अपराध शाखा ओडिशा के मंत्री की हत्या के मुख्य आरोपी की फॉरेंसिक मनोवैज्ञानिक जांच कराएगी

भुवनेश्वर. ओडिशा के मंत्री की हत्या के मुख्य आरोपी बर्खास्त सहायक उपनिरीक्षक गोपाल दास को चार और दिन के लिए पुलिस रिमांड पर लेने के बाद अपराध शाखा अब आरोपी का फॉरेंसिक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और एलवीए परीक्षण कराएगी. फॉरेंसिक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किसी व्यक्ति के अनुकूल और दुर्भावनापूर्ण व्यवहार तथा उपचार के लक्ष्यों की पहचान करने, उपचार कैसे किया जाए, इसे परिभाषित करने के लिए किया जाता है.

इसी तरह से एलवीए परीक्षण विभिन्न प्रकार के तनाव, संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं और भावनात्मक प्रतिक्रियाओं का पता लगाने के लिए किया जाता है, जो आरोपी के भावनात्मक और संवेदनशील बिंदुओं को उजागर करता है. अधिकारी ने शनिवार को कहा, ‘‘झारसुगुडा में सीएफएसएल, नयी दिल्ली की एक टीम आरोपी गोपाल दास का फॉरेंसिक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और एलवीए टेस्ट कर रही है.’’ उन्होंने बताया कि आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य के अध्ययन के लिए विशेष चिकित्सा बोर्ड का गठन किया गया है.

आरोपी गोपाल दास की पत्नी जयंती ने दावा किया है कि उनके पति मानसिक रोग से जूझ रहे हैं और वह दवाएं ले रहे थे. उनके मनोचिकित्सक चंद्रशेखर त्रिपाठी ने भी जयंती के दावों का समर्थन किया है. डॉ. त्रिपाठी एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, बेरहामपुर के मनोरोग विभाग प्रमुख हैं. उन्होंने कहा, ‘‘दास को करीब आठ साल से ‘बाइपोलर डिजीज’ है. वह करीब आठ-दस साल पहले मेरे क्लिनिक में आए थे. वह बड़ी जल्दी गुस्से में आ जाते थे और इसके लिए उनका इलाज हो रहा था.’’ बाइपोलर डिजीज एक प्रकार का मनोविकार है, जिसमें व्यक्ति का मिजाज बदलता रहता है, जिसमें बहुत ज्यादा अवसाद से घिर जाना या अत्यधिक क्रोधित, उन्मादी हो जाना शामिल है.

अधिकारी ने बताया कि इस बीच आरोपी गोपाल दास को पहले चार दिन की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद शुक्रवार को झारसुगुडा की जेएमएफसी अदालत में पेश किया गया. अदालत ने अगले चार दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेजने के अनुरोध को मंजूरी दे दी.
बेरहामपुर में मौजूद अपराध शाखा की टीम ने गोपाल दास की पत्नी से पांच बार से अधिक पूछताछ की. गोपाल के बड़े भाई सत्या दास, भतीजे, रिश्तेदारों, मित्रों, गांव के पड़ोसियों और उनकी मनोवैज्ञानिक समस्या का इलाज करने वाले डॉक्टर से भी जांच अधिकारियों ने पूछताछ की है.

अपराध शाखा के सूत्रों ने कहा कि झारसुगुडा हवाई अड्डा थाने के सेप्टिक टैंक से बरामद कागज के 22 टुकड़ों को फिर से व्यवस्थित कर उसकी लिखावट का पता लगाने के लिए हस्तलिपि विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है, जहां गोपाल को हिरासत में लिया गया था.
उन्होंने बताया कि आरोपी ने स्वीकार किया है कि कागज पर लिखावट उसी की है. बंद आधिकारिक क्वार्टर और गांधी चौक पुलिस चौकी में आरोपी के आधिकारिक डेस्क की तलाशी के दौरान मिली उसकी डायरी को जब्त कर लिया गया है. झारसुगुडा जिले के ब्रजराजनगर में गोपाल दास ने 29 जनवरी को मंत्री नब किशोर दास को सार्वजनिक रूप से गोली मार दी थी, जिन्होंने उसी शाम भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया था.

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