश : BSF महानिदेशक
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक रेंजर्स की बिना उकसावे वाली गोलीबारी में बीएसएफ जवान की मौत

श्रीनगर. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में र्सिदयों की शुरुआत और भारी बर्फबारी के कारण रास्ते बंद होने से पहले सीमा पार से और अधिक आतंकवादियों को घुसपैठ कराने की कोशिशें हमेशा होती रहती हैं, लेकिन सुरक्षाबल सतर्क हैं और घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम कर देंगे.
बीएसएफ महानिदेशक ने यहां श्रीनगर के बाहरी इलाके हुमहामा में सहायक प्रशिक्षण केंद्र (एसटीसी) कश्मीर में बीएसएफ के 599 रंगरूटों की पासिंग आउट परेड में भाग लिया और उसका निरीक्षण किया. नितिन अग्रवाल ने कहा कि ये प्रयास हर साल होते हैं क्योंकि पाकिस्तान बर्फबारी से पहले अधिकतम संख्या में आतंकवादियों को घुसपैठ कराने की कोशिश करता है.
बीएसएफ के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा, ” हर साल सर्दी शुरू होने, बर्फबारी होने और रास्ते बंद होने से पहले उन्हें (आतंकवादियों को) खदेड़ने की कोशिश की जाती है. लेकिन, हम सतर्क हैं. मैंने बुधवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) का दौरा किया, अपने सैनिकों और सेना के अधिकारियों से मुलाकात की. वे सतर्क हैं और अगर घुसपैठ की कोई कोशिश होगी तो हम उसे नाकाम कर देंगे.”
उन्होंने कहा, ” लेकिन, हम हर साल उनके मंसूबों को नाकाम कर देते हैं और इस साल भी ऐसा ही हो रहा है. वे कोशिश तो कर रहे हैं, लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो रहे हैं. शोपियां में आज मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया. वे आम लोगों पर हमला कर रहे हैं, यह उनकी हताशा का संकेत है.”
जम्मू के सांबा जिले में संघर्ष विराम उल्लंघन के बारे में पूछे जाने पर बीएसएफ महानिदेशक ने कहा, ”पाकिस्तानी सैनिकों ने दो-तीन बार हमारी चौकियों पर हमला किया और हमारे जवानों को निशाना बनाया है. लेकिन, हमारे सुरक्षाबल सतर्क हैं और उन्होंने बहुत अच्छी तरह से जवाबी कार्रवाई की है. सीमा पार शायद गंभीर क्षति हुई है, लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है.”
यह पूछे जाने पर कि क्या सीमा पार से ऐसी गोलीबारी की घटनाओं का संघर्ष विराम पर असर पड़ेगा, नितिन अग्रवाल ने कहा कि यह (गोलीबारी) पिछले दो सप्ताह से हो रही है, लेकिन हम इसके पीछे का कारण नहीं जानते हैं. उन्होंने कहा, ” हम इस पर चर्चा कर रहे हैं और एक बार हमें इसका कारण पता चल जाएगा तो हम इसका मुकाबला करने के लिए एक रणनीति तैयार करेंगे. ‘
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक रेंजर्स की बिना उकसावे वाली गोलीबारी में बीएसएफ जवान की मौत
जम्मू-कश्मीर में सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में बुधवार देर रात अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास पाकिस्तानी रेंजर्स की बिना उकसावे वाली गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान की मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारी के मुताबिक, सांबा में सीमा चौकियों को निशाना बनाकर की गई गोलीबारी, जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा पिछले 24 दिनों में संघर्ष-विराम उल्लंघन की तीसरी घटना है.
उन्होंने बताया कि गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया, जिसे पहले एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर जम्मू के जीएमसी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बीएसएफ ने एक बयान में कहा, ”आठ-नौ नवंबर 2023 की दरमियानी रात के दौरान, पाकिस्तान रेंजर्स ने रामगढ़ क्षेत्र में बिना उकसावे के गोलीबारी की, जिसका बीएसएफ जवानों ने माकूल जवाब दिया.” रामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) डॉ. लखविंदर सिंह ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजर्स की गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया था, जिसे देर रात करीब एक बजे इलाज के लिए केंद्र में लाया गया.
जेरडा के ग्रामीण मोहन सिंह भट्टी ने बताया कि गोलाबारी रात करीब 12.20 बजे शुरू हुई, जिसने बाद में व्यापक रूप ले लिया. उसने कहा, ”अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी के कारण डर का माहौल व्याप्त है.” इससे पहले, 28 अक्टूबर को पाकिस्तान रेंजर्स ने सीमा पर लगभग सात घंटे तक भारी गोलीबारी की थी, जिसमें एक महिला और बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए थे. वहीं, 17 अक्टूबर को अरनिया सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से बिना उकसावे के की गई गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान घायल हुए थे. अधिकारियों के मुताबिक, 25 फरवरी 2021 को दोनों पक्षों के संघर्ष-विराम समझौते पर दस्तखत करने के बाद से यह उल्लंघन की छठी घटना है.