डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी की हत्या के मामले में तीन शूटर पकड़े गए

चंडीगढ़/नयी दिल्ली. डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी की हत्या के सिलसिले में पंजाब के पटियाला जिले से तीन संदिग्ध शूटर पकड़े गए हैं. पुलिस ने बताया कि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने खुफिया जानकारी के आधार पर पटियाला शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर बक्शीवाला इलाके में बृहस्पतिवार-शनिवार रात तीन बजे छापा मारा था.

दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने कहा कि एक संदिग्ध जितेंद्र को गिरफ्तार किया गया है जबकि दो अन्य नाबालिग हैं.
सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी प्रदीप सिंह कटारिया की बृहस्पतिवार को पंजाब के फरीदकोट के कोटकपुरा में उनकी दुकान पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. वह 2015 के बरगढ़ी बेअदबी मामले में आरोपी थे.

दिल्ली पुलिस ने कहा कि पंजाब पुलिस की सुरक्षा मिली होने के बावजूद हमलावरों ने उनपर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी. कटारिया की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि उनके पंजाब पुलिस का सुरक्षा कर्मी और अन्य दुकानदार गोली लगने से जख्मी हो गया. कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर गोल्डी बरार ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए हत्या की जिम्मेदारी ली है. बरार पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है. उनकी मई में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

पंजाब के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हत्या में शामिल सभी छह शूटर की पहचान कर ली गई है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि चार शूटर हरियाणा के और दो पंजाब के हैं. बाकी तीन शूटर की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, विशेष प्रकोष्ठ की खुफिया शाखा (सीआईयू) ने 27 जनवरी को अलीपुर इलाके में हुए प्रमोद बजाड़ की हत्या की गुत्थी सुलझायी थी.

सीआईयू को पता था कि 20 जनवरी को हरियाणा के अंबाला में हुई दोहरी हत्या को अमित बधवार और आकाश भालम्बिया ने काला राणा उर्फ टाइगर की ओर से भेजे गए दो अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था. सीआईयू ने बधवार और भालम्बिया को गिरफ्तार कर लिया था. अंबाला दोहरे हत्याकांड के दो फरार हमलावरों की पहचान जितेंद्र और शेरा के रूप में हुई. हरियाणा पुलिस ने शेरा को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने कहा कि तब से सीआईयू जितेंद्र की तलाश में थी.

उन्होंने कहा कि जब कोटकपूरा में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी की हत्या का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो सीआईयू ने हमलावरों में से एक की पहचान जितेंद्र के रूप में की, जो लंबे समय से फरार था. दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के उपायुक्त (डीसीपी) मनीष चंद्रा ने कहा कि जांच के बाद, पुलिस ने आरोपियों को पंजाब के पटियाला के बक्शीवाला से गिरफ्तार किया, जहां वे बरार की ओर से उपलब्ध कराए गए ठिकाने में छुपे हुए थे.

शुरुआती पूछताछ से पता चला है कि छह हमलावर थे – चार हरियाणा से और दो पंजाब से. चंद्रा ने कहा कि बरार के निर्देश पर छह हमलावर काम कर रहे थे. बरार भगोड़े हरंिवदर सिंह उर्फ ंिरदा और जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का सहयोगी है.
पुलिस ने कहा कि लगभग 55 गोलियां चलाई गईं, जिनमें से करीब 30 गोलियां उन तीनों ने चलाई, जिन्हें पकड़ लिया गया है. पुलिस ने कहा कि तीन अत्याधुनिक पिस्तौल और कई कारतूस बरामद किए गए हैं.

यह भी पता चला है कि जितेंदर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बरार और काला जत्थेदी का पुराने सहयोगी है. सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोपी अंकित सिरसा ने दोनों नाबालिगों का बरार से परिचय कराया था. उन्होंने बताया कि सिरसा को पहले गिरफ्तार किया गया था.
प्रदीप सिंह पर जून 2015 में बुर्ज जवाहर सिंह वाला गांव से गुरु ग्रंथ साहिब की एक प्रति चुराने का आरोप था और इसके अलावा वह उसी साल अक्टूबर में फरीदकोट के बरगढ़ी में सिखों की एक धार्मिक पुस्तक के फटे हुए पन्ने पाए जाने से संबंधित मामले में भी आरोपी थे. फिलहाल वह जमानत पर थे. शिवसेना (टकसाली) के नेता सुधीर सुरी की अमृतसर में चार नवंबर को हत्या किए जाने के कुछ दिन बाद प्रदीप सिंह की हत्या हुई है. दोनों ही मामलों में पीड़ितों को पुलिस सुरक्षा मिली हुई थी.

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