संस्कृति एवं राष्ट्रीयता से परिपूर्ण शिक्षा ही सार्थक : योगी आदित्यनाथ

गोरखपुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समयानुकूल गुणवत्तापूर्ण, संस्कृति, संस्कार, परंपरा और राष्ट्रीयता से परिपूर्ण शिक्षा को सार्थक बताते हुए रविवार को कहा कि शिक्षा के केंद्र ऐसे होने चाहिए जो सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त करें.

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के मानीराम स्थित एक निजी स्कूल के स्थापना समारोह ‘अभ्युदय’ को संबोधित करते हुए कहा, “समयानुकूल गुणवत्तापूर्ण, संस्कृति, संस्कार, परंपरा और राष्ट्रीयता से परिपूर्ण शिक्षा ही सार्थक है. शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी है कि वे समग्र व्यक्तित्व विकास के साथ विद्यार्थियों को शासन की उन योजनाओं की भी जानकारी दें जिनके सहयोग से वे अपने भावी जीवन लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं.”

उन्होंने कहा, ‘‘ज्ञान कहीं से मिले उसे अपनाया जाना चाहिए. शिक्षा के केंद्र ऐसे होने चाहिए जो सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त करें. सिर्फ प्रमाण पत्र और डिग्री लेकर बेरोजगारों की कतार न तैयार हो, इसके लिए शिक्षण संस्थाएं भी पहल करें.’’ मुख्यमंत्री ने कहा, “शिक्षण के दौरान ही विद्यार्थियों को शासन की योजनाओं की जानकारी दी जानी चाहिए ताकि वे समय से अपने लक्ष्य निर्धारित कर सकें. हम प्रौद्योगिकी का सही प्रयोग करें, उसके दास न बनें. प्रौद्योगिकी को लोक कल्याण और राष्ट्र कल्याण का माध्यम बनाएं.” आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार और नेपाल के लोगों के लिए शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार, व्यापार का बड़ा केंद्र है .

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