संसद की कार्यवाही के दौरान ईडी का खड़गे को समन करना संविधान और विधायिका का अपमान: कांग्रेस

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को संसद सत्र के दौरान समन किया जाना दिखाता है कि ‘मोदीशाही’ का स्तर हर दिन नीचे गिरता जा रहा है. मुख्य विपक्षी दल ने यह दावा भी किया कि यह न सिर्फ संसद और नेता प्रतिपक्ष का अपमान है, बल्कि संविधान और संपूर्ण विधायिका का भी अपमान है.

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि खड़गे ने आज शाम उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की साझा उम्मीदवार मार्गरेट आल्वा के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करनी थी, लेकिन उन्हें देर शाम तक ईडी ने नहीं छोड़ा. रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘मल्लिकार्जु्न खड़गे को आज शाम 7:30 बजे उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की साझा उम्मीदवार के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करनी थी. वह अब भी ईडी के साथ हैं. यह मोदी सरकार की प्रतिशोध की राजनीति की पराकाष्ठा है.’’ उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस खड़गे के साथ खड़ी है.

रमेश ने यह भी कहा, ‘‘जब संसद का सत्र चल रहा है तब ईडी ने राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को समन भेजा. वह दोपहर को लगभग 12:20 बजे संसद से निकले और ईडी के समक्ष पेश हुए. मोदीशाही का स्तर हर दिन नीचे गिरता जा रहा है.’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ईडी और जांच एजेंसी द्वारा नेता प्रतिपक्ष को संसद सत्र के दौरान बुलाया जाए, इसका कोई उदाहरण लोकतंत्र के इतिहास में नजर नहीं आता. अगर खड़गे को बुलाना ही था, सुबह 11 बजे के पहले बुला लेते या शाम पांच बजे के बाद बुला लेते.’’

उनका कहना था, ‘‘सदन चल रहा है तो खड़गे को ईडी बयान देने के लिए बुला रहा है. लोकतंत्र का इससे बड़ा मजाक न हमने देखा है, न सुना है. आखिर मोदी जी इतने डरते क्यों हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘महंगाई बढ़ी है…हम लोग अपनी लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं. हम जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं.’’ सिंह ने कहा, ‘‘कल हमारे सांसद राष्ट्रपति जी को कहेंगे कि वित्त मंत्री जी देश की वास्तविक परिस्थिति से परिचित नहीं हैं, इसलिए हम लोग कल राष्ट्रपति भवन तक मार्च करेंगे.’’ कांग्रेस ने शुक्रवार को महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी मार्च का आह्वान कर रखा है.

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, ‘‘आज तक कभी नहीं हुआ कि जब नेता प्रतिपक्ष का सदन में नोटिस लगा हो तो उस वक्त जांच एजेंसी ने उन्हें बुलाया हो. यह नियमावली, संविधान और स्थापित परंपराओं का अपमान है. यह संपूर्ण विधायिका का अपमान है.’’ उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खड़गे यहां आईटीओ के पास बहादुर शाह जफर मार्ग पर ‘हेराल्ड हाउस’ में अपराह्न करीब 12:40 बजे पहुंचे और ईडी के अधिकारियों से मिले. ईडी ने उनके खिलाफ समन जारी किया था, क्योंकि जांच एजेंसी चाहती थी कि यंग इंडियन के कार्यालय पर छापेमारी के दौरान कंपनी के प्रमुख अधिकारी के तौर पर खड़गे मौजूद रहें.

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