गंगा विलास क्रूज और टेंट सिटी के साथ काशी में नए युग की शुरुआत: आदित्यनाथ

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि पिछले आठ वर्ष में दुनिया ने भारत को बदलते देखा है और काशी (वाराणसी) के लिए तो आज से संभावनाओं की एक नई यात्रा की शुरूआत हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज ‘एमवी गंगा विलास’ को हरी झंडी दिखाने और टेंट सिटी के उद्घाटन के मौके पर आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘आज का दिन हम सब के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। बीते आठ साल में बदलते भारत को पूरी दुनिया ने देखा है और काशी के लिए तो आज से संभावनाओं की एक नई यात्रा का शुभारंभ हुआ है।’’

एमवी गंगा विलास क्रूज के माध्यम से काशी से डिब्रूगढ़ तक 3,200 किलोमीटर की विश्व की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा का शुभारंभ और गंगातट पर बनी टेंट सिटी का उद्घाटन समारोह शुक्रवार को रविदास घाट पर आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी दुनिया की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विख्यात है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में काशी अपनी विरासत को संरक्षित रखते हुए वैश्विक मानचित्र पर उभरी है। उन्होंने कहा कि आज का दिन काशी के साथ ही बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और असम के लिए भी बहुत ऐतिहासिक है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को हमेशा इस बात की चाह रहती थी कि जमीन से घिरा राज्य होने के कारण हमारे कृषि और एमएसएमई के उत्पादों को अन्तरराष्ट्रीय बाजारों में भेजना महंगा पड़ता था। उन्होंने कहा कि व्यापारी सदैव इसे लेकर परेशान रहते थे। विगत तीन वर्ष के अंदर पूर्वी बंदरगाह से काशी को जोड़ने का जो कार्य हुआ है, उसके लिए उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता है।

मुख्यमंत्री ने एमवी गंगा विलास क्रूज के शुभारंभ को काशी में पर्यटन के नये युग की शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि विश्वनाथ धाम बनने के साथ ही काशी में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ी है। इसके साथ ही संभावनाओं के नये द्वार भी खुले हैं। गंगा विलास रिवर क्रूज की आगे की दो वर्ष की अग्रिम बुंिकग इसका जीता जागता प्रमाण है। काशी आज नई पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। इससे एक भारत, श्रेष्ठ भारत के अभियान को भी बल मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम नमामि गंगा की सफलता की नई ऊंचाई को प्रर्दिशत करता है। बीते आठ साल में मां गंगा का जल आचमन तो दूर स्रान के लिए लोगों में आशंकाएं उत्पन्न करता था। आज नमामि गंगा अभियान सफलता की ऊंचाई छूते हुए आगे बढ़ा है।

आदित्यनाथ ने कहा कि 2019 में प्रयागराज कुंभ की सफलता इसी नमामि गंगा की सफलता की कहानी का प्रत्यक्ष प्रमाण है। गंगा के साथ अपनी आजीविका को जोड़ने वाले काशी के 1,600 से ज्यादा नाविकों के जीवन में परिवर्तन आया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने नावों को सीएनजी से जोड़ने का कार्य किया। आज यहां का हर नाविक एक ही सीजन में पूरे साल की कमाई कर रहा है। ये नमामि गंगा परियोजना की सफलता तो है ही, साथ ही नाविकों के स्वावलंबन को भी दर्शाता है।

केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज देश, दुनिया का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बनने जा रहा है । इस अवसर पर एक नया कदम मोदी जी के मार्गदर्शन में शुरू होने जा रहा हैं। पिछले आठ वर्ष में मोदी जी द्वारा जलमार्गों को मजबूती देने का काम किया गया है। आज हमें गंगा को ब्रह्मपुत्र से जोड़ने का अवसर मिला है।

उन्होंने कहा कि रिवर क्रूज के लिए दुनिया में आज एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि यह (दुनिया में) सबसे लंबी (ऐसी) यात्रा है। इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि व्यापार और वाणिज्य के रास्ते भी खुलेंगे और अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। केंद्रीय मंत्री ने रिवर क्रूज जहाज की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह जहाज आत्म निर्भर भारत का उदाहरण है। इसे देश में बनाया गया है, और किसी अन्य देश से नहीं खरीदा गया है। कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी वर्चुअल माध्यम से उपस्थिति रहे।

Related Articles

Back to top button