भाजपा ने अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में अपने उम्मीदवार को नहीं उतारने का लिया निर्णय

मुंबई. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुंबई की अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर तीन नवंबर को होने वाला उपचुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है. भाजपा ने उपचुनाव से नामांकन वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने से कुछ घंटे पहले सोमवार को अपने उम्मीदवार को मैदान से हटा लिया. भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने यह जानकारी दी.

बावनकुले ने नागपुर में कहा, ‘‘भाजपा ने अंधेरी पूर्व उपचुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. वरना हम चुनाव जीत सकते थे.’’ भाजपा ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे की अपील पर यह फैसला लिया है. राज ठाकरे ने राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से दिवंगत रमेश लटके के प्रति सम्मान जताने के लिए भाजपा के उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारने की अपील की थी.

उपचुनाव के लिए भाजपा की ओर से नामांकन दाखिल करने वाले मुरजी पटेल ने सोमवार को अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया.
पटेल ने कहा, ‘‘मैं पार्टी के फैसले का पालन करूंगा और निर्दलीय के रूप में उपचुनाव नहीं लड़ूंगा.’’ इस साल मई में शिवसेना विधायक रमेश लटके की मृत्यु के कारण अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना के धड़े ने इस उपचुनाव में रमेश लटके की पत्नी ऋतुजा लटके को मैदान में उतारा है.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने भी रविवार को उपचुनाव में ऋतुजा लटके के निर्विरोध निर्वाचन की मांग की थी.
मुरजी पटेल के नाम वापस लेने के साथ उपचुनाव में ऋतुजा लटके की जीत महज औपचारिकता रह गयी है. भाजपा की उपचुनाव नहीं लड़ने की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ऋतुजा लटके ने कहा कि वह उन सभी की ऋणी हैं, जिन्होंने इस चुनाव को निर्विरोध प्रक्रिया बनाने के लिए काम किया.

ऋतुजा लटके ने कहा कि राज ठाकरे, शरद पवार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना धड़े के प्रताप सरनाइक जैसे कई राजनीतिक नेताओं ने भाजपा से अपना नामांकन वापस लेने की अपील की थी. उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन सभी लोगों के प्रति आभार प्रकट करती हूं. आगे की कार्रवाई के लिए मैं अपने नेता उद्धव ठाकरे से मिलूंगी.’’ राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने ऋतुजा लटके को परेशान करने की कोशिश की. बीएमसी प्रशासन ने पहले उनका इस्तीफा स्वीकार करने में देरी की, उन्हें बंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ा. यह भी दावा किया गया कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप हैं. भाजपा ने शिवसेना के चुनाव चिह्न और नाम को फ्रीज करने की भी कोशिश की.’’

जयंत पाटिल ने कहा, ‘‘भाजपा और शिंदे गुट को शायद एहसास हो गया होगा कि उन्हें लटके के खिलाफ बहुत अपमानजनक हार का सामना करना पड़ेगा. हम इस बात की सराहना करते हैं कि अंतत: सदबुद्धि आई.’’ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, ‘‘पवार और मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार संयुक्त रूप से बीसीसीआई का चुनाव लड़ रहे हैं. विधानसभा उपचुनाव को निर्विरोध बनाने की पवार की अपील को उस चुनाव से जोड़ा जा सकता है.‘‘

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