राहुल ने किया आंबेडकर का अपमान, कांग्रेस ने सरदार पटेल को कभी नहीं दिया उचित स्थान: भाजपा

नयी दिल्ली. भाजपा ने मंगलवार को कहा कि राहुल गांधी ने यह दावा करके संविधान के प्रति अपनी अज्ञानता और भीम राव अंबेडकर के प्रति अवमानना का परिचय दिया है कि संविधान हजारों साल पुराना है. सोमवार को बिहार में एक कार्यक्रम में गांधी ने कहा था कि लोग उनसे कहते हैं कि संविधान 1947 में लिखा गया था. कांग्रेस नेता ने कहा था, ”लेकिन मैं उनसे कहता हूं कि संविधान हजारों साल पुराना है.” इसी के साथ उन्होंने संवैधानिक मूल्यों को ‘कमजोर करने’ को लेकर केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर हमला जारी रखा.
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि गांधी ने संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष आंबेडकर का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि दलित अधिकारों के हिमायती आंबेडकर ने ही आजादी के बाद संविधान लिखा था. मेघवाल ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा अंबेडकर को नीचा दिखाया है. भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी हमेशा अपने ”ज्ञान के अतिरेक” से देश को स्तब्ध और अवाक कर देते हैं.
उन्होंने कहा, ”उन्हें (राहुल को) यह भी नहीं पता कि संविधान 1947 में नहीं लिखा गया था, बल्कि यह संविधान सभा की कार्यवाही थी जो तब शुरू हुई थी. संविधान को 26 नवंबर, 1949 को अंतिम रूप दिया गया था और 26 जनवरी, 1950 को उसे लागू किया गया था.” त्रिवेदी ने कहा कि जिन लोगों ने 26 नवंबर 1949 को ‘संविधान दिवस’ ??के रूप में मनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैसले की आलोचना की, उन्हें यह समझना चाहिए कि देश में कई अज्ञानी युवा हैं, जिन्हें संविधान के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है और गांधी उनमें से एक हैं.
भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर भी पलटवार किया, जिन्होंने दावा किया था कि सरदार वल्लभभाई पटेल की विचारधारा आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के विपरीत है. खरगे ने भाजपा पर उनकी विरासत को हड़पने का प्रयास करने का आरोप भी लगाया. मेघवाल ने कहा कि कांग्रेस ने पटेल को कभी उनका उचित स्थान नहीं दिया. उन्होंने यह आरोप लगाने के लिए उनकी बेटी मणिबेन पटेल की किताब का हवाला दिया कि पार्टी (कांग्रेस) ने उनका अपमान किया.
कानून मंत्री ने कहा कि चूंकि कांग्रेस गुजरात में अपना अधिवेशन कर रही है, इसलिए खरगे और उनके साथियों के मन में अगर उनके प्रति सम्मान है तो उन्हें कम से कम केवड़िया में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करनी चाहिए थी. मेघवाल ने आरोप लगाया, ”कांग्रेस पटेल का सम्मान नहीं करती थी, क्योंकि नेहरू उन्हें पसंद नहीं करते थे.” भाजपा नेता मेघवाल ने कहा कि पटेल राष्ट्रवादी मूल्यों के प्रतीक थे, जिनमें आरएसएस भी विश्वास करता है.
उन्होंने कहा कि पटेल ने ही कश्मीर में सेना भेजी थी और सोमनाथ मंदिर के पुर्निनर्माण में भूमिका निभाई थी. भाजपा-आरएसएस पर राष्ट्रीय नायकों के खिलाफ ‘सुनियोजित साजिश’ करने का आरोप लगाते हुए खरगे ने कहा कि पटेल की विचारधारा आरएसएस के विचारों के विपरीत थी. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि यह हास्यास्पद है कि जिस संगठन का स्वतंत्रता संग्राम में ‘कोई योगदान नहीं है’ आज वह संगठन उनकी विरासत का दावा करता है.