किम की बहन की धमकी की बीच अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने भरी उड़ान

किम की बहन ने खुफिया उपग्रह पर संदेह वाले आकलन को ‘‘कुत्तों के भौंकने’’ के बराबर बताया

सियोल. अमेरिका ने मंगलवार को दक्षिण कोरियाई युद्धक विमानों के साथ संयुक्त अभ्यास के लिए कोरियाई प्रायद्वीप के पास परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बमवर्षक और उन्नत स्टील्थ जेट उड़ाए. इससे पहले उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की बहन ने अपने देश की सेना के बारे में संदेह का मजाक उड़ाया और एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण की धमकी दी थी.

दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी बी-52 बमवर्षकों और एफ-22 स्टील्थ लड़ाकू विमानों की तैनाती परमाणु सहित सभी उपलब्ध साधनों से दक्षिण कोरिया की रक्षा के लिए एक समझौते का हिस्सा थी. मंत्रालय ने कहा कि अभ्यास में दक्षिण कोरिया के एफ-35 और एफ-15 लड़ाकू जेट भी शामिल थे. यह युद्धाभ्यास जेजू द्वीप के दक्षिण-पश्चिम में पानी में हुआ. उसने कहा कि अमेरिकी एफ-22 जेट चार साल में पहली बार दक्षिण कोरिया में तैनात किए गए थे और दक्षिण कोरियाई बलों के साथ प्रशिक्षण के लिए इस पूरे सप्ताह रुकेंगे.

उत्तर कोरिया द्वारा अपने पहले जासूसी उपग्रह का परीक्षण करने के लिए रॉकेट लॉन्च करने का दावा करने के बाद इस अभ्यास का आयोजन किया गया था. उत्तर कोरिया ने पिछले कुछ दिनों में एक अधिक सचल अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल पर इस्तेमाल होने वाली ठोस ईंधन वाली मोटर का परीक्षण किया था.

उत्तर कोरिया पहले ही अमेरिका-दक्षिण कोरिया के पिछले सैन्य अभ्यासों पर एक चेतावनी के रूप में रिकॉर्ड संख्या में मिसाइल परीक्षण कर चुका है. उत्तर कोरिया इस युद्धाभ्यास को एक आक्रमण पूर्वाभ्यास के रूप में देखता है. ऐसी ंिचताएं हैं कि यह नए दौर के मिसाइल परीक्षणों के साथ अमेरिका-द.कोरिया के हालिया हवाई प्रशिक्षण पर प्रतिक्रिया कर सकता है. इससे पहले मंगलवार को किम जोंग-उन की बहन किम यो जोंग ने उस आकलन को ‘‘दुर्भावनापूर्ण अपमान’’ और ‘‘कुत्तों के भौंकने’’ के बराबर बताते हुए खारिज कर दिया, जिसमें देश के जासूसी उपग्रह व अन्य सैन्य क्षमताओं पर संदेह व्यक्त किया गया था.

उत्तर कोरिया ने सोमवार को कहा था कि उसने अपने पहले खुफिया उपग्रह के निर्माण के लिए रविवार को महत्वपूर्ण अंतिम चरण के परीक्षण किए. उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने दो ‘कम रेजÞॉल्यूशन’ वाली श्वेत-श्याम तस्वीरें भी जारी की थीं, जिसमें अंतरिक्ष से दक्षिण कोरियाई राजधानी और सियोल के पश्चिम में स्थित शहर इंचियोन नजर आ रहा है.
सरकारी मीडिया ने वर्कर्स पार्टी की वरिष्ठ अधिकारी किम यो जोंग के हवाले से एक खबर में कहा, ‘‘ क्या उन्हें नहीं लगता कि उनका आकलन बेहद अनुचित व लापरवाही भरा है.

उन्होंने हमारे समाचार पत्र द्वारा जारी केवल दो तस्वीरों के आधार पर हमारे उपग्रह की विकास क्षमताओं और उससे जुड़ी तैयारियों पर टिप्पणी की है.’’ दक्षिण कोरिया और अन्य जगहों के कुछ असैन्य विशेषज्ञों ने कहा कि निगरानी के उद्देश्य से तस्वीरें बहुत अपरिष्कृत थीं और यह प्रक्षेपण उत्तर कोरिया की मिसाइल प्रौद्योगिकी के लिए एक आवरण होने की संभावना थी. दक्षिण कोरिया की सेना का कहना है कि उत्तर कोरिया ने मध्यम दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं.

