अपना असली चरित्र दिखा रहे हैं आजाद और सिंधिया: कांग्रेस

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा राहुल गांधी पर निशाना साधे जाने के बाद बुधवार को इन दोनों नेताओं पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया कि ये दोनों नेता पार्टी में रहते हुए बड़े ‘लाभभोगी’ रहे और अब अपना असली चरित्र दिखा रहे हैं. पार्टी ने आजाद पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि वह अब किसी के ‘गुलाम’ हो गए हैं.

पूर्व केंद्रीय मंत्री आजाद ने ‘आजाद–एन आॅटोबायोग्राफी’ शीर्षक से पुस्तक लिखी है. अपनी पुस्तक में उन्होंने ऐसे कई दृष्टांतों को रेखांकित किया है, जिनमें राहुल के साथ उनके मतभेद रहे थे. उन्होंने पिछले साल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. सिंधिया ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी के पास देश के खिलाफ काम करने वाले ‘देशद्रोहियों’ के अलावा कोई विचारधारा नहीं बची है.

कांग्रेस महासचिव रमेश ने इन दोनों नेताओं को निशाने पर लेते हुए ट्वीट किया, ‘‘गुलाम नबी आजÞाद और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों ही कांग्रेस सिस्टम और पार्टी नेतृत्व के बड़े लाभभोगी रहे हैं. लेकिन अब हर गुजरते दिन के साथ, वे प्रमाण देते हैं कि इस उदारता के वे योग्य नहीं थे. वे अपना असली चरित्र दिखा रहे हैं, जिसे उन्होंने इतने लंबे समय तक छुपा कर रखा था.’’ कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से बातचीत में आजाद पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘जो वफा लुटियंस दिल्ली के एक बंगले की मोहताज हो जाए वो वफा किस काम की है. जिस विचारधारा के खिलाफ 50 साल से जो आदमी लड़ रहा हो, उसी का तरफदार बन जाए तो फिर अफसोस होता है.’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘आपको (आजाद) रात को नींद कैसे आती है, सुबह आईना कैसे देखते होंगे?’’ खेड़ा ने आजाद पर पार्टी नेतृत्व का भरोसा तोड़ने का आरोप लगाया और कहा, ‘‘जब आजÞाद जी ने पार्टी छोड़ी थी तो एक टिप्पणी की थी कि- मैं ‘आजÞाद’ हो गया हूं. पिछले 2 दिनों से इनकी बातें सुनकर हमें भरोसा हो गया है कि वह ‘आजÞाद’ नहीं, गुलाम हो गए हैं.’’ सिंधिया पर निशाना साधते हुए खेड़ा ने कहा, ‘‘हम मोदी जी को दोस्ताना सलाह देंगे कि जिस व्यक्ति को राहुल गांधी और कांग्रेस ने इतना आगे बढ़ाया, वह जब कांग्रेस का नहीं हुआ तो आपका क्या होगा.’’ कांग्रेस नेता ने कटाक्ष किया, ‘‘जो व्यक्ति अपने आप को महाराज कहते हैं वह हमें प्रथम श्रेणी का नागरिक कह रहे हैं. महाराज, हम तो संघर्ष करने वाले नागरिक हैं.’’

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