करुणाकरण के अंत्येष्टि स्थल के पास युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के भाजपा में शामिल होने पर विवाद

त्रिशूर. भाजपा नेता पद्मजा वेणुगोपाल ने मंगलवार को 50 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का अपनी पार्टी में स्वागत करने के लिए यहां अपने दिवंगत पिता एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता के. करुणाकरण के अंत्येष्टि स्थल के नजदीक स्थित एक स्थान को चुना. इस पर उनके भाई एवं त्रिशूर लोकसभा सीट से यूडीएफ उम्मीदवार के. मुरलीधरन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि वह अपने माता-पिता के अंत्येष्टि स्थल को संघ परिवार के लोगों को नहीं देंगे.
करुणाकरण परिवार के स्वामित्व वाला ‘मुरली मंदिरम’ शहर के मध्य में पुन्कुन्नम में स्थित है. यह दशकों से कांग्रेस पार्टी के संबंध में कई महत्वपूर्ण राजनीतिक बहस और चर्चाओं का स्थल रहा है. युवा कांग्रेस नेताओं का भाजपा में स्वागत करने का कार्यक्रम पूर्व मुख्यमंत्री करुणाकरण और उनकी पत्नी कल्याणीकुट्टी अम्मा के अंत्येष्टि स्थल के पास स्थित इमारत में एक विशेष मंच पर आयोजित किया गया.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए लोग कथित तौर पर त्रिशूर लोकसभा क्षेत्र में युवा कांग्रेस के मंडलम पदाधिकारी थे.
पद्मजा वेणुगोपाल के अलावा, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष के. गोपालकृष्णन, जिला अध्यक्ष अनीश कुमार, प्रदेश सचिव नागेश आदि ने शॉल ओढ़ाकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का अपनी पार्टी में स्वागत किया. उन्होंने समारोह के बाद करुणाकरण के स्मारक पर प्रार्थना की. पद्मजा ने बाद में कहा कि कांग्रेस के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है और वे जल्द ही ऐसा करेंगे.
हालाँकि, करुणाकरण और उनकी पत्नी के स्मारक के पास समारोह का आयोजन उनके बेटे मुरलीधरन को पसंद नहीं आया. मुरलीधरन ने अपनी बहन पद्मजा पर निशाना साधा और कहा कि वह अपने पिता तथा मां के अंत्येष्टि स्थल को संघ परिवार के लोगों को नहीं देंगे.
वरिष्ठ नेता ने कहा, ”मैंने उनसे (पद्मजा) ऐसे घटिया राजनीतिक कृत्य की कभी उम्मीद नहीं की थी. आने वाले दिनों में, मैं और अधिक सतर्क रहूंगा…मेरे पिता की आत्मा इस कृत्य को माफ नहीं करेगी.”’ उन्होंने कहा कि वह त्रिशूर की धरती से फासीवादी ताकतों का सफाया करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे.
मुरलीधरन ने 50 से अधिक युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के शामिल होने के भाजपा के दावे को भी खारिज किया और कहा कि केवल तीन या चार लोगों ने ऐसा किया. कांग्रेस को झटका देते हुए पद्मजा वेणुगोपाल पिछले महीने की शुरुआत में भाजपा में शामिल हो गई थीं. उनके नक्शे कदम पर चलते हुए पूर्व भारतीय एथलीट पद्मिनी थॉमस और पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी महासचिव थंपनूर सतीश सहित कई अन्य नेता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे.