पंजाब कांग्रेस पर से छंट गए हैं ‘बादल’ : जयराम रमेश

नयी दिल्ली/चंडीगढ़. कांग्रेस ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब कांग्रेस पर से ‘बादल’ छंट गए हैं. मनप्रीत बादल पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस महासचिव एवं पार्टी के संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘ एक आदमी जिसने अपनी पार्टी बनाने के लिए अकाली दल को छोड़ दिया और फिर कांग्रेस में शामिल हो गया, उसे पांच साल के लिए वित्त मंत्री बनाया गया, फिर 60 हजार से अधिक के रिकॉर्ड अंतर से हार गया और उसके बाद सुषुप्तावस्था में चला गया और अब भाजपा में शामिल हो गया है. पंजाब कांग्रेस पर से बादल छंट गए हैं. ’’

मनप्रीत बादल ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया. अपनी नयी पारी शुरू करने से ठीक पहले उन्होंने कांग्रेस में गुटबाजी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया. मनप्रीत बादल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नौ वर्षों के कार्यकाल में भारत कूटनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर एक मजबूत देश के रूप में उभरा है.

मनप्रीत बादल के कांग्रेस छोड़ने पर वडिंग ने कहा : ‘अच्छा हुआ, छुटकारा मिला’
पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने बुधवार को मनप्रीत सिंह बादल के पार्टी से इस्तीफे देने पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि ‘‘अच्छा हुआ, छुटकारा मिला.’’ वडिंग ने बादल को ‘‘सत्ता का भूखा’’ करार दिया. मनप्रीत बादल कांग्रेस छोड़ने के बाद दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए.

अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने ट्वीट किया, ‘‘अच्छा हुआ, छुटकारा मिला. वह (मनप्रीत सिंह बादल) पैदाइशी सत्ता के भूखे हैं. वह यह समझकर कांग्रेस में शामिल हुए थे कि पार्टी जीत रही है. उन जैसे किसी व्यक्ति के लिए पांच साल तक सत्ता से बाहर रहना काफी लंबा समय है….उन्हें कांग्रेस से विश्वासघात के लिए माफी मांगनी चाहिए.’’

पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने एक अन्य ट्वीट में मनप्रीत पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘कोई भी मीर जाफर कभी भी एक राजा के तौर पर याद नहीं किया जाता. भारत के राजनीतिक इतिहास में उनका शर्मनाक कृत्य अंकित है. ’’ मनप्रीत बादल पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के भतीजे हैं. उन्होंने 2016 में अपनी पार्टी पीपुल्स पार्टी आॅफ पंजाब का विलय कांग्रेस में करके उसमें शामिल हो गए थे.

पिछले साल राज्य विधानसभा चुनावों में बठिंडा शहरी सीट से चुनाव हारने के बाद, वह कांग्रेस की बैठकों में दिखाई नहीं दे रहे थे. पार्टी हलकों में ऐसी चर्चा थी कि बादल और वडिंग के बीच मतभेद थे. मनप्रीत बादल भाजपा में शामिल होने वाले कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता हैं. इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ समेत कांग्रेस के कई अन्य नेता भाजपा में शामिल हुए थे. पांच बार के विधायक मनप्रीत बादल पिछली कांग्रेस सरकार में वित्त मंत्री थे.

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