उन्होंने उपग्रह की तस्वीरों पर दक्षिण कोरिया के विशेषज्ञों की टिप्पणी को ‘‘ बकवास’’, ‘‘ दुर्भावना से किया जाने वाले अपमान’’ और ‘‘कुत्तों के भौंकने’’ के बराबर बताया. किम यो जोंग ने कहा कि उपग्रह के परीक्षण के दौरान एक आम कैमरे का इस्तेमाल इसलिए किया गया, क्योंकि एक बार के परीक्षण के लिए महंगे, उच्च-रेजÞॉल्यूशन वाले कैमरे का इस्तेमाल करने का कोई मतलब नहीं बनता. उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया ने अंतरिक्ष प्रक्षेपण वाहनों के रूप में दो पुरानी मिसाइलों का इस्तेमाल किया.

किम यो जोंग ने कहा, ‘‘ अगर हमें एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (अईसीबीएम) का प्रक्षेपण करना होगा, तो हम करेंगे. हम लंबी दूरी की मिसाइल परीक्षण को छुपाने के लिए उपग्रह का इस्तेमाल नहीं करते, जैसा कि दक्षिण कोरियाई आम राय को प्रभावित करने के लिए दावा कर रहे है.’’ उन्होंने दक्षिण कोरियाई सरकार के उस आकलन को भी खारिज कर दिया कि उत्तर कोरिया के पास अमेरिका की मुख्य भूमि को निशाना बनाने में सक्षम अईसीबीएम का इस्तेमाल करने के लिए अब भी पर्याप्त प्रौद्योगिकी नहीं है.
किम यो जोंग ने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि उनके लिए बेहतर यही है कि वह बकवास करना बंद करें, सावधानी बरतें और कुछ भी करने से पहले दो बार उस पर विचार करें.’’

उत्तर कोरिया ने जापान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की धमकी दी

उत्तर कोरिया ने मंगलवार को जापान के खिलाफ ‘‘सख्त और निर्णायक सैन्य कार्रवाई’’ करने की धमकी दी. साथ ही उसने जापान को एक आक्रामक सैन्य शक्ति में बदलने के प्रयास के रूप में टोक्यो के राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति अपनाने की भी आलोचना की. उत्तर कोरिया का यह बयान जापान द्वारा सुरक्षा रणनीति की घोषणा के चार दिन बाद आया है. जापान ने घोषणा में चीन और उत्तर कोरिया की ओर से आने वाले खतरों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने के लिए ‘जवाबी हमला’ करने की क्षमता को बढ़ाने और अपने सैन्य खर्च को दोगुना करने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया था.

उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जवाबी हमले की क्षमता हासिल करने के लिए जापान के प्रयास का आत्मरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन यह ‘‘अन्य देशों के इलाकों पर हमले की एहतियाती क्षमता’’ हासिल करने का स्पष्ट प्रयास है.

सरकारी मीडिया में मंत्रालय के एक अज्ञात प्रवक्ता के हवाले से दिए बयान में कहा गया, ‘‘जापान का अपनी गलत मंशाओं को पूरा करने का मूर्खतापूर्ण प्रयास, आत्मरक्षा के अधिकारों की आड़ में सैन्य आक्रमण की क्षमता को उचित नहीं ठहराया जा सकता और न ही इसे बर्दाश्त किया जा सकता है.’’

बयान में अमेरिका पर जापानी सैन्य महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करने और बढ़ावा देने और क्षेत्रीय शांति को कम करने का आरोप लगाया गया. बयान में कहा गया है कि इस तरह के कथित अमेरिकी कदम उत्तर कोरिया को देश पर हमला करने के दुश्मन के प्रयासों को विफल करने के लिए नए रणनीतिक हथियार विकसित करने की हमारी योजनाओं को पूरा करने के लिए मजबूर कर रहे हैं.

बयान में कहा गया है कि उत्तर कोरिया यह सुनिश्चित करना चाहता है कि वह जापानी सुरक्षा रणनीति के कारण क्षेत्रीय सुरक्षा की जटिलता के मद्देनजर अपनी संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए ‘‘साहसिक और निर्णायक सैन्य कार्रवाई’’ कर सकता है.
बयान में कहा गया है, ‘‘हमारा देश यह दिखाने के लिए कार्रवाई करना जारी रखेगा कि हम जापान के अन्यायपूर्ण, गलत मंशा वाले प्रयास से कितना ंिचतित और नाराज हैं.’’

